बचत गटों की महिलाओं को दिया स्वयंरोजगार का बल
कल्पना बुरंगे दे रही महिलाओं को निःशुल्क प्रशिक्षण
अमरावती/दि.8 – सिर्फ नौकरी कर अर्थार्जन किए जाने से ही महिलाएं सक्षम होती है, ऐसा नहीं तो घर में रहकर ही विविध छोटे बड़े उद्योगों से अर्थार्जन करते शहर सहित ग्रामीण भागों की महिलाएं भी आर्थिक दृष्टि से सक्षम हो रही है. इसमें बचत गट की महिलाएं पीछे नहीं है. उनके पंखों में स्वावलंबन व स्वयंरोजगार का बल देने का काम महिला बचत गट प्रशिक्षक कल्पना बुरंगे कर रही हैं.
कल्पना बुरंगे यह जिले की 140 महिला बचत गुटों के लिए आधार साबित हो रही है. महिलाओं को रोजगार निर्मिति के साथ ही उन्हें समाज में मान-सम्मान दिलवाने के लिये वे लगातार प्रयासरत हैं. ग्रामीण भाग की महिलाएं भी स्वयं के पैरों पर खड़ी रह सके, इस उद्देश्य से कल्पना बुरंगे जिले के प्रत्येक तहसील की पंचायत के साथ संलग्नित प्रत्येकी दस बचत गटों की महिालओं को उन्होंने तैयार की गई वस्तु व खाद्य पदार्थों को राज्यभर के बाजारपेठ उपलब्ध करवाने प्रयासरत है. बचत गट से स्वयंरोजगार, बचत गटों से ही स्वतंत्र उद्योग की ओर यह उनका ब्रीद वाक्य है. इसी उक्ती का अनुसरण कर उनके मार्गदर्शन में अब तक अनेक महिलाएं स्वतंत्र व्यवसाय कर आत्मनिर्भर बनी है.कल्पना बुरंगे जिले के बचत गटों की महिलाओं को समय-समय पर प्रशिक्षण देने का कार्य निःशुल्क कर रही हैं.