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स्व. प्रवीण मालू का सपना होगा साकार

रेवसा के गजानन धाम में बनेगा भव्य ईस्कॉन मंदिर

* मालू ने अपने जीते-जी दो एकड जमीन देने का किया था संकल्प
* मंदिर के निर्माण के लिए मालू परिवार आर्थिक सहायता भी देगा
* 40 से 50 करोड की लागत से होगा ईस्कॉन मंदिर का निर्माण
अमरावती/दि.25– अमरावती शहर के रेवसा परिसर के गजानन धाम के निकट जल्द ही भव्य ईस्कॉन मंदिर का निर्माण किया जायेगा. आज ईस्कॉन मंदिर ट्रस्ट के वरिष्ठ पदाधिकारियों व गुरूवर्यों ने गजानन धाम के निकट उस जमीन का मुआयना किया, जहां लगभग दो एकड जमीन पर भव्य ईस्कॉन मंदिर सहित अन्य निर्माण किये जायेंगे. मिली जानकारी के अनुसार लगभग 40 से 50 करोड की लागत से इस मंदिर का निर्माण किया जा रहा है. गौरतलब है कि, मंदिर निर्माण के लिए दो एकड जमीन स्व. प्रवीण मालू ने दान देने की घोषणा की थी. प्रवीण मालू के पश्चात उनके परिवार द्वारा दान की गई जमीन मंदिर ट्रस्ट को सौंपने के लिए आवश्यक प्रक्रियाएं प्रारंभ कर दी गई है. जिस जमीन पर मंदिर का निर्माण किया जायेगा, उससे संबंधित प्राथमिक अनुबंध मालू परिवार द्वारा ईस्कॉन मंदिर ट्रस्ट को सौंप दिया गया है. जानकारी मिली है कि, गजानन धाम के निकट बनने जा रहा यह ईस्कॉन मंदिर महाराष्ट्र का दूसरा सबसे बडा ईस्कॉन मंदिर होगा.
बता दें कि, शहर के ख्यातनाम रियल ईस्टेट कारोबारी एवं भवन निर्माण व्यवसायी रहे प्रवीण मालू ने अपने जीवनकाल के दौरान व्यवसायिक सफलताएं हासिल करने के साथ-साथ कई सामाजिक व धार्मिक कामों में भी अपना अच्छा-खासा योगदान दिया था और ऐसे कामों के लिए अपनी ओर से यथासंभव सहायता भी उपलब्ध करायी थी. इस परंपरा को अब उनके परिवार द्वारा भी आगे बढाया जा रहा है. जिसके तहत दो दिन पूर्व ही मालू परिवार द्वारा रेवसा मार्ग पर गजानन धाम के निकट स्थित अपनी दो एकड जमीन अंतरराष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ यानी ईस्कॉन को देने की प्रक्रिया प्रांरभ की गई. इस दो एकड जमीन पर ईस्कॉन द्वारा अति भव्य मंदिर का निर्माण कराया जायेगा. इस निर्माण कार्य हेतु अपनी जमीन उपलब्ध कराने के साथ-साथ मालू परिवार द्वारा अपनी ओर से आर्थिक सहायता भी प्रदान की जायेगी.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक शहर के मौजे रेवसा में प्रसिध्द गजानन धाम के निकट सर्वे नंबर 320 से 325, 333, 342, 343, 344, 349, 351 व 345 में प्रवीण मालू ने दर्जनों एकड जमीनें खरीद रखी थी. जहां पर ले-आउट बनाये जाने है. इन तमाम ले-आउट के बीचोंबीच प्लॉट नंबर 975 की 8 हजार 100 चौरस मीटर यानी दो एकड जमीन को प्रवीण मालू ने अपने जीते-जी इस्कॉन मंदिर के निर्माण हेतु दान करने का संकल्प लिया था और अपनी यह इच्छा अपने परिजनों के समक्ष भी जाहीर की थी. किंतु विगत वर्ष अकस्मात ही प्रवीण मालू का देहावसान हो गया तथा उनकी यह इच्छा व संकल्प अधूरे रह गये. किंतु प्रवीण मालू की मृत्यु के पश्चात उनकी दोनों पुत्रियों प्रिया व पूर्वा मालू तथा दोनों भतीजों वरूण व प्रज्वल मालू ने इस संकल्प को पूरा करने का जिम्मा उठाया और इसे लेकर ईस्कॉन के ट्रस्टियों व अधिकारियों से संपर्क किया गया. जिसके चलते दो दिन पूर्व ईस्कॉन अमरावती के प्रमुख प्रभूजी श्री अद्वैताचार्य महाराज की अगुआई में इस्कॉन के ट्रस्टियों व अधिकारियों ने मालू परिवार के सदस्यों से भेट की. इस समय मालू परिवार ने दान पत्र अनुबंध की प्राथमिक प्रक्रिया को पूर्ण करते हुए संबंधित दस्तावेज ईस्कॉन के ट्रस्टियों को सौंपे. इसके पश्चात अब जल्द ही इस जमीन को अकृषक श्रेणी में रूपांतरित करते हुए इसका एनए प्रमाणपत्र हासिल किया जायेगा, ताकि यहां पर ईस्कॉन मंदिर का निर्माण शुरू किया जा सके.
* राज्य का दूसरा सबसे बडा व शहर का पहला सबसे बडा मंदिर होगा साकार
रेवसा मार्ग पर गजानन धाम के ठीक बगल में करीब दो एकड के क्षेत्रफल में साकार होने जा रहा ईस्कॉन का यह मंदिर राज्य में दूसरा सबसे बडा मंदिर होगा. वहीं यह शहर में अब तक का सबसे बडा व सबसे भव्य मंदिर साबित होगा. इस मंदिर के साथ ही यहां पर सत्संग भवन, भक्त निवास, अतिथी निवास, संस्कार भवन, म्युजियम, अध्यात्मिक प्रशिक्षण केंद्र, बच्चों हेतु भक्त प्रल्हाद स्कुल व प्ले ग्राउंड, युवाओं हेतु पाठ्यक्रम केंद्र व सेमीनार हॉल, सभा मंडप का भी निर्माण होगा. जिसमें 40 से 50 करोड रूपयों की लागत आना अपेक्षित है. इसके अलावा यहां पर सर्व सुविधायुक्त भव्य गौशाला भी बनायी जायेगी.
* जल्द होगा भव्य मंदिर का निर्माण शुरू
उल्लेखनीय है कि, ईस्कॉन के साथ दूनिया के तमाम देशों के कृष्णप्रेमी जुडे हुए है और ईस्कॉन मंदिरों में देश-विदेश के भाविक श्रध्दालुओं का आना-जाना लगा रहता है. इससे पहले अमरावती के राठी नगर परिसर सहित कौंडण्यपुर में ईस्कॉन मंदिर स्थापित है. जो क्षेत्रफल के लिहाज से काफी छोटे है. वही अब रेवसा मार्ग पर स्थित गजानन धाम के निकट दो एकड क्षेत्रफलवाली जमीन पर ईस्कॉन मंदिर साकार होने जा रहा है, जो अपने आप में काफी भव्य होगा. शहर में इस मंदिर को बनाने का सपना प्रवीण मालू ने अपने जीते-जी देखा था और इसके लिए अपनी ओर से आवश्यक सहयोग देने का संकल्प भी लिया है. यद्यपि आज प्रवीण मालू भौतिक रूप से इस दुनिया में नहीं है, लेकिन उनके द्वारा देखा गया सपना बहुत जल्द भौतिक रूप से साकार होने जा रहा है. जिसके पहले चरण में मालू परिवार द्वारा ईस्कॉन मंदिर को जमीन हस्तांतरित करने की प्राथमिक प्रक्रिया को पूर्ण कर लिया गया है. जल्द ही जमीन के हस्तांतरण की पूरी प्रक्रिया पूर्ण हो जायेगी. जिसके उपरांत ईस्कॉन द्वारा मंदिर की डिजाईन को फाईनल करते हुए यहां पर अति भव्य मंदिर के निर्माण का काम शुरू किया जायेगा.

* रेवसा व गजानन धाम परिसर का होगा चहुमूंखी विकास
बता दें कि, रेवसा के निकट स्थित गजानन धाम में सैंकडों घर है और इस परिसर में बडी तेजी से रिहायशी कॉलनियां बस रही है. ऐसे में यहां पर विश्वस्तरीय अध्यात्मिक व भक्ति केंद्र का निर्माण होने से इस परिसर का बडी तेजी के साथ चहुमूंखी विकास होगा. ऐसे में जल्द ही यह पूरा क्षेत्र पूर्ण रूप से विकसित एवं सर्व सुविधायुक्त रिहायशी क्षेत्र के तौर पर जाना जायेगा.

* ईस्कॉन पदाधिकारियों ने जमीन का किया प्रत्यक्ष मुआयना
बता दें कि, आज सुबह ईस्कॉन के ट्रस्टियों व वरिष्ठ पदाधिकारियों ने अमरावती पहुंचकर मालू परिवार से भेट की और गजानन धाम के निकट ईस्कॉन मंदिर के नियोजीत स्थल को भेट दी. इस समय ईस्कॉन के झोनल सचिव गुरू महाराज पपू लोकनाथ स्वामिजी महाराज (पंढरपुर), झोनल सुपरवाईजर प्रभु अनंतशेष दासजी (विदर्भ), अमरावती ईस्कॉन मंदिर के अध्यक्ष प्रभु अद्वैताचार्य दासजी एवं झोनल सुपरवाईजर प्रभु जी कृष्णभक्तदास महाराज उपस्थित थे. इन सभी मान्यवरों का मालू परिवार द्वारा भावपूर्ण स्वागत किया गया. साथ ही उन्हें ईस्कॉन मंदिर हेतु प्रदान की जानेवाली जमीन एवं जमीन से संबंधी दस्तावेज दिखाये. मंदिर के लिये मालू परिवार की ओर से पेश की गई जमीन को लेकर ईस्कॉन के ट्रस्टियों व पदाधिकारियों द्वारा समाधान व्यक्त किया गया.

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