विद्यापीठ के वरिष्ठ लिपिक और मां ने की खुदकुशी
राजापेठ थाना क्षेत्र के छत्री तालाब की घटना
* घरेलू विवाद के चलते मां-बेटे ने उठाया आत्मघाती कदम, पुलिस को मिली सुसाईड नोट
* शनिवार को सुबह 11 बजे से घर से दोनों मृतक निकल गए थे बाहर
अमरावती/दि. 23 – घरेलू विवाद के चलते विद्यापीठ के परीक्षा विभाग में वरिष्ठ लिपिक के रुप में कार्यरत 54 वर्षीय कर्मचारी ने अपनी मां के साथ छत्री तालाब में कूदकर खुदकुशी कर ली. यह घटना आज सुबह उजागर हुई. दोनों मृतक मां-बेटे के शव पुलिस ने गोताखोरों की सहायता से दोपहर 2 बजे बाहर निकाल लिए. घटनास्थल पर खडी कार से राजापेठ पुलिस को सुसाईड नोट बरामद हुआ है. जिसमें उन्होंने स्वेच्छा से खुदकुशी करने की जानकारी दी है.
जानकारी के मुताबिक खुदकुशी करनेवाले विद्यापीठ के परीक्षा विभाग में कार्यरत वरिष्ठ लिपिक का नाम दस्तुर नगर के महारुद्र अपार्टमेंट निवासी लक्ष्मण मनोहर लोणारकर (54) और मां का नाम लक्ष्मीबाई मनोहर लोणारकर (80) है. बताया जाता है कि, शनिवार को सुबह 11 बजे लक्ष्मण लोणारकर अपनी मां के साथ अपनी निजी अल्टो कार में घर से रवाना हो गए. बताया जाता है कि, घरेलू विवाद के चलते मां-बेटे ने घर से बाहर निकलना ठिक समझा. लेकिन वे रात को वापस घर नहीं लौटे. उन्होंने रात 10 बजे के दौरान अपनी अल्टो कार छत्री तालाब पर खडी कर दी और दोनों मां-बेटे ने खुदकुशी करने का निर्णय लिया और तालाब में कूद पडे. सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए तालाब पर जानेवाले नागरिकों को छत्री तालाब पर कार खडी दिखाई दी और उन्हें कार के पास एक सुसाईड नोट मिला. जिसमें लक्ष्मण लोणारकर ने अपनी मां के साथ तालाब में कूदकर खुदकुशी करने की जानकारी लिखी थी. यह देख तत्काल नागरिकों ने राजापेठ पुलिस को सूचित किया. जानकारी मिलते ही पुलिस का दल तत्काल घटनास्थल पहुंच गया. साथ ही उन्होंने जिला प्रशासन के रेस्क्यू दल को भी सूचित किया. पुलिस ने गोताखोरों की सहायता से सुबह ही लक्ष्मीबाई मनोहर लोणारकर का शव बाहर निकाल लिया. दूसरी तरफ घटना की जानकारी दस्तुर नगर में पहुंचते ही महारुद्र अपार्टमेंट के नागरीक सहित मृतक के रिश्तेदार भी घटनास्थल आ पहुंचे. रेस्क्यू दल देरी से पहुंचने के कारण नागरिकों में तीव्र रोष व्याप्त था. लेकिन पश्चात रेस्क्यू दल ने लक्ष्मण लोणारकर की खोज शुरु की और दोपहर 2 बजे के दौरान उसका शव छत्री तालाब से बरामद हुआ. शव बाहर निकालने के बाद राजापेठ पुलिस ने पंचनामा कर दोनों मा-बेटे के शव जिला अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए. मृतक लक्ष्मण लोणारकर के पीछे पत्नी और बेटे का परिवार है. लक्ष्मण का बेटा 11 वीं कक्षा में शिक्षा लेता रहने की जानकारी है. पुलिस को घटनास्थल से मिले सुसाईड नोट में लिखा गया है कि, दोनों मां-बेटे खुद ही खुदकुशी कर रहे है. लेकिन चर्चा यह भी है कि, घरेलू विवाद के चलते दोनों मां-बेटे ने यह कदम उठाया. घटना प्रकाश में आने के बाद विद्यापीठ के अधिकारी और कर्मचारी भी घटनास्थल पर पहुंच गए थे. पुलिस ने आकस्मिक घटना दर्ज कर जांच शुरु की है.
* मोबाइल में रखे पासवर्ड से हुआ विवाद
शनिवार को सुबह लक्ष्मण लोणारकर और उसकी पत्नी के बीच बेटे के मोबाइल में पासवर्ड रखने के कारण पर से विवाद हो गया था. इसी विवाद के बाद लक्ष्मण अपनी मां को लेकर घर से कारसे निकल गया. लेकिन रात को वह वापस नहीं लौटे ऐसा बेटे ने पुलिस को दिए बयान में दर्ज किया है.
* खुदकुशी हम अपनी मर्जी से कर रहे है
लक्ष्मण लोणारकर की कार में मिले सुसाईड नोट में लिखा है कि, उन्होंने सुबह और शाम का खाना एक ढाबे पर खाया. उसके बाद उसने बाय-बाय लिखते हुए कहा है कि, जीवन का अंतिम दिन मां के साथ बिताया और मां के साथ अब दुनिया छोड रहा हूं. मृत्यु बडी खुशी से हम स्वीकार रहे है. इसके लिए कोई भी दोषी नहीं है. सबसे नीचे हस्ताक्षर और 21 सितंबर रात 10 बजे का उल्लेख किया हुआ है. पुलिस ने यह सुसाईड नोट जब्त कर लिया है.
* प्रकरण की जांच होगी
लक्ष्मण लोणारकर के बेटे द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक शनिवार को सुबह घर में मामूली विवाद हुआ था. पश्चात लक्ष्मण अपनी मां के साथ घर से कारसे रवाना हो गए. लेकिन वापस नहीं लौटे. इस कारण घरेलू कारण से खुदकुशी की रहने की बात जांच में सामने आई है. कार से सुसाईड नोट भी मिला है. उसमें लक्ष्मणराव ने स्पष्ट लिखा है कि, उनकी मृत्यु के लिए कोई जिम्मेदार नहीं बल्कि वह खुद है. फिर भी मामले की गहन जांच की जाएगी.
– महेंद्र अंभोरे, थानेदार, राजापेठ.