अमरावती प्रतिनिधि/दि.११ – सप्ताहभर पहले शिवशाही बस में तस्करी का संदेह होने पर बस चालक ने शिवशाही बस को पुलिस मुख्यालय में लाकर खडा कर दिया था. इसके बाद काफी हडकंप मच गया था. जांचपडताल में लगेज खोले जाने के बाद उसमें से चालीस लाख रुपए मूल्य की 50 किलो चांदी के जेवरात पाये गए. इस मामले में संबंधित कुरियर व व्यावसायियों ने संपूर्ण दस्तावेज पेश करते हुए जांच पडताल की. जब्त चांदी के सभी दस्तावेज पूरी तरह से क्लियर बताये गए.
यहां बता दें कि पुणे से नागपुर जाने वाली शिवशाही बस में कुरियर का लगेज चढाया गया था. जबकि उस लगेज के साथ बैठे व्यक्तियों की अकोला, अमरावती में अदलाबदली होने से बस चालक को शक हुआ. इसके बाद शिवशाही बस चालक ने बस को सीधे पुलिस मुख्यालय में खडी कर जानकारी दी. इसके बाद यात्रियों से भरी बस को फे्रजरपुरा थाने में लाया गया. यहां पर पांच से छह घंटे तक लगेज की जांचपडताल की गई. इस समय इनकमटैक्स के अधिकारी भी मौजूद थे. इसी समय संबंधित कुरियर संचालक को भी बुलाया गया था. जांच पडताल में 50 किलो चांदी के बर्तन और जेवरात पाये गए. जिसकी कीमत 40 लाख से अधिक बताई गई. वह चांदी का लगेज नागपुर से 10 से 12 यात्रियों का बताया गया था. किंतु फे्रजरपुरा पुलिस ने जीएसटी से लेकर अन्य दस्तावेज की जांच पडताल हेतू 50 किलो चांदी के जेवरातों को सिल कर दिया था. इस मामले में जानकारी मिली है कि वह चोरी का तस्करी का माल नहीं था, जबकि वह व्यापारियों का ही माल था. केवल कुरियल बॉय की अदलाबदली होने से ही उक्त झमेला हुआ.