* निगमायुक्त पर स्याही फेंकने व हमला करने को लेकर दर्ज हुआ मामला
अमरावती/दि.10- गत रोज राजापेठ रेलवे अंडरपास में मनपा आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर को अचानक घेरकर उन पर स्याही फेंकने की घटना घटित हुई थी. जिससे शहर की राजनीति सहित प्रशासकीय स्तर पर खलबली व्याप्त हो गई थी. पश्चात पुलिस ने गत रोज इस मामले में कुल 9 लोगों को नामजद करते हुए 5 लोगों को डिटेन किया था. वहीं अब इस मामले में हत्या का प्रयास करने को लेकर दर्ज की जानेवाली भादंवि की धारा 307 को जोडते हुए बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र के विधायक रवि राणा को भी आरोपी बनाते हुए नामजद किया गया है. जिससे शहर सहित जिले में एक बार फिर राजनीतिक भूचाल आने के पूरे आसार दिखाई दे रहे है.
बता दें कि, अमरावती शहर में विगत अनेक दिनों से युवा स्वाभिमान पार्टी तथा स्थानीय प्रशासन के बीच राजापेठ रेलवे उडानपुल पर छत्रपति शिवाजी महाराज का पुतला स्थापित किये जाने के मसले को लेकर टकराववाली स्थिति बनी हुई है. युवा स्वाभिमान पार्टी द्वारा विगत माह 12 जनवरी को रेलवे ओवरब्रिज पर अकस्मात ही छत्रपति शिवाजी महाराज का पुतला स्थापित कर दिया गया था. जिसे बाद में मनपा प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए हटा दिया था. पश्चात विधायक रवि राणा ने आगामी 19 फरवरी को उसी स्थान पर पुतला स्थापित करने की घोषणा की थी. वहीं मनपा प्रशासन ने राजापेठ रेलवे ओवरब्रिज पर बने चबुतरे को भी विगत दिनों तुडवा दिया था. जिसे लेकर विधायक रवि राणा ने मनपा प्रशासन को लेकर अपना गुस्सा प्रदर्शित किया था. इसी दौरान गत रोज मनपा आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर पर राजापेठ रेलवे अंडरपास का मुआयना करते समय स्याही फेंकी गई. साथ ही उन पर हमला करने का प्रयास किया गया. खुद आयुक्त आष्टीकर ने पुलिस को दी गई शिकायत तथा मीडिया को दिये गये बयान में बताया कि, उन पर स्कू्र ड्रायवर से हमला करने का प्रयास व उनके सरकारी वाहन के कांच फोडने के साथ ही स्क्रू ड्रायवर से वाहन के टायर पर भी वार किये गये. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत ही धारा 353, 147, 148 व 149 के तहत मामला दर्ज करते हुए महेश मूलचंदानी, संदीप गुल्हाने, अजय बोबडे, सूरज मिश्रा, विनोद येवतीकर इन पांच लोगों को डिटेन किया. वहीं आयुक्त आष्टीकर को राजापेठ रेलवे अंडरपास का मुआयना करने हेतु बुलानेवाले कमलकिशोर मालाणी की नामजद होते ही तबियत खराब होने के चलते उन्हें अस्पताल में भरती कराया गया. साथ ही इस मामले में आयुक्त आष्टीकर पर स्याही फेंकनेवाली तीन महिलाओं की पहचान करते हुए उन्हें भी इन्हीं धाराओं के तहत नामजद किया गया.
वहीं अब इस पूरे मामले में धारा 307 यानी हत्या का प्रयास करने का अपराध दर्ज करते हुए युवा स्वाभिमान पार्टी के संस्थापक व विधायक रवि राणा को भी आरोपी बनाया गया है. जिससे अब राजनीतिक क्षेत्र में भी उबाल आने की पूरी संभावना है. वहीं अब आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू होनेवाला है.
* राजनीतिक दबाव के तहत हो रही कार्रवाई, सीएम ठाकरे मुझे किसी न किसी मामले में फंसाना चाहते है
– विधायक रवि राणा ने दी अपनी प्रतिक्रिया
वही दूसरी ओर अपने खिलाफ धारा 307 के तहत मामला दर्ज किये जाने को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए विधायक रवि राणा ने कहा कि, जिस समय यह घटना घटित हुई थी, तब वे दिल्ली में थे और उन्हें भी मीडिया व सोशल मीडिया के जरिये ही इस घटना की जानकारी मिली थी. साथ ही उनका व उनकी पार्टी का इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है. लेकिन इसके बावजूद केवल राजनीतिक द्वेष के चलते उन्हें इस मामले में फंसाने का प्रयास किया जा रहा है. दिल्ली में बुलाई गई पत्रकार परिषद में विधायक रवि राणा ने कहा कि, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे ने पुलिस को उन्हें किसी न किसी मामले में फंसाने का आदेश जारी किया है. साथ ही मुख्यमंत्री ठाकरे सहित महाराष्ट्र के गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटील, परिवहन मंत्री अनिल परब तथा शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने अमरावती की शहर पुलिस आयुक्त को खुद फोन लगाकर कहा कि, किसी भी हालत में रवि राणा को गिरफ्तार किया जाये. इसके साथ ही विधायक रवि राणा ने सीएम उध्दव ठाकरे को चुनौती देनेवाले अंदाज में कहा कि, यदि उध्दव ठाकरे में हिम्मत हो, तो वे सांसद संजय राउत पर भी धारा 506 के तहत अपराध दर्ज करे. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, आगामी समय में उध्दव ठाकरे सहित अनिल परब की संपत्तियों पर कार्रवाई होगी. जिसके लिए वे भी आवश्यक सबूत देंगे. इसके अलावा विधायक रवि राणा ने अमरावती की जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर पर भी आरोप लगाया कि, वे उन्हेें जेल भिजवाने के लिए पुलिस एवं प्रशासन पर राजनीतिक दबाव बना रही है.