जंगल सफारी के लिए जाने वाले पर्यटकों की सुरक्षा खतरे में
आरटीओ करेंगा जांच, वन परिक्षेत्र अधिकारियों का निर्णय
परतवाड़ा / दि. १६– मेलघाट में पर्यटकों की जान की खतरा निर्माण हो गया है. जंगल सफारी के लिए जाने वाले सैलानियों की सुरक्षा खतरे में दिखाई देती है. मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प अंतर्गत सैलानियों के लिए जंगल सफारी शुुरु की गई, लेकिन जंगल सफारी में दौडने वाली कुछ जिप्सी वाहन खराब हुए है. कुछ गाडियां कबाड होने के बाद भी दौड रही है. कभी टायर फटना, पंक्चर होना, पेट्रोल खत्म होना, तो कभी बीच रास्ते में ही बंद पड़ जाने से जंगल सफारी करना खतरा बना है. इस पर किसी का नियंत्रण नहीं. जंगल सफारी वाहन खराब होने से दुर्घटनाएं भी हो रही है. पर्यटकों ने जेब रखा मोबाइल, वॉलेट सफारी दौरान रास्ते में गिरने की घटनाएं ताजा है. इन घटनाओं को देखते हुए आरटीओ ने जिप्सी वाहनों की जांच करने का निर्णय लिया है. बतादें कि, तेज गति से दौड़ रही जिप्सी गाडी नंबर एम.एच.२७ एच ४०४ की हाल ही में दुर्घटना हुई. इस दुर्घटना में गार्ड समेत आठ पर्यटक घायल हुए थे. इसी तरह जून माह में भी जिप्सी का पेट्रोल खत्म होने की घटना व्याघ्र प्रकल्प कार्यालय में पर्यटक ने दर्ज की है.जंगल में सैलानियों को एक घंटे तक खडे़ रहना पड़ा.
वन विभाग का लोगो आवश्यक
जंगल सफारी के लिए पर्यटकों को ले जानेवाले वाहन पर लाइसेंस के तौर पर व्याघ्र प्रकल्प का, वन विभाग का लोगो आवश्यक होता है. गाडी चालक, गाईड डे्रस कोड का पालन नहीं करते.
जांच करने का निर्णय
पांच नवंबर को हुई दुर्घटना के बाद चिखलदरा वन परिक्षेत्र अधिकारियों ने वैराट जंगल सफारी के लिए जानेवाली ४५ जिप्सी वाहनों की जांच आरटीओ द्वारा करवाने का निर्णय लिया है.