‘ब्रिलियंट गर्ल’ पर स्कूल के टीचर्स ने ‘नकल’ का आरोप लगाया
8 वीं मंजिल से कूद कर जान दे दी ‘जान्हवी’ ने
* पूरा परिवार सकते में
* स्कॉलर्स कान्वेंट स्कूल घेरे में
* पुलिस मेें शिकायत दर्ज, स्कूल मैनेजमेंट से पूछताछ श्ाुरू
अमरावती/ दि. 16- अपनी कक्षा में मेहनत के बल पर हमेशा अव्वल रहनेवाली तथा डॉक्टर बनने का सपना रखनेवाली जान्हवी कल इस दुनिया से रूखसत हो गई. जान्हवी परेशान थी अपने स्कूल के उन अनट्रेंड टीचर्स के आरोपों से, जिन्होंने इस ब्रिलियंट गर्ल पर नकल का आरोप लगाकर परीक्षा देते समय उसे टॉर्चर किया. सब बच्चों से अलग बैठाया. यह जताने की कोशिश की कि जान्हवी होशियार नहीं हैं. वह चिटिंग करती है. जिससे अत्यंत खिन्न होकर केवल 13 वर्ष की उम्र में इस मासूम ने ऐसा फैसला लिया जिससे पूरे परिवार समाजमन को हिलाकर रख दिया. अब उसके माता-पिता, परिवार वाले पुलिस के पास पहुंचे हैं. पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. यह कहानी है पुष्पक कॉलोनी के पास बालाजी नगर की केवल 13 बसंत देखनेवाली जान्हवी सुजीत राठोड की. जान्हवी दशहरा मैदान से सटे स्कॉलर्स कान्व्हेंट में पढती थी. बडी इमारतें, उंचे नाम और खोखले दावे करनेवाली शालाओं का चेहरा उजागर कर गई जान्हवी. कोमल, नाजुक मन से खेलनेवाले टीचर्स का भी एक रूप समाज के सामने उजागर हुआ.
* संस्कृत का पर्चा देने गई
राठोड परिवार के लोगों ने आज दोपहर अमरावती मंडल को बताया कि कक्षा 8 वीं की होनहार छात्रा जान्हवी सुबह साढे 8 बजे नित्य की भांति साइकिल से शाला के लिए रवाना हुई. वह प्रसन्न थी. उसने रविनगर के पास रहनेवाली सहेली के साथ हमेशा की तरह शाला में जाकर संस्कृत भाषा का परचा हल करना शुरू किया. वहां थोडी गडबड का आरोप टीचर ने उस पर लगाया. नकल करने की कथित कोशिश के कारण टीचर ने जान्हवी को स्टाफ रूम में बैठा दिया. जहां बैठकर जान्हवी ने परचा हल किया. समय होने के बाद जब वह अध्यापिका के पास उत्तर पत्रिका देने गई तो उससे उत्तरपत्रिका नहीं ली गई.
* पिता को फोन करने की धमकी
जान्हवी राठोड को कथित रूप से नकल करते पकडने के बाद अध्यापिका ने उसके पिता सुजीत राठोड को फोन करने की बात कही. दरअसल यह जान्हवी को टॉर्चर करने की धमकी थी. क्योंकि उसके बडे पिताजी मनोज राठोड ने बताया कि शाला से कोई फोन नहीं आया था. इस प्रकार बालमन पर अध्यापक द्बारा पिता को फोन करने की धमकी और उसकी उत्तरपत्रिका नहीं लेेने का बहुत बुरा असर होने की बात मनोज राठोड ने कही.
* शाला से सहेली संग लौटी
जान्हवी साढे 11 बजे के आसपास स्कूल से रविनगर की उसी सहेली के साथ साइकिल से घर लौट रही थी. उसकी सारे रास्ते सहेली से बातचीत होती रही. सहेली रविनगर में रूक गई. जान्हवी आगे निकली. घर से निकट बने श्री राधाकृष्ण रेसीडेंसी इस अपार्टमेंट के पास वह रूकी.
* सलून के सामने रखी साइकिल
अपार्टमेंट में ग्राउंड फ्लोअर पर बनी दुकानों में से क्वालिटी हेयर सलून के सामने अपनी साइकिल रखी. कुछ लोगों ने बताया कि उसका शाला का बस्ता साइकिल पर रखा था. वहीं कुछ लोगों के अनुसार उसका दफ्तर पीठ पर लटका था.
* सीधे चढी सीढियां, घरेलू बाई ने टोका
जान्हवी राठोड ने लिफ्ट से उपरोक्त अपार्टमेंट की सातवीं मंजिल तक पहुंचने के बाद सीढियों से छत की ओर बढी तब किसी फ्लैट में घरेलू कामकाज करनेवाली बाई ने उसे देखा और रोका. तब बताया गया कि जान्हवी ने कह दिया कि उसकी सहेली इसी इमारत में रहती है. वह भी छत पर आ रही है. यह कहकर जान्हवी आगे बढ गई.
* झंडे के पाइप से चढी मुंडेर
बताया जाता है कि इस महिला ने देखा कि शालेय छात्रा छत पर चली गई है. उसने छात्रा को वहां लगे झंडे के पाइप के सहारे मुंडेर पर चढते देखा. तुरंत रोका और नीचे चलने कहा. जान्हवी ने आती हूं कहकर उस महिला के सामने मुुंंडेर से वह नीचे आ गई. महिला को लगा कि जान्हवी उसके पीछे-पीछे आ रही है. उसे जान्हवी के इरादे का जरा भी गुमान न था.
* लगा दी छलांग, आवाज सुन दौडे सभी
महिला ने देखा कि एक मिनट हो रहा है और जान्हवी पीछे नहीं आयी है. तब तक जान्हवी फिर पाइप से मुंडेर पर चढ अपार्टमेंट के साइड के हिस्से से नीचे कूद गई. महिला ने चीख पुकार मचाई. बिल्डिंग में मौजूद लोगों को भी धडाम गिरने की आवाज आयी. निचले भाग में रहते लोगों ने खून से लथपथ जान्हवी को अस्पताल ले जाने की फुर्ति की. लोग उसे हेडगेवार अस्पताल ले गये. उपचार दौरान उसकी मौत हो जाने की बुरी खबर राठोड परिवार को उसकी शाला के आइकार्ड से दी गई.
* खोलापुरी गेट थाने में शिकायत
राठोड परिवार ने कलेजे के टुकडे जान्हवी का अंतिम संस्कार करने के बाद पहले राजापेठ फिर खोलापुरी गेट थाने में शिकायत दी हैं. जिसमें शाला प्रबंधन पर गंभीर आरोप किए गये. पुलिस ने शिकायत दर्ज कर शाला में जाकर पूछताछ की. फिर आज दोबारा मुख्याध्यापिका को पूछताछ के लिए बुलाए जाने की खबर है. अमरावती मंडल ने शाला प्रबंधन से बात की तो साधना शेंडे ने बताया कि वे बाद में बात करेगी. फिलहाल उन्हें पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया है. वहां जा रही है.
* होली मनाना था जमकर
जान्हवी की बडी बहन भी इसी शाला में पढी है. उसके पिता सुजीत राठोड राजापेठ क्षेत्र की महाविद्यालय में ग्रंथपाल है. उसकी मां कृषि विभाग में अधिकारी हैं. जान्हवी को चिकित्सक बनने की तमन्ना थी. कक्षा आठवीं में पढ रही जान्हवी प्राइवेट ट्यूशन ले रही थी. उसने अपनी सहेलियों के साथ मिलकर अगले सप्ताह रंगों का त्यौहार होली धूम से मनाने की सोची थी. आज शनिवार को उसका अंतिम परचा था. उससे पहले ही शाला की घटना से बाल मन पर हुए भयानक परिणाम के कारण उसने जान दे दी.
* पूरा परिसर डूबा शोक में
मासूम जान्हवी के इस भयानक कदम से हर कोई सदमे में हैं. बालाजी नगर परिसर के लोग भी शोक में डूबे हैं. राठोड परिवार के दो मंजिला मकान पर रिश्तेदारों का बिलखते हुए आने का सिलसिला जारी हैं. जान्हवी के पिता सुजीत और माताजी का बुरा हाल है. उन्हें जान्हवी के साथ दुर्घटना होने की बात कही गई है. इधर शहर में भी अभिभावक वर्ग इस घटना से सन्न रह गया हैं. हर कोई भारी भरकम फीस लेकर मासूमों के साथ इस तरह टॉर्चर के व्यवहार की निंदा कर रहा हैं.