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लगातार दूसरे वर्ष निराश होने की संभावना
अमरावती/दि.15 – कोरोना की रफ्तार सुस्त होने के चलते शालेय शिक्षा विभाग द्वारा शालाओं को शुरू करने की तैयारी की जा रही है, लेकिन उच्च व तंत्र शिक्षा विभाग द्वारा अब तक महाविद्यालयों को शुरू करने के बारे में कोई गतिविधी या हलचल शुरू नहीं की गई है. ऐसे में अब यह सवाल पूछा जा रहा है कि, अगर छोटे बच्चों के लिए कोविड संक्रमण काल के दौरान छूट दी जा सकती है और उनके लिए अब कोविड संक्रमण का खतरा नहीं है, तो महाविद्यालयीन युवाओं के लिए इस संक्रमण का खतरा कैसे हो सकता है और महाविद्यालयों को खोलने की छूट क्यों नहीं दी जा रही?
उल्लेखनीय है कि, कक्षा 12 वीं का परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद महाविद्यालयों के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू होगी. जिसके बाद कक्षाओं में पढाई-लिखाई शुरू करने के संदर्भ में युजीसी व विद्यापीठ के जैसे निर्देश आयेंगे, उस अनुसार कार्रवाई की जायेगी, ऐसा शहर के विभिन्न महाविद्यालयों के प्राचार्यों का मानना है.
साथ ही प्राचार्यों द्वारा यह भी कहा गया कि, आगामी 30 अगस्त तक विद्यापीठ द्वारा ली जानेवाली परिक्षाएं चलेंगी और सरकार द्वारा 15 सितंबर तक प्रतीक्षा करने हेतु कहा गया है. ऐसे में फिलहाल ऑनलाईन शिक्षा जारी है, लेकिन महाविद्यालय जल्द से जल्द शुरू होने चाहिए, क्योंकि ऑनलाईन शिक्षा की अपनी सीमाएं है, जिसमें प्रत्यक्ष कक्षाओं की तरह पढाई-लिखाई नहीं हो पाती. इसका सीधा परिणाम विद्यार्थियों की शैक्षणिक गुणवत्ता पर पड रहा है.
शाखानिहाय विद्यार्थी संख्या
– वाणिज्य – 14,376
– विज्ञान – 16,834
– कला – 23,591
– कुल महाविद्यालय – 118
– कुल विद्यार्थी संख्या – 72,248