स्व. प्रताप छतवानी की स्मृति में सदाबहार गीतों की महफिल
एक से बढकर एक सदाबहार गीतों नेे बांधा समा
पूज्य पंचायत कंवर नगर का आयोजन
अमरावती-/ दि.12 स्थानीय कंवर नगर चौक स्थित बाबा हरदास राम सोसायटी के सभागृह में रविवार को स्व. प्रताप छतवानी की स्मृति में पूज्य पंचायत की ओर से सदाबहार नगमे और गीतों की महफिल सजाई गई. कार्यक्रम में एक से बढकर एक गीत पेश किये गए. कार्यक्रम में किसी प्रकार के उद्घाटन की औपचारिकता न रखते हुए नए कलाकारों को अपनी कला पेश करने हेतु मंच उपलब्ध करवाया गया. जिसके कारण जहां कार्यक्रम में चुनिंदा गीतों की महफिल सजनी थी वहीं 25 से अधिक गीत पेश किये गए. कुछ नवोदित कलाकारों ने ऐन समय पर मंच पर खडे होकर सुरों की महफिल सजाने में अपना योगदान दिया.
कार्यक्रम की शुरुआत कंचन डेम्बला के गीत ‘अजिब दासता है कहा शुरु कहा खतम…’ इस मीना कुमारी व लता मंगेशकर के गीत से की गई. इसके बाद संतोष तलरेजा ने मुकेश के गीत ‘ओ रे ताल मिले…’ शॉपिंग बैंक के संचालक वसंत केशवानी ने शैलेंद्र के गीत तथा ऋषि कपुर पर फिल्माए गए ‘मैं शायर तो नहीं…’, सिए मोहित गणेशानी ने हरजित सिंग के फिल्म केदारनाथ का गीत पेश किया, शू कलेक्शन की सुनीता लाखानी ने ‘पल-पल दिल के पास तुम रहती हो…’, ओमप्रकाश लालवानी ने ‘बडी मुश्किल है खोया मेरा दिल है…’, नंदा साडिज के मुरली खिलरानी ने ‘तुम मुझे यू भुलाना पाओगे…’, डॉ. आशा हरवानी ने गीता दत्त पर फिल्माए गीत ‘ये दिल मुझे बता दे…’, मुकेश हरवानी ने मुकेश के गीत ‘जो तुम को हो पसंद…’ की प्रस्तुति दी.
अनिल हरवानी ने ‘जनम जनम का साथ है हमारा तुम्हारा’, रेडिमेड मैन्युफैक्चर के दीपक तलडा ने ‘आते जाते जो मिलता है ऐसा लगता है…’, यश मेडिकल के जय बुधवानी ने ‘छुकर मेरे मन को…’, यश मनोहरलाल के मनोहर बजाज ने अमिताभ व रेखा पर फिल्माए गये गीत ‘कभी कभी मेरे दिल में ख्याल आता है…’, अनुप हरवानी ने ‘मैं पल दो पल का शायर हूं’, मयंक हरवानी ने शाहीद कपुर व करीना कपुर पर फिल्माए गीत ‘तुम से ही…’, आकाश केवलरामानी ने अमिताभ बच्चन व स्मिता पाटील पर फिल्माए गये गीत ‘पग घुंगरु बांध मिरा नाची थी…’, शशि बख्तार ने ‘कही दुर जब दिन ढल जाए…’, राजेश व महक दादलानी ने ‘सोलह बरस की बाली उमर को सलाम…’, महेश अडवानी ने ‘लगी आज सावन की फिर वो झडी है…’, प्रिया तेजवानी ने मीनाक्षी व विनोद खन्ना पर फिल्माए गीत ‘जब कोई बात बिगड जाए…’, हरिश लालवानी ने ‘ओ हंसीनी…’, विनोद सावरा ने ‘जिना यहां मरना यहां…’, तथा जतीन बजाज ने ‘तुम से ही शाम हो…’ जैेसे एक से बढकर एक गीत प्रस्तुत किये.
इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण का केंद्र 10 साल की चारुल ओमप्रकाश लालवानी रही. यह सबसे कम उम्र की कलाकार थी. जिसने पहली बार किसी मंच पर अपनी आवाज का जलवा बिखेरा था. जिसे सुनकर दर्शक मंत्रमुग्ध हुए. चारुल को देखकर अन्य बच्चे भी प्रेरित होकर मंच पर आकर अपनी कला प्रस्तुत कर सके. यह आयोजकों का मुख्य उद्देश्य रहा. इस अवसर पर डॉ. आशा हरवानी सहित अन्य गायकों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सत्कार किया गया.
कार्यक्रम को सफल बनाने पूज्य पंचायत कंवर नगर के राजेश शादी, जगदीश छतवानी, इंदरलाल दीपवानी ने अथक प्रयास किये. वहीं अध्यक्ष प्रेमचंद कुकरेजा, सचिव ओमप्रकाश खेमचंदानी, उपाध्यक्ष बलदेव बजाज, संतोष सबलानी, अनिल अडवानी, मनोहर झांबानी, विशाल राजानी, मुकेश खत्री ने विशेष सहयोग दिया. सभी उपस्थितों ने सदाबहार गीतों के कार्यक्रम की सराहना कर पूज्य पंचायत नगर का आभार व्यक्त किया. कार्यक्रम का संचालन व आभार डॉ. विजय बख्तार ने माना.