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दर्यापुर के एकता हॉस्पिटल पर लगी सील

साढे 3 करोड रुपयों का कर्ज था बकाया

* कडे बंदोबस्त के बीच तहसील प्रशासन ने की कार्रवाई
* बैंक की गुहार पर जिलाधीश ने जारी किया था ऑर्डर
दर्यापुर/दि.30 – स्थानीय बनोसा परिसर में अकोट रोड स्थित एकता हॉस्पिटल की इमारत को आज तहसील प्रशासन ने कडे पुलिस बंदोबस्त के बीच सील लगा दी. तहसील प्रशासन द्बारा यह कार्रवाई जिलाधीश के जरिए प्राप्त आदेश के अनुसार की गई. हालांकि इस समय एकता अस्पताल के संचालक डॉ. पठान द्बारा इस कार्रवाई का विरोध किये जाने के चलते कुछ देर तक स्थिति तनावपूर्ण बन गई. लेकिन तहसीलदार योगेश देशमुख के मौके पर पहुंचते ही तनाव पर नियंत्रण पाकर अस्पताल को सील लगाने की कार्रवाई पूर्ण की गई.
जानकारी के मुताबिक एकता हॉस्पिटल के संचालक डॉ. पठान ने वर्ष 2016 में अमरावती स्थित पिरामल कमर्शियल व हाउसिंग फायनान्स लिमिटेड नामक वित्तीय कंपनी से करीब ढाई करोड रुपए का कर्ज लिया था. जो ब्याज की राशि मिलाकर अब साढे 3 करोड रुपए के आसपास जा पहुंचा है. कंपनी के मुताबिक विगत 4 वर्षों से डॉ. पठान ने कर्ज की राशि का कोई भुगतान नहीं किया है. ऐसे में कंपनी ने जिलाधीश के पास गुहार लगाकर अपनी रकम का भुगतान प्राप्त करने हेतु एकता हॉस्पिटल की संपत्ति को जब्त किये जाने की गुहार लगाई थी. जिसके चलते जिलाधीश कार्यालय से इस इमारत को सील करने के संदर्भ में दर्यापुर तहसील प्रशासन को निर्देशित किया गया. ऐसे में पिरामल कंपनी की ओर से गुडवील एनपीए सोल्यूशन्स कंपनी के अधिकारी आज दर्यापुर पहुंचे और उन्होंने तहसील प्रशासन व पुलिस बंदोबस्त के साथ मिलकर एकता हॉस्पिटल की इमारत को सील करने की कार्रवाई शुरु की. जिसके तहत सबसे पहले इमारत की निचली मंजिल पर स्थित मेडिकल स्टोअर को सील किया गया.
साथ ही उपरी मंजिल पर स्थित डॉ. पठान के आवास को सील करते समय डॉ. पठान ने इस कार्रवाई को गैर कानूनी बताया और इसका विरोध किया. जिसके चलते मौके पर कुछ समय के लिए तनाव पैदा हो गया. जिसकी जानकारी मिलते ही तहसीलदार योगेश देशमुख तुरंत एकता हॉस्पिटल पहुंचे और उन्होंने डॉ. पठान को जिलाधीश कार्यालय के आदेश की प्रतिलिपी बताने के साथ ही गुडवील कंपनी के अनंत गांजरे व एड. सुनील विश्वकर्मा को कार्रवाई करने हेतु कहा. इस समय अस्पताल में भर्ती रहने वाले मरीजों को देखते हुए अस्पताल के इमर्जेन्सी वार्ड को सील करने की कार्रवाई से थोडी राहत दी गई.

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