अमरावती

परिणाम में विलंब होने के लिए शाला जिम्मेदार

पोर्टल पर अंक भेजने की व्यवस्था की गई

  • 2 जुलाई के बाद पता चलेगी वस्तुस्थिति

अमरावती/दि.30 – इस बार कक्षा 10 वीं की परीक्षा न लेते हुए विद्यार्थियों को सीधे अगली कक्षा में प्रवेश देने का निर्णय सरकार द्वारा लिया गया है. जिसके लिए कक्षा 10 वीं के विद्यार्थियों को किस तरह अंकदान किया जाये, इसके मानक व नियम तय किये गये है. इस हेतु राज्य शिक्षा मंडल की ओर से प्रत्येक शाला द्वारा पोर्टल पर लिंक के जरिये अंक भेजने की व्यवस्था की है. किंतु कई शालाओं द्वारा अब तक कक्षा 10 वीं के विद्यार्थियों के अंक नहीं भेजे गये है. ऐसे में 2 जुलाई के बाद ही पता चलेगा कि, कितनी शालाओं द्वारा ऑनलाईन तरीके से अंक भेजे गये है. ऐसे में यह पूरी तरह स्पष्ट है कि, यदि कक्षा 10 वीं के परीक्षा परिणाम घोषित करने में विलंब होता है, तो इसके लिए संबंधित शालाएं ही जिम्मेदार रहेगी.
बता दें कि, कोविड संक्रमण के चलते शैक्षणिक क्षेत्र पर विपरित परिणाम हुआ है और परीक्षा के बिना ही विद्यार्थियो की ‘ढक्कलगाडी’ शुरू है. जिसकी वजह से विद्यार्थियों की गुणवत्ता पर भी सवालियां निशान लगता दिखाई दे रहा है. इस समय राज्य सरकार के निर्देश पर राज्य शिक्षा मंडल द्वारा कक्षा 10 वीं के विद्यार्थियों का परिणाम घोषित करने हेतु शालाओं को ऑनलाईन तरीके से विद्यार्थियों के अंक भेजने हेतु कहा गया है. किंतु अमरावती जिले में केवल 65 फीसदी शालाओं द्वारा ही ऑनलाईन पोर्टल पर अंक भेजने का काम पूर्ण किया गया है. ऐसी जानकारी है. वहीं 35 फीसदी शालाओं को आगामी दो दिनों के भीतर अंक भेजने का काम पूर्ण करना होगा. वहीं 2 जुलाई के बाद यह पूरी तरह से स्पष्ट होगा कि, अब तक कितनी शालाओं द्वारा अपने विद्यार्थियों के अंक भेजे जा चुके है. वहीं यदि शालाओं द्वारा तय समय के भीतर अंक भेजने में विलंब किया गया, तो इसका सीधा असर परीक्षा परिणाम घोषित करने पर होगा और परीक्षा परिणाम विलंब से घोषित होंगे. ऐसे में इसके लिए पूरी तरह से शालाओं को जिम्मेदार माना जायेगा.

65 फीसदी शालाओं ने पूरा किया काम

40,663 – जिले में कक्षा 10 वीं के कुल विद्यार्थी
27,335 – छात्र
23,328 – छात्राएं

– कक्षा 10 वीं की परीक्षा न लेते हुए सीधे अंकदान देते हुए विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रवेश मिलेगा. ऐसे में ‘कॉपी बहादुर’ विद्यार्थियों की ‘बल्ले-बल्ले’ हो गई है.
– पूरा साल ऑनलाईन पढाई करते हुए विद्यार्थियों ने कक्षा 10 वीं की परीक्षा हेतु तैयारी की. लेकिन बिना परीक्षा दिये अंकदान किये जाने का निर्णय लिये जाने की वजह से मेधावी विद्यार्थियों का नुकसान होना तय है.
– यद्यपि कक्षा 10 वीं की परीक्षा नहीं ली गई, किंतु कक्षा 11 वीं में प्रवेश हेतु सीईटी की तर्ज पर परीक्षा ली जायेगी. जिसके लिए विद्यार्थी अभी से तैयारी में लग गये है.

कक्षा 10 वीं के विद्यार्थियों के अंक संबंधित शालाओं द्वारा सीधे ऑनलाईन भेजे जाने है. ऐसे में इस समय तक कितनी शालाओं द्वारा अंकदान किया जा चुका है, यह फिलहाल निश्चित तौर पर नहीं बताया जा सकता. राज्य शिक्षा मंडल द्वारा शालाओं की ओर से पोर्टल पर अंक भेजने हेतु निश्चित समय सारणी तय की गई है. जिसकी अंतिम तारीख 2 जुलाई है. ऐसे में 2 जुलाई के बाद ही इसे लेकर निश्चित जानकारी सामने आयेगी.
– तेजराव काले
माध्यमिक शिक्षाधिकारी

ग्रामीण क्षेत्र में आ रही दिक्कते

इस बारे में प्राप्त जानकारी के मुताबिक ऑनलाईन अंकदान करने के काम में ग्रामीण क्षेत्र के शिक्षकों व शालाओं को कुछ दिक्कतों का सामना करना पड रहा है. अव्वल तो ग्रामीण क्षेत्र की शालाओं में विद्यार्थियों से संबंधित दस्तावेज जुटाने में विलंब हो रहा है. साथ ही कई बार तकनीकी समस्याओं का भी सामना करना पडता है. हालांकि इसके बावजूद सभी शालाएं 2 जुलाई से पहले अपने-अपने विद्यार्थियों के अंक ऑनलाईन भेजने के बारे में युध्दस्तर पर काम कर रही है.

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