पश्चिमी क्षेत्र के स्कूल संचालक सिर्फ डोनेशन लेने में मशगूल
छात्रों के जान की कोई फिक्र नहीं
* स्कूल परिसर के मार्ग से भारी वाहनों का आवागमन
अमरावती/दि.22- टीपू सुल्तान मार्केट के सामने और बाजू से बड़े बड़े ट्रक खड़े रहते है, तथा पैराडाइज से कॉटन मार्केट की ओर जाने वाली गाड़ियां उसी रोड से गुजरती है. ऐसे में जब स्कूल छुट्टी होती है, तब इस मार्ग पर ट्राफीक जाम हो जाता है. कई बच्चे साइकिल से स्कूल में आते है. स्कूल छूटने के बाद घर जाने की जल्दबाजी बच्चों को रहती है. लेकिन मार्ग पर ट्राफीक ज्यादा रहने से हादसे की संभावना को नकारा नहीं जा सकता. किंतु स्कूल प्रशासन, संस्थान को छात्रों के जान की परवाह नहीं. सडक के किनारे भी बडे-बडे वाहन खडे रहने से समस्या निर्माण हो रही है. बावजूद इसके इस ओर स्कूल प्रशासन का ध्यान नहीं. क्या स्कूल संस्थान और मुख्याध्यापक सिर्फ डोनेशन लेने में ही मशगूल है, उनका ये फर्ज नही के पुलिस प्रशासन से कहकर सडक के किनारे खडे वाहनों को हटाने के लिए दबाव बनाए, यह सवाल समाजवादी पार्टी के अमरावती शहर अध्यक्ष इमरान खान ने किया है. उनका कहना है कि, पुलिस प्रशासन को कई संगठनों ने निवेदन दिया. लेकिन ट्रैफिक पुलिस सिर्फ नाममात्र कार्यवाही करती है, फिर उसके बाद में इस मार्ग पर यातायात समस्या जस की तस दिखाई देती है. कहीं प्रशासन और स्कूल के संचालक किसी बड़े हादसे का इंतजार तो नहीं कर रहे हैं? यह सवाल किया जा रहा है. स्कूल प्रशासन के पास इतने संगठन है, जो स्कूल प्रशासन के बचाव में उतरती है. हाल ही में पैराडाइज रोड पर और मार्केट के सामने दो हादसे हो चुके हैं जिसमें एक स्कूली के बच्ची की और एक बुजुर्ग की जान चली गई, फिर भी स्कूल संचालक और स्कूलों के मुख्याध्यापक खामोश है.
इस मामले को गंभीरता से लिया जाए और स्कूली इलाकों में वाहनों को खडा रखने पर प्रतिबंध लगाएं, अन्यथा किसी दिन कोई हादसा होने की संभावना हो सकती है. यदि कोई हादसा होता है तो इसके लिए संबंधित शिक्षा संस्थान को जिम्मेदार ठहराया जाएगा.