सांसद कक्ष को सील लगाना सरासर गलत
कितने भी अपराध दर्ज कर लें, जनता के काम करेंगे ही
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* बाहर टेबल लगाकर करेंगे जनसमस्या दूर
* जिलाधिकारी कार्यालय परिसर के सांसद कक्ष सील करने पर बोली यशोमति ठाकुर
* सांसद बोंडे और विधायक राणा अमरावती के मोदी और शाह बनने की ओर
अमरावती/दि.24 – विधायक और कांग्रेस नेता यशोमति ठाकुर ने जिलाधिकारी कार्यालय परिसर के सांसद कक्ष दोबारा सील किये जाने को सरासर सरकार और प्रशासन की दादागीरी बताकर कहा कि, वे और उनके सांसद बलवंत वानखडे को जनता की समस्या सुनने और उसे हल करने का प्रयत्न करने कक्ष की जरुरत नहीं है. कक्ष के बाहर टेबल लगाकर जनसमस्या दूर करने का प्रयत्न होगा. आज तो सांसद दिल्ली में है और शपथ ग्रहण करने वाले हैं. यशोमति ने आरोप लगाया कि, सांसद डॉ. अनिल बोंडे और विधायक रवि राणा अमरावती में मोदी और शाह के समान दादागीरी करने की कोशिश कर रहे हैं. इसीलिए लोकशाही पद्धति से निर्वाचित सांसद को उसका हक देने में प्रशासन पर दबाव-प्रभाव डाल रहे हैं. ठाकुर ने कहा कि, उन पर अपराध दर्ज किये गये हैं. कितने भी अपराध दर्ज किये जाये, हमें चिंता नहीं, जनता के काम हम करके रहेंगे. एड. ठाकुर ने कहा कि, अपराध दर्ज करना प्रशासन का काम है, किंतु सांसद कक्ष को ताला सील करना सरासर गलत है. लोकशाही के खिलाफ हैं. उन्होंने यह भी कहा कि, आज सोमवार, मंगलवार को गांव-देहात के लोग अपनी शिकायतें, समस्याएं लेकर बडी संख्या में बडी अपेक्षा लेकर आते हैं, ऐसे में लोकसभा के सदस्य को उनके अधिकार से वंचित रखना सरासर गलत हैं. इसका विरोध जारी रहेगा.
* तोडा था ताला, दोबारा सील
उल्लेखनीय है कि, शनिवार को पालकमंत्री चंद्रकांत पाटिल के जिलाधिकारी कार्यालय में मौजूद रहते सांसद कक्ष का ताबा लेने के लिए विधायक यशोमति और सांसद बलवंत वानखडे व अन्य कांग्रेसजनों ने रॉड से ताला तोडकर कब्जा लिया था. उनके वहां से जाने के बाद जिला प्रशासन ने शाम 4.30 बजे न केवल उस कक्ष पर ताला जड दिया, बल्कि उस पर कपडा बांधकर सील भी लगा दी. इसे कांग्रेस नेता ठाकुर ने बलवंत वानखडे के पिछडा वर्ग के होने के कारण उनके साथ ऐसा बर्ताव करने का आरोप रवि राणा और डॉ. अनिल बोंडे पर लगाया.
* 5 जून को कार्यालय हेतु पत्र
विधायक ठाकुर ने कहा कि, 4 जून को चुनाव परिणाम घोषित हुए. उसके बाद 5 जून को नवनिर्वाचित सांसद ने कार्यालय के संदर्भ में प्रशासन को एक पत्र दिया. लेकिन इसके बाद देरी की गई. सांसद ने शनिवार की बैठक में पालकमंत्री से विनती की, परंतु पालकमंत्री ने यह प्रश्न नहीं सुलझाया. उन्होेंने निम्रस्तर का बर्ताव हमसे किया. हमारे सांसद पिछावर्गीय हैं, इसलिए अलग बर्ताव किया गया, ऐसा आरोप विधायक ठाकुर ने किया. लोकतंत्र में आंदोलन करने का हमारा अधिकार है. लेकिन हमारे खिलाफ अपराध दर्ज किया गया. अब अपराध क्यों दर्ज किया गया? तो हमारे सांसद उस कार्यालय में न बैंठे. कांग्रेस के कार्यकर्ता, पदाधिकारी उस स्थान पर न बैठें. परंतु हम घबराते नहीं. आज आपकी सत्ता है, कल हमारी सत्ता आएगी. बहुत काम करना है. लेकिन काम में रोडे डालने के मामले फिलहाल शुरु हैं, ऐसा भी विधायक ठाकुर ने कहा.
* रवि राणा की सहयोग की क्या परिभाषा?
विधायक ठाकुर ने यह सवाल भी उठाया कि, एक ओर रवि राणा नये सांसद वानखडे को सहायता करने के लिए तैयार रहने का दिखावा करते हैं, दूसरी ओर सांसद कक्ष पर वानखडे का अधिकार स्वीकार नहीं करते. रवि राणा की सहयोग की परिभाषा उनकी समझ में नहीं आ रही है.
* दो सांसद को दो कार्यालय
यशोमति ठाकुर ने एक भेंटवार्ता में कहा कि, जिलाधिकारी कार्यालय में व्यापक स्पेस होने और दो सांसदों को दो कार्यालय दिये जा सकते है. ठाकुर ने इस आरोप का पुनरुच्चार किया कि, पिछडा वर्ग के होने से ही वानखडे के साथ ऐसा व्यवहार हो रहा है. महाविकास आघाडी ऐसे बर्ताव को सहन नहीं करेंगी. प्रत्येक स्तर पर संघर्ष के लिए आघाडी तैयार होने की बात यशोमति ठाकुर ने कहीं.
* ताला तोडने के मामले में सांसद के विरुद्ध केस
जिलाधिकारी कार्यालय परिसर के अग्र भाग में स्थित सांसद विकास भवन पर अपने ही पदनाम के कक्ष के दरवाजे का ताला तोडने के लिए बलवंत वानखडे के विरुद्ध भीड जमा करने की अनुमति न होने और वहां का नुकसान करने के मामले में अपराध दर्ज किया गया है. विधायक यशोमति ठाकुर और 10-15 कार्यकर्ताओं को भी आरोपी बनाया गया है. गत शनिवार को दोपहर 12.15 से 1.30 बजे सांसद कक्ष के पास यह हाईड्रामा हुआ था.
* सांसद का पत्र, नहीं दी चाबी
बलवंत वानखडे ने पत्र देने के बाद भी जिला प्रशासन ने सांसद जनसंपर्क कार्यालय कक्ष की चाबी नहीं दी थी. जिससे विधायक यशोमति और सांसद वानखडे गुस्से में आ गये थे. उन्होंने पालकमंत्री चंद्रकांत पाटिल के सामने चाबी मांगी. प्रशासन इसके बावजूद कोई जवाब नहीं दे रहा था. ऐसे में विधायक यशोमति ने आक्रमक होकर सांसद वानखडे और कार्यकर्ताओं को साथ में लेकर कक्ष का ताला तोडा. कक्ष का ताबा लिया. वानखडे को सांसद की कुर्सी पर बिठाया.
* महिला कर्मी की शिकायत
इस बारे में गाडगे नगर पुलिस ने महिला कर्मचारी की रिपोर्ट पर अपराध दर्ज किया है. जिला नियोजन अधिकारी अभिजीत म्हस्के के आदेश पर महिला कर्मी द्वारा पुलिस में शिकायत किये जाने की जानकारी है. शिकायत में म्हस्के की ओर से कहा गया कि, कक्ष का ताला सांसद वानखडे, विधायक ठाकुर और अन्य 10-15 जनों द्वारा तोडे जाने की जानकारी उन्हें ई-मीडिया से प्राप्त हुई. अत: पुलिस ने शनिवार रात एफआईआर दाखिल की.
* नारेबाजी के कारण भी एफआईआर
जिलाधिकारी कार्यालय में शनिवार को पालकमंत्री पाटिल द्वारा बैठक आहूत की गई थी. पुलिस ने प्रतिबंधात्मक आदेश जारी कर रखे थे. बावजूद इसके विधायक यशोमति और 10-12 कार्यकर्ताओं दोपहर 12.30 बजे गैरकानूनी रुप से भीड इकठ्ठा कर जोर-जोर से नारेबाजी की. पुलिस द्वारा दिये गये निर्देशों की ओर ध्यान नहीं दिया. ऐसी शिकायत गाडगे नगर के पुलिस अंमलदार अजय कोठे ने दर्ज करवाई है. पुलिस ने विधायक ठाकुर और 10-12 कार्यकर्ताओं पर अपराध दर्ज किया है.
* क्या कहते हैं सांसद
सांसद बलवंत वानखडे से इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने फिलहाल दिल्ली में नये संसद का सत्र शुरु रहने की जानकारी देते हुए बताया कि, लौटने पर प्रशासन से सांसद जनसंपर्क कार्यालय हेतु दोबारा विनती करेंगे. उपरान्त पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा कर आगे कदम उठाया जाएगा. वानखडे ने कहा कि, नियमानुसार कार्यालय उन्हें मिलना आवश्यक है. वानखडे ने आरोप लगाया कि, प्रशासन किसी के दबाव में गलत पद्धति से व्यवहार कर रहा है.
* दोनों को दें अधिकार
सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने कहा कि, 2022 से नवनीत राणा और वे इस कार्यालय का उपयोग करते आये हैं. दोबारा हस्तांतरण करने पर दोनों सांसदों को इसका अधिकार मिलना चाहिए. बोंडे ने बताया कि, उन्होंने इसी आशय का पत्र प्रशासन को दिया है. बोंडे ने आरोप लगाया कि, यशोमति ठाकुर ने ताला तोडकर दादागीरी की. अपने पिछडावर्गीय सांसद बलवंत वानखडे का अपमान भी किया.
* शासन की मालमत्ता
जिला नियोजन अधिकारी अभिजीत म्हस्के ने कहा कि, संबंधित कार्यालय शासन की संपत्ति है. अत: उस कार्यालय को पुन: सील कर दिया गया है. सांसद जनसंपर्क कार्यालय की चाबियों के बारे में मुझे अभी कोई निर्देश नहीं मिले है, जो घटना हुई उसके बारे में पुलिस में शिकायत की है.