अमरावती

चयन हुआ, अब नियुक्ति की प्रतीक्षा

रापनि में सीधी पद भरती, प्रशिक्षण भी हुआ पूरा

  • तीन वर्षों से आदेशों की हो रही अनदेखी

अमरावती/दि.13 – राज्य परिवहन महामंडल ने अमरावती विभाग के विविध पदों हेतु वर्ष 2019 में सीधी पद भरती प्रक्रिया चलाई थी. किंतु इस भरती प्रक्रिया में चुने गये परीक्षार्थियों को अब भी नियुक्ति नहीं दी गई है और विगत तीन वर्षों से सभी परीक्षार्थी नियुक्ति की प्रतीक्षा में है. इसमें से कई परीक्षार्थियों का प्रशिक्षण भी पूर्ण हो चुका है. ऐसे में चुने गये परीक्षार्थियों ने विभागीय परिवहन नियंत्रक कार्यालय दस्तक देते हुए अपनी व्यथा सुनाई और खुद को तत्काल नियुक्ति दिये जाने की मांग की.
बता दें कि, राज्य परिवहन महामंडल द्वारा अमरावती क्षेत्र में विविध रिक्त पदों के लिए 2019 में सीधी पद भरती प्रक्रिया चलायी गई थी. इस पद भरती में चुने गये परिक्षार्थियोें का प्रशिक्षण भी पूर्ण हो गया था. लेकिन इसके बावजूद विगत तीन वर्षों से ये सभी अभ्यर्थि नियुक्ति की प्रतीक्षा में है. ऐसे में इन आवेदकों ने नियुक्ति हेतु परिवहन विभाग को अनेकों बार निवेदन दिये और आंदोलन भी किये. किंतु बावजूद इसके रापनि प्रशासन द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. ऐसे में संतप्त हुए आवेदकों ने परिवहन विभाग में दस्तक देते हुए विभागीय परिवहन अधिकारी श्रीकांत गभणे से इसे लेकर जवाब मांगा. ज्ञात रहें कि, इस समय रापनि के कर्मचारी विलीनीकरण की मांग को लेकर हडताल पर है और इस दौरान परिवहन विभाग ने ठेका पध्दति पर वाहकों व चालकों की नियुक्ति की है. किंतु वर्ष 2019 में हुई सीधी पद भरती के तहत चुने गये कर्मचारियों को अब तक नियुक्ति नहीं दी गई. ऐसे में उस पद भरती में चयनीत आवेदकों ने चेतावनी दी है कि, यदि सरकार ने उन्हें लेकर जल्द से जल्द सकारात्मक विचार नहीं किया, तो उनके समक्ष आत्महत्या करने के लिए अन्य कोई पर्याय नहीं रहेगा.

मध्यवर्ती कार्यालय को भेजा है प्रस्ताव

चुने गये परीक्षार्थियों की नियुक्ति का प्रस्ताव रापनि के मध्यवर्ती कार्यालय के पास भेजा गया है. किंतु मध्यवर्ती कार्यालय द्वारा इसे अब तक मंजुरी नहीं दी गई है. इस समय कई कर्मचारियों को ठेकेदारों के जरिये काम पर लिया गया है. जिसे लेकर विज्ञापन जारी किया गया था. साथ ही इस संदर्भ में मध्यवर्ती कार्यालय की मंजुरी भी मिली थी. इसी तरह नियुक्ति की प्रतीक्षा में रहनेवाले कर्मचारियों के संदर्भ में पत्र प्राप्त होने पर उन्हें भी सेवा में शामिल कर लिया जायेगा.
– श्रीकांत गभने
विभागीय नियंत्रक, राज्य परिवहन विभाग

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