अमरावती/ दि. 1- संत गाडगेबाबा अमरावती विश्वविद्यालय के कुलगुरू प्रा. डॉ. दिलीप मालखेडे का हाल ही में आकस्मिक निधन हुआ. डॉ. दिलीप मालखेडे का जीवन सभी के लिए प्रेरणादायी मार्गदर्शक व अनुकरणीय है. उन्होंने अपने जीवन मेंं अलग-अलग भूमिका निभाई है. किसी व्यक्ति विशेष का सानिध्य, संपर्क, संवाद, कार्य की जानकारी हर किसी को मिलनी चाहिए. टारगेट ओरिएंटेड काम करनेवालों के अनुभव भावी पीढी तक पहुंचने चाहिए. जिससे युवाओं पर परिणामकारक व पीढी दर पीढी संस्कार होते है. प्रा. डॉ. दिलीप मालखेडे के साथ अनुभव व यादों को संकलित करने यादे संकलन समिति की ओर से नवसंकल्पना साकार की जा रही है. डॉ. दिलीप मालखेडे एक असाधारण व्यक्तित्व थे. जिनके साथ आये अनुभव जीवन, इंसानियत तथा शिक्षक के साथ कुलगुरू, एआयसीटी के अधिकारी के रूप में आये विविध अनुभवों को शब्दबध्द करने का मौका देकर उनकी स्मृतियों को संकलित करने का मानस है. आगामी 2 फरवरी तक ऑनलाइन पध्दति से प्राप्त इन स्मृतियों की ई-बुक सोमवार, 6 फरवरी को प्रकाशित की जायेगी. आनेवाले समय में इस बुक को किताब के रूप में प्रकाशित करने का समिति का मानस है. इस ई-बुक के माध्यम से डॉ. प्रा. दिलीप मालखेडे के विचार जन-जन तक पहुंचाने का कार्य कर उनमें छिपे गुणों से आनेवाली पीढी प्रेरित हो सके. यह मानस है.
साथ ही इस ई-बुक के लिए अच्छा टाइटल सुझाने का भी समिति ने आवाहन किया है. एडयुव्हैल्यु.जीमेल कॉम अथवा 973 0244331 नंबर पर वॉट्सएप द्बारा अपने विचार भेजने का आवाहन किया. ज्यादा से ज्यादा लोग प्रा. डॉ. दिलीप मालखेडे यादें संकलन समिति से जुडने का आवाहन आयोजकों ने किया है.