वन विभाग के दल द्वारा मेलघाट के जंगल में खोज अभियान
बाघ के शिकार का प्रकरण, संदिग्धो की तलाश जारी
अमरावती/दि. 29 – मेलघाट के जंगल में मंगलवार 26 नवंबर को एक बाघ का शिकार किए जाने की बात प्राथमिक जांच में सामने आने के बाद संदिग्ध आरोपियों की तलाश करने के लिए वन विभाग के दल सक्रिय हो गए है. मेलघाट के जंगल में खोज अभियान चलाया जा रहा है.
मृतक बाघ की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही उसकी मृत्यु कैसे हुई यह बात स्पष्ट होगी. वन विभाग के अधिकारियों को पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने का इंतजार है. कारण स्पष्ट होने के बाद जांच कार्य में गति मिलनेवाली है. मृतक बाघ के तीन पंजे गायब है. जबकि नख न रहा एक पंजा और दो नख घटनास्थल से बरामद होने के बाद इस बाघ का शिकार किए जाने का संदेह व्यक्त किया जा रहा है. इस प्रकरण की गहन जांच करने के लिए जांच समिति गठित की गई है. मेलघाट प्रादेशिक वन विभाग परतवाडा अंतर्गत अंजनगांव वनपरिक्षेत्र के वनखंड क्रमांक 1032 वस्तापुर परिसर में बाघ मृतावस्था में मिला था. इस प्रकरण का पर्दाफाश करने के लिए विविध स्तर पर प्रयास जारी है. वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी सर्च ऑपरेशन चला रहे है. अकोट बॉर्डर रहने से यह क्षेत्र अधिक संवेदनशील माना जाता है. इस कारण वन विभाग गहन जांच कर रह
* कुछ लोगों पर संदेह
कुछ लोगों पर हमारा संदेह है. उस दृष्टि से भी जांच जारी है. वन विभाग की तरफ से आरोपियों को सरगर्मी से तलाश की जा रही है. आरोपियों की तलाश के लिए जंगल और आसपास के परिसर में अभियान जारी है.
– अग्रिम सैनिक, उपवनसंरक्षक, मेलघाट प्रादेशिक वन विभाग, परतवाडा.
* जंगल में पेट्रोलिंग जारी
आरोपियों की तलाश जारी है. पेट्रोलिंग दल जंगल के भीतर जांच कर रहा है.
– पवन बाणेर, वनपरिक्षेत्र अधिकारी, अंजनगांव सुर्जी.