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आपत्तिजनक अवस्था में देख पति ने ही उतारा पत्नी को मौत के घाट

आरोपी पति को मध्यप्रदेश के मंडला जिले से किया गिरफ्तार

* बडनेरा और क्राइम ब्रांच पुलिस की कार्रवाई
* पत्रकार परिषद में पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी ने दी जानकारी
* मामला रेल्वे स्टेशन परिसर में मिली महिला की लाश का
अमरावती/दि.18- बडनेरा रेल्वे स्टेशन परिसर में 15 अक्तूबर को अर्धनग्न अवस्था में खून से सनी मिली महिला की लाश का बडनेरा और क्राइम ब्रांच पुुलिस ने पर्दाफाश करते हुए मृतक महिला की शिनाख्त कर उसके पति को मध्यप्रदेश के मंडला जिले में आने वाले नयनपुर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी पति ने घटना की कबूली देते हुए पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी को आपत्तिजनक अवस्था में देखने के बाद संतप्त होकर उसने उसे मौत के घाट उतारा.
आज पुलिस आयुक्त कार्यालय में हुई पत्रकार परिषद में पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी ने बताया कि पकडे गए आरोपी का नाम लक्ष्मण मानसिंग मरावी (34) है. जबकि मृतक महिला की शिनाख्त भागवती लक्ष्मण मरावी (38) के रुप में की गई है. मृतक और आरोपी पती-पत्नी है और वह मध्यप्रदेश के मंडला जिले में आने वाले ओहनी ग्राम के रहने वाले है. सीपी रेड्डी ने बताया कि 15 अक्तूबर को सुबह 9 बजे के दौरान बडनेरा रेल्वे स्टेशन की पानी की टंकी के पास एक महिला का शव अर्धनग्न अवस्था में खून से सनी हालत में बडनेरा पुलिस को बरामद हुआ था. शुरूआत में पुलिस ने आकस्मिक घटना दर्ज कर जांच शुरू की थी. लेकिन मामला गंभीर रहने से और दुष्कर्म और हत्या का संदेह होने पर पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी के मार्गदर्शन में क्राइम ब्रांच यूनिट 2 के निरीक्षक बाबाराव अवचार तथा बडनेरा के थानेदार सुनील चव्हाण के नेतृत्व में जांच शुरू की गई. सहायक निरीक्षक महेश इंगोले के नेतृत्व में सभी तरफ के सीसीटीवी फूटेज की जांच करने के बाद सर्वप्रथम संदिग्ध आरोपी बडनेरा शहर के जुनीबस्ती निवासी शेखर उर्फ चंद्रशेखर नारायण चिंचोलकर (34) को घटना के दूसरे दिन कब्जे में लेकर कडी पूछताछ किए जाने पर उसने बताया कि मृतक महिला और उसका पति दोनों 14 अक्तूबर की रात 8 बजे जुनीबस्ती के भगतसिंह चौक में उसे मिले. दोनों को वह अपने घर ले गया और उन्हें काम दिलाने का आश्वासन दिया. शेखर ने बताया कि मृतक महिला और उसका पति किस गांव के रहने वाले है. इसकी उसे जानकारी नहीं है लेकिन घटना वाले दिन का संपूर्ण घटनाक्रम उसने पुलिस को बताया. इस आधार पर बडनेरा पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर शेखर को गिरफ्तार कर लिया. पश्चात मृतक और उसके पति की पहचान करने की पुलिस को चुनौती रहते मिली जानकारी के आधार पर पुलिस का दल मध्यप्रदेश के मंडला जिले के नयनपुर थाना क्षेत्र में आने वाले ओहनी ग्राम पहुंचा और लक्ष्मण मरावी को 17 अक्तूबर की रात कब्जे में लिया. उससे पूछताछ करने पर उसने अपनी पत्नी की हत्या करने की कबूली दी. तब मृतक की शिनाख्त भागवती मरावी के रुप में हुई. आरोपी पति लक्ष्मण मरावी को बडनेरा पुलिस के हवाले कर दिया गया है. मामले की जांच थानेदार सुनील चव्हाण आगे कर रहे है. पत्रकार परिषद में नवीनचंद्र रेड्डी के अलावा पुलिस उपायुक्त सागर पाटील, गणेश शिंदे, कल्पना बारवकर, सहायक आयुक्त शिवाजीराव बचाटे, कैलाश पुंडकर, क्राइम ब्रांच के निरीक्षक बाबाराव अवचार, बडनेरा के थानेदार सुनिल चव्हाण, सीआईयु दल के सहायक निरीक्षक महेश इंगोले उपस्थित थे.

महिला थी शराब के नशे में
पत्रकार परिषद में पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी ने बताया कि घटना वाले दिन यानी 14 अक्तूबर की रात मृतक महिला और उसका पति दोनों शेखर के साथ बडनेरा रेल्वे स्टेशन पहुंचे. शेखर ने भागवती मरावी से शराब के लिए 500 रुपये लिए. वह शराब लाने के लिए चला गया. पश्चात पति पत्नी ने गोंदिया जाने के लिए दो टिकट निकाले. रात 9.45 बजे शेखर शराब लेकर वहां पहुंचा और पति पत्नी को साथ लेकर पानी की टंकी के पास पहुंचा. जहां तीनों ने बैठकर शराब पी. पश्चात लक्ष्मण मरावी नशे में धूत हो जाने से वह सो गया. रात 10.30 बजे के दौरान जब लक्ष्मण की आंखे खुली तो उसे शेखर उसकी पत्नी के साथ आपत्तिजनक अवस्था में दिखाई दिया. तब लक्ष्मण ने उसके साथ गाली गलौच की. इस कारण शेखर वहां से भाग गया. संतप्त हुए लक्ष्मण ने गुस्से में अपनी पत्नी भागवती के बाल पकडकर उसका सिर वहां के ओटे पर पटका और ईंट से सिर पर मारपीट की. पश्चात वह फिर सो गया.

सुबह ट्रेन से भाग गया
पुलिस आयुक्त ने यह भी बताया कि शराब के नशे में रहने से लक्ष्मण मरावी को यह पता ही नहीं चला कि सिर पर ईट मारने से उसकी पत्नी की मौत हो गई है. 15 सितंबर को सुबह 5.15 बजे जब वह निंद से उठा और पत्नी को उठाने का प्रयास किया तब वह मृतावस्था में निर्वस्त्र दिखाई दी. तब लक्ष्मण ने उसके शव पर ब्लैंकेट डाला और दो बैग लेकर ट्रेन से अपने गांव की तरफ भाग गया. लेकिन पुलिस ने घटना के 48 घंटे के भीतर इस प्रकरण का पर्दाफाश कर मृतक की शिनाख्त करने के साथ मुख्य आरोपी लक्ष्मण मरावी को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की. यह कार्रवाई क्राइम ब्रांच यूनिट 2 के निरीक्षक बाबाराव अवचार, एसीपी शिवाजी बचाटे के नेतृत्व में सहायक निरीक्षक महेश इंगोले, उपनिरीक्षक संजय वानखडे, जवान दीपक सुंदरकर, गजानन ढोले, आस्तिक देशमुख, संग्राम भोजने, मिर्जा नईम बेग, मंगेश शिंदे. राजिक रायलीवाले, योगेश पवार, निलेश वंजारी, सागर ठाकरे, चेतन कराडे, संदिप खंडारे, चेतन शर्मा, राहुल दुधे, शशिकांत शेलके, निखिल बोंडे के दल ने की.

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