कोरोना की दुसरी लहर शहर में 250, ग्रामीण में 37 बाल मरीज
कोरोना से बच्चों के बीमार पडने का प्रमाण काफी कम
अमरावती/प्रतिनिधि दि.३ – कोरोना के नये स्ट्रेन से बाधित होने वालों में शहर में 250 और ग्रामीण इलाकों में 37 बाल मरीज है. रोग प्रतिकार शक्ति बेहतर होने से 0 से 15 आयु समूह के बच्चे कोरोना को हरा रहे है. यहा बता दें कि, बीते शहर में 189 व ग्रामीण इलाकों में 28 बच्चों को कोरोना का संक्रमण हुआ था. इस बार संख्या बढ गई है. फिर भी 68 मरीजों का आंकडा तुलना में काफी कम है. रोग प्रतिकार शक्ती बेहतर होने से शहर में यह आंकडा कम है. इसलिए बच्चों को खाली छोड देने उनकी परवाह न करने के मामले भी सामने आ रहे है. लेकिन ज्यादा से ज्यादा बच्चों का ख्याल रखा जाए और उन्हें बाहर कहीं भी छोडे नहीं. यह सला भी जिला प्रशासन के बाल विभाग ने दी है.
पहली लहर के दौरान अमरावती में केवल 28 बच्चों को कोरोना का संक्रमण हुआ था. इनमें से अधिकांश बच्चे घर में ही ठीक हो गये. वहीं इक्का दुक्का बच्चों को इर्विन, सुपर स्पेशालिटी में भर्ती किया गया था. लेकिन इस बार ग्रामीण के 37 बच्चों को कोरोना का संक्रमण पाया गया. भले ही संक्रमितों की संख्या लाखों तक पहुंच गई है. लेकिन उस प्रमाण में छोटे बच्चों की संख्या कम रहने से यह सकारात्मक बात है.
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बच्चों का ख्याल रखना बेहद जररी
बच्चों को खांसी की शिकयत हों, ऐसे कोई भी आहर न दिया जाए. नमकीन फल नहीं दिया जाये. फास्ट फ्रुड को टाला जाये. जिससे जुलाब की शिकायतें होती है. वहीं आंखे लाल क्यूं हो रही है. बच्चे उल्टीया क्यो कर रहे है, इस ओर भी ध्यान देना चाहिए. बे वजह बच्चों को बाहर जाने नहीं दिया जाए. रात में बडे व्यक्तियों के पास उन्हें सोने नहीं दिया जाए. बाहर से लायी गई थैलिया, वस्तुएं बच्चों को नहीं दी जाए.
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संख्या कम फिर भी सावधानी जरुरी
छोटे बच्चोें में संक्रमण का प्रमाण कम है. बीते वर्ष की तुलना में इस वर्ष थोडी सी चिंता बढ गई हैे. लेकिन कुल जनसंख्या और संक्रमितों की जनसंख्या के मुहाने से यह आंकडा काफी कम है. फिर भी बच्चों का ख्याल रखना बेहद जरुरी है. बच्चों में प्रतिकार क्षमता बेहतर होती है. इसलिए वे कोरोना को आसानी से हरा सकते है.
– डॉ. नागलकर बालरोग,
विभाग प्रमुख, इर्विन