एमआईडीसी में 50 एकड का प्रस्ताव
अमरावती/दि.27- पश्चिम विदर्भ के युवाओ के लिए रोजगार सृजन करने अमरावती में आईटी पार्क बनाए जाने की मांग उठी, इसके बाद प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा की गई. आईटी पार्क के लिए जगह की तलाश शुरू है. सुत्रों की माने तो नांदगांव पेठ के पांच सितारा औद्योगिक क्षेत्र में ही 50 एकड जगह देखी जा रही है. जहां आईटी पार्क बनने से हजारों युवाओं को रोजगार मिलेगा.
* पातुरकर का प्रस्ताव
संभाग के पांच जिलों से प्रति वर्ष लगभग 25 हजार विद्यार्थी इंजिनियरिंग की पदवी प्राप्त करते है. स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर नहीं होने से उन लोगों को पुणे,मुंबई, नाशिक, बैंगलोर की ओर दौड लगानी पडती है. ऐसे में एमआईडीसी असो. के अध्यक्ष किरण पातुरकर ने अमरावती में आईटी पार्क स्थापित करने का प्रस्ताव दिया है. इसके लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस तथा अजीत पवार से चर्चा की. उद्योग मंत्री से भी चर्चा की गई.
* इंजिनियर्स को मिलेगा जॉब
पातुरकर पिछले पांच माह से इसके लिए प्रयत्नशील है, उन्होनें बताया कि प्रस्ताव मंजूर होने से इंजिनियर्स को बडे प्रमाण में रोजगार प्राप्त होगा. एमआईडीसी में आईटी पार्क प्रस्तावित है. स्थानीय स्तर पर उन्हें जॉब मिलेगा. इसलिए संभाग के 5 जिलो के विद्यार्थियों का विचार कर यह पार्क प्रस्तावित है. इसकी शासन से मंजूरी के लिए पातुरकर प्रयत्नशील हैं.
* पूरक उद्योग भी बढेंगे
जानकारो के अनुसार आईटी पार्क स्थापित होने से अन्य पूरक उद्योगो को भी प्रोत्साहन मिलेगा. वे यहां अपने उद्यम लाएंगे. यहां समृद्धि हाईवे जुड जाने का फायदा उद्योगो को मिलने जा रहा है. ट्रेन की कनेक्टिवीटी बढ रही है. शीघ्र विमानतल ऑपरेशनल होने से बडे शहरों से हवाई कनेक्टिवीटी भी होगी.
* नई शिक्षा नीति पोषक
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति अमरावती में आईटी पार्क स्थापित करने में सहयोगी रहने की बात एक जानकार ने कही. उन्होंने कहा कि, नई नीति में विद्यार्थियों को कोर्स पूर्ण करने के बाद 6 माह इंटर्नशिप करना आवश्यक किया गया है. अभियांत्रिकी के विद्यार्थियों को अमरावती में आईटी पार्क न होने से दिक्कते झेलनी पडती. यहां सुविधा होने से विद्यार्थियों की यह परेशानी दूर हो जाएगी.
* उद्योग मंत्री ने दिए निर्देश
एमआईडीसी एसो. के अध्यक्ष किरण पातुरकर ने बताया कि, आईटी पार्क की आवश्यकता और संभावना पर बल देते हुए गत अनेक माह से काफी कुछ प्रयत्न किए गए. उद्योग मंत्री उदय सामंत भी अमरावती में ऐसे प्रकल्प के लिए न केवल सकारात्मक रहे अपितु उन्होंने एमआईडीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को जगह ढूंढने के लिए कहा है.