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मनपा चुनाव में महिला आरक्षण को लेकर फंसेगा पेंच

तीन सदस्यीय प्रभाग रचना के चलते कई प्रभागों में बिगडेंगे समीकरण

* 16 प्रभागों की 3 में से 2 सीटें रहेंगी महिलाओं के लिए आरक्षित
* 16 प्रभागों में 2 सीटों पर पुरूष व 1 सीट पर महिला प्रत्याशी होंगे
* दो सदस्यीय प्रभाग क्रमांक 33 में मामला रहेगा बराबरीवाला
अमरावती/दि.22– अमरावती महानगरपालिका का आगामी चुनाव तीन सदस्यीय प्रभाग पध्दति से होना है. चूंकि स्थानीय स्वायत्त निकायों में 50 फीसद महिला आरक्षण लागू है. अत: आधी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित रहेगी. चूंकि महिलाओं और पुरूषों के बीच सीटों का बंटवारा बराबरीवाला है. अत: मुख्य समस्या यह है कि, विषम संख्यावाली तीन सदस्यीय प्रभाग पध्दति के तहत सभी प्रभागों में सीटों का बंटवारा समसमान पध्दति से कैसे होगा और सरकार से राज्य निर्वाचन विभाग द्वारा महिलाओं व पुरूषों के बीच प्रभागनिहाय सीटें कैसे बांटी जायेगी.
बता दें कि, इस बार अमरावती महानगरपालिका में कुल 98 सीटों के लिए चुनाव करवाये जाने है. जिसके लिए तीन सदस्यीय प्रभाग पध्दति के तहत कुल 33 प्रभाग बनाये गये है. इसमें से 32 प्रभागों में 3-3 पार्षद निर्वाचित होंगे. वहीं 33 वे यानी अंतिम प्रभाग की सदस्य संख्या 2 होगी. चूंकि 98 में से आधी यानी 49 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित रहेगी. अत: दो सदस्यीय सदस्य संख्यावाले प्रभाग क्रमांक 33 में एक सीट महिला व एक सीट पुरूष प्रत्याशी के लिए छूटेगी और मामला बराबरीवाला रहेगा. लेकिन अन्य 32 प्रभागोें में 3-3 सदस्य संख्या रहने के चलते सीटों के बंटवारे को लेकर काफी पेंच खडा होगा. इसमें फिलहाल सीधा रास्ता यहीं दिखाई दे रहा है कि, 16 प्रभागोें में 2-2 सीटें महिलाओं के लिए व 1-1 सीट पुरूषों के लिए छोडी जाये. वहीं शेष 16 प्रभागों में 2-2 सीटें पुरूषों के लिए तथा 1-1 सीट महिलाओं के लिए आरक्षित रखी जाये. इस जरिये इन 16 प्रभागों में 48 सीटें बराबर बटेंगी और 33 वे प्रभाग की एक-एक सीट को जोडकर 49-49 सीटों का फार्म्यूला फीट हो जायेगा. लेकिन किन-किन प्रभागोें में 2-2 सीटें महिलाओं के हिस्से में जायेंगी, यह अभी तय नहीं है. ऐसे में सभी की निगाहें महिला आरक्षण को लेकर सरकार द्वारा लिये जानेवाले निर्णय एवं निकाले जानेवाले ड्रॉ की ओर लगी हुई है.
चूंकि मामला काफी अनिश्चितता से भरा हुआ है. अत: कई प्रभागों में चुनाव लडने के इच्छुक पुरूष प्रत्याशियों द्वारा खुद चुनाव लडने की तैयारी करने के साथ-साथ अपने घर की किसी महिला को भी राजनीतिक रूप से सक्रिय रखा गया है, ताकि अगर उनके वार्ड की सीट महिलाओं के लिए आरक्षित होती है, तो अपने स्थान पर घर की किसी महिला को चुनाव लडवाया जा सकता है. यहां यह कहना कतई अतिशयोक्ती नहीं होगा कि, भले ही महिलाओं को राजनीतिक रूप से सक्रिय व आत्मनिर्भर बनाने हेतु 50 फीसद महिला आरक्षण की व्यवस्था की गई है. किंतु हकीकत यही है कि, इक्का-दुक्का मामलों को छोडकर ज्यादातर महिलाएं केवल नाम के लिए ही पद पर होती है और महिला आरक्षण की वजह से उन्हें चुनावी मैदान में उतारा जाता है, ताकि उनके जरिये पद व सत्ता के लाभ प्राप्त किये जाते रहे. इसी स्थिति को आम बोलचाल की भाषा में ‘पतिराज’ भी कहा जाता है.
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, इससे पहले वर्ष 2002 में भी अमरावती मनपा के चुनाव तीन सदस्यीय प्रभाग पध्दति के जरिये करवाये गये थे. उस समय महिलाओं के लिए 33 फीसद आरक्षण की व्यवस्था थी. ऐसे में तीन सदस्यीय प्रभाग पध्दति के तहत सभी प्रभागों में एक-एक सीट महिलाओं के लिए आरक्षित रखी गई थी और दो-तिहाई व एक-तिहाई का फार्म्यूला सटीक बैठ गया था. इसके पश्चात महिला आरक्षण को 33 फीसद से बढाकर 50 फीसद कर दिया गया. वहीं मनपा के अगले चुनाव दो सदस्यीय व चार सदस्यीय प्रभाग पध्दति से हुए और महिला व पुरूषों के बीच आधी-आधी सीटोें का बंटवारा भी बडी आसानी से हो गया था. लेकिन अब स्थिति यह है कि, महिलाओं को 50 फीसद आरक्षण देना है और प्रभाग पध्दति के लिए तीन सदस्यीय सदस्य संख्या निर्धारित की गई है. अब चूंकि तीन में से डेढ-डेढ सीटों का सम-समान बंटवारा करना संभव नहीं. अत: प्रभागों का सम-समान बंटवारा करते हुए महिला व पुरूषों के बीच सीटों को सम-समान बांटने का ही पर्याय शेष बचा हुआ है. जिसके तहत तीन सदस्यीय सदस्य संख्या रहनेवाले 32 प्रभागों में से 16 प्रभागों में 2-2 सीटें महिलाओं के लिए व 1-1 सीट पुरूषोें के लिए तथा शेष 16 प्रभागों में 2-2 सीटें पुरूषों के लिए व 1-1 सीट महिलाओं के लिए छोडने का ही विकल्प बचा हुआ है. इसके अलावा 33 वे प्रभाग में 1 सीट महिला के लिए व 1 सीट पुरूष के लिए छोडी जायेगी. इस तरह से 98 सदस्यीय मनपा के लिए 49-49 सीटों का महिलाओें व पुरूषों के बीच बंटवारा हो सकता है, लेकिन अब इंतजार व उत्सूकता इस बात को लेकर है कि, तीन में से दो-दो सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित रखे जानेवाले 16 प्रभाग कौन-कौन से होंगे. चूंकि इसे लेकर अब तक सरकार एवं राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है. अत: चुनाव लडने के इच्छुकोें में अच्छा-खासा संभ्रम देखा जा रहा है और हर कोई अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर काफी हद तक अनिश्चितता का शिकार भी है.

* महिला आरक्षित सीटों पर जाति संवर्ग का भी आरक्षण
यहां यह भी ध्यान देनेवाली बात है कि, 50 फीसद आरक्षण के तत्व पर 49 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित रहेगी और इन 49 सीटों में से 9 सीटें अनुसूचित जाति व 1 सीट अनुसूचित जमाति संवर्ग की महिलाओं हेतु आरक्षित रहेगी. वहीं शेष 39 आरक्षित सीटों पर खुले संवर्ग की महिलाओं का आरक्षण होगा. ऐसे में खुले संवर्ग की महिला उम्मीदवारों के लिए किस प्रभाग में दो-दो सीटें और किस प्रभाग में एक-एक सीट छूटती है, इस ओर भी सभी का ध्यान लगा हुआ है.

* इन प्रभागों में 17 सीटें एससी व 2 सीटें एसटी आरक्षित हो सकती हैं
प्रभाग क्रमांक 1 शेगांव-रहाटगांव, प्रभाग क्रमांक 2 तपोवन, प्रभाग क्रमांक 8 विलास नगर, प्रभाग क्रमांक 9 रामपुरी कैम्प, प्रभाग क्रमांक 10 जोग स्टेडियम, प्रभाग क्रमांक 11 बिच्छु टेकडी, प्रभाग क्रमांक 12 वडाली, प्रभाग क्रमांक 13 फ्रेजरपुरा, प्रभाग क्रमांक 14 रूख्मिणी नगर, प्रभाग क्रमांक 15 बेलपुरा, प्रभाग क्रमांक 23 बुधवारा, प्रभाग क्रमांक 27 बेनोडा, प्रभाग क्रमांक 28 जेवड, प्रभाग क्रमांक 30 पश्चिम बडनेरा, प्रभाग क्रमांक 31 सुतगिरणी, प्रभाग क्रमांक 32 पूर्व बडनेरा तथा प्रभाग क्रमांक 33 आठवडी बाजार में अनुसूचित जाति की जनसंख्या अधिक रहने के चलते इन सभी प्रभागों में 1-1 सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित रहने की संभावना है. वहीं प्रभाग क्रमांक 10 जोग स्टेडियम व प्रभाग क्रमांक 12 वडाली में अनुसूचित जनजाति के लिए 1-1 सीट आरक्षित रह सकती है. इसमें से 50 फीसदी सीटें संबंधित प्रवर्ग की महिलाओं के लिए आरक्षित रहेंगी.

* प्रभाग क्रमांक 7 में एससी व प्रभाग क्रमांक 20 में एसटी जनसंख्या ‘नील’
राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा विगत दिनों जारी की गई प्रभाग रचना की संशोधित सूची के साथ-साथ कुल जनसंख्या सहित एससी व एसटी जनसंख्या की जानकारी भी जारी की गई. जिसके मुताबिक प्रभाग क्रमांक 7 जमील कालोनी में अनुसूचित जाति की कोई जनसंख्या नहीं है. इसी तरह प्रभाग क्रमांक 20 अलीम नगर में अनुसूचित जनजाति का एक भी व्यक्ति नहीं रहता.

* अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या ढाई फीसद
वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार महानगर पालिका क्षेत्र की जनसंख्या 6 लाख 47 हजार 57 थी. जिसमें अनुसूचित जाति की जनसंख्या 1 लाख 11 हजार 435 है, जो कुल जनसंख्या की तुलना में 17 फीसद है. वहीं अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या महज 2.46 फीसद यानी 15 हजार 955 है.

प्रभाग क्रमांक 10 व 12 में रहेगा मल्टीपल आरक्षण
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि अनुपातिक जनसंख्या के लिहाज से प्रभाग क्रमांक 10 जोग स्टेडियम व प्रभाग क्रमांक 12 वडाली में अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के लिए 3 में से 1-1 सीट आरक्षित रहेगी और खुले संवर्ग हेतु 1 सीट छूटेगी. इन दोनों प्रभागों में अगर जाति संवर्ग व खुले संवर्ग के लिए महिला आरक्षण निकलता है, तो यहां पुरूष प्रत्याशियों के लिए जगह नहीं रहेगी. अन्यथा स्थिति इससे उलट भी हो सकती है और आरक्षित संवर्ग की सीटें पुरूषोें के लिए व खुले संवर्ग की सीट महिला के लिए छूट सकती है. कुल मिलाकर पूरा मामला ‘अगर-मगर’वाला ही है और फिलहाल केवल कयासों के आधार पर ही चुनावी तैयारी व रणनीति चल रही है.

* नई प्रभाग रचना में पांच प्रभाग मुस्लिम बहुल
विगत दिनों जारी की गई प्रभाग रचना की संशोधित सूची के मुताबिक शहर के मुस्लिम बहुल क्षेत्रों का समावेश करते हुए कुल पांच प्रभाग बनाये गये है, जिनमें नवसारी, जमील कालोनी, एकेडॅमिक हाईस्कुल, पठानपुरा, अलीम नगर इन प्रभागों का समावेश है. इसके अलावा बुधवारा, सराफा, विलास नगर, फ्रेजरपुरा, बिच्छु टेकडी, तपोवन, पूर्व बडनेरा, पश्चिम बडनेरा इन प्रभागों में भी मुस्लिम वोट काफी हद तक निर्णायक रहेंगे. बॉक्स
6,47,057 – मनपा क्षेत्र की जनसंख्या
1,11,435 – अनुसूचित जाति की जनसंख्या
15,955 – अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या
98 – कुल सदस्य संख्या
32 – प्रभाग हैं तीन सदस्यीय
1 – प्रभाग हैं दो सदस्यीय

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