* बढती गर्मी के चलते समय में किया गया बदलाव
अमरावती/दि.29– अमरावती शहर सहित जिले में लगातार तेज हो रही गर्मी को ध्यान में रखते हुए स्थानीय जिला परिषद के प्राथमिक शिक्षाधिकारी एजाज खान व माध्यमिक शिक्षाधिकारी प्रफुल्ल कचवे द्वारा गत रोज संयुक्त रूप से एक आदेश जारी करते हुए कहा गया है कि, आगामी 30 अप्रैल तक समूचे जिले में कक्षा 1 ली से 9 वीं व कक्षा 11 वीं की सभी शालाएं केवल सुबह 7.30 से अपरान्ह 12.30 बजे तक ही चलायी जायेगी. साथ ही अप्रैल माह के दौरान इन सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों की परीक्षा भी सुबह के सत्र में ही ली जायेगी.
उल्लेखनीय है कि, कोविड संक्रमण के खतरे को देखते हुए जारी शैक्षणिक सत्र में शालाएं कभी शुरू व कभी बंद रखी गई. जिसके चलते विद्यार्थियों की पढाई शत-प्रतिशत नहीं हो पायी. जिसके परिणाम स्वरूप विद्यार्थियों का काफी शैक्षणिक नुकसान हुआ. इस नुकसान की भरपाई करने हेतु राज्य सरकार एवं राज्य के शालेय शिक्षा विभाग द्वारा नये दिशा-निर्देश जारी किये गये थे. जिसमें साप्ताहिक कामकाजवाले दिनों के दौरान सुबह व दोपहर के दोनों सत्रों में शालाएं शुरू रखने के साथ-साथ शनिवार व रविवार को शालाएं शुरू रखने का आदेश दिया गया था. किंतु प्रतिवर्ष पश्चिम विदर्भ क्षेत्र में पडनेवाली भीषण गर्मी को देखते हुए मार्च माह के दौरान केवल सुबह के सत्र में शालाएं शुरू रखने की अनुमति दी जाती है. लेकिन इस वर्ष मार्च से अप्रैल माह के अंत तक केवल सुबह के सत्र की बजाय सुबह व दोपहर ऐसे दोनों सत्रों में शालाएं शुरू रखने का आदेश जारी किया गया था. साथ ही अप्रैल माह के अंत तक शनिवार को भी पूरा समय शालाएं शुरू रखने और रविवार को अवकाशवाले दिन ऐच्छिक स्वरूप में शालाएं शुरू रखने हेतु कहा गया है. साथ ही अप्रैल माह के तीसरे सप्ताह में विद्यार्थियों की परीक्षा लेकर मई माह के दौरान परीक्षा परिणाम घोषित करने हेतु निर्देशित किया गया था. राज्य के शालेय शिक्षा विभाग द्वारा जारी किये गये इस आदेश का शिक्षकोें द्वारा बडे पैमाने पर विरोध किया गया. जिसके तहत कहा गया कि, जिले के ग्रामीण क्षेत्रोें में स्थित सरकारी शालाओं में विद्यार्थियों के लिए बिजली व पंखे जैसी मुलभूत सुविधाएं नहीं है. ऐसे में यदि दोपहर के सत्र में शालाएं चलाई जाती है, तो विद्यार्थियों को काफी तकलीफों का सामना करना पड सकता है. साथ ही उनका स्वास्थ्य भी खतरे में पड सकता है. अत: शालाओं को सुबह के सत्र में ही चलाया जाये. शिक्षकों द्वारा किये जा रहे विरोध को देखते हुए स्थानीय जिप के शिक्षा विभाग द्वारा इस आदेश में संशोधन करने का निर्णय लिया गया और जिले में केवल सुबह के सत्र दौरान शालाएं शुरू रखने का संशोधित आदेश जारी किया गया. ऐसे में अब आगामी अप्रैल माह के अंत तक जिले की सभी शालाएं केवल सुबह के सत्र में ही चला करेगी.