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एसडीपीओ जाधव व दत्तापुर पुलिस कर रहे जांच में हीला-हवाली

पत्रवार्ता में मोहिनी वानखडे ने लगाए संगीन आरोप

अमरावती/दि.23- आज यहां बुलाई गई पत्रकार परिषद में धामणगांव तहसील अंतर्गत वाघोली गांव निवासी मोहिनी काशीनाथ वानखडे नामक महिला ने आरोप लगाया कि विगत 5 जुलाई को वाघोली स्थित उसके परिवार के खेत व कुकुट पालन केंद्र को हडप करने हेतु गौतम अढाउ नामक व्यक्ति ने धामणगांव सहित मुंबई व नागपुर से कुछ अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को बुलाया और उनके फार्महाउस पर हमला करने के साथ ही वहां पर मौजूद सभी लोगों के साथ गाली गलौच व मारपीट करते हुए घर की अलमारी में रखे सोने चांदी व नकद सहित सभी के एनड्रॉइड मोबाइल सीसीटीवी कैमरे का डिवाइस, बुलेट व फोरव्हीलर गाडी, खेत की खरीदी पत्र, ऑडिट रिपोर्ट तथा कम्प्यूटर प्रिंटर व पेनड्राइव चुरा लिया. इस पूरे साहित्य को गौतम अढाउ के घर ले जाकर रखा गया. ताकि वानखडे परिवार के सदस्यों के जबरन कोरे दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करवाए गए. पश्चात वानखडे परिवार के सदस्यों ने इस मामले को लेकर दत्तापुर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई. लेकिन चांदूर रेलवे के उपविभागीय पुलिस अधिकारी जीतेंद्र जाधव की पहले से ही आरोपियों के साथ मिलीभगत थी इस वजह से इस मामले की जांच में तब से लेकर अब तक हीला-हवाली की जा रही है. साथ ही मामले में जांच अधिकारी रहने वाले एसडीपीओ जीतेंद्र जाधव व्दारा राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस व केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्यमंत्री रामदास आठवले को भी गलत जानकारी देते हुए उनकी दिशाभूल करने की प्रयास किया जा रहा हैं.
जिला मराठी पत्रकार संघ के वालकट कम्पाउंड परिसर स्थित मराठी पत्रकार भवन में बुलाई गई. पत्रवार्ता में मोहिनी वानखडे ने बताया कि, 5 जुलाई की रात घटित हुई वारदात की रिपोर्ट दत्तापुर पुलिस ने तीन दिन बाद 8 जुलाई को दर्ज की और इसमें भी विस्तृत रिपोर्ट लेने की बजाए आधी अधूरी प्राथमिकी दर्ज की गई. जिसमें सभी आरोपियों के नाम भी नहीं लिखे गए. वहीं आरोपियों के साथ पहले से मिलीभगत रहने वाले एसडीपीओ जाधव ने जानबूझकर इस मामले की जांच अपने पास ले ली. ताकि आरोपियों को बचाया जा सके. इसे लेकर वानखडे परिवार व्दारा केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्यमंत्री रामदास आठवले से शिकायत करते हुए मामले की जांच का जिम्मा एसडीपीओ जीतेंद्र जाधव के पास से हटाने का निवेदन किया गया. साथ ही बताया गया कि एसडीपीओ जीतेंद्र जाधव ने अब तक केवल चार पहिए वाहन को छोडकर चोरी गए किसी अन्य वस्तु या वाहन की जब्ती नहीं की. साथ ही आरोपियों की गिरफ्तारी तक नहीं की जा रही. इसके अलावा गृह विभाग को भी एसडीपीओ जाधव व दत्तापुर पुलिस ने गलत रिपोर्ट भेजी है. यहां तक की राज्य के गृहमंत्री व जिले के पालकमंत्री देवेंद्र फडणवीस के स्वीसहायक महल्ले व्दारा इस बारे में फोन पर जानकारी मांगे जाने पर एसडीपीओ जीतेंद्र जाधव ने उन्हें भी सभी आरोपियों को अदालत से जमानत मिल जाने की गलत जानकारी दी थी. जो कि उस समय तक केवल 3 आरोपियों को जमानत मिली थी तथा 5 अन्य आरोपियों को इसके बाद जमानत मिली. साथ ही 3 आरोपी अब भी फरार है और अपने संपर्क सूत्रों के जरिए वानखडे परिवार को आए दिन धमका रहे हैं.
उक्ताशय की जानकारी देते हुए मोहिनी वानखडे ने इस पत्रवार्ता के जरिए राज्य सरकार से निवेदन किया है कि इस मामले की जांच जल्द से जल्द जीतेंद्र जाधव के पास से हटाई जाए और जांच का जिम्मा किसी अन्य अधिकारी को सौंपा जाएए. साथ ही आरोपियों से मिलीभगत रखने वाले एसडीपीओ जीतेंद्र जाधव को भी इस मामले में आरोपी के तौर पर नाजद किया जाए. इस पत्रवार्ता में मोहिनी वानखडे के साथ दामिनी वानखडे भी उपस्थित थी.

 

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