बडनेरा से आगे अकोला मार्ग पर सनसनीखेज वारदात
दडबडशाह बाबा दरगाह में दो लोगों की हत्या
* गले व सीने पर तेज हथियार से वार कर उतारा मौत के घाट
* आज सुबह खून से लथपथ मिली दोनों लाशें
अमरावती/दि.15- समीपस्थ बडनेरा से 7 किमी दूर अकोला हाईवे पर पाला गांव के निकट स्थित हजरत दडबडशाह बाबा की दरगाह परिसर में आज सुबह दो लोगों की रक्तरंजीत लाशें मिलने से पूरे क्षेत्र में अच्छी-खासी सनसनी व्याप्त हो गई. परिसर में स्थित खेत में काम कर रहे लोगोें को दरगाह कयामगाह में लाशें पडी दिखाई देते ही उन्होंने इसकी सूचना तुरंत ही पुलिस को दी और देखते ही देखते इस परिसर में पुलिस अधिकारियों का जमघट लग गया. लाशों को देखने पर प्राथमिक अनुमान लगाया गया कि, दोनों व्यक्तियों को रात में उस वक्त किसी तेज धारदार हथियार से वार करते हुए मौत के घाट उतारा गया, जब वे दोनों गहरी नींद में रहे होंगे. दोनों मृतकों की गर्दनों पर तेज धारदार हथियार के गहरे वार पाये गये है और दोनोें की लाशें खून से पूरी तरह लथपथ पायी गई. दोनों मृतकों की शिनाख्त दरगाह में विगत चार साल से मुजावर के तौर पर काम करनेवाले लालखडी परिसर निवासी शेख अनवर शेख अकबर बेग (60) तथा विगत चार माह से इस दरगाह में आकर रह रहे अब्दुल तौफीक शेख रफीक (26, रंगारी गली, कारंजा लाड) के तौर पर हुई है. समाचार लिखे जाने तक इन दोनों के हत्यारे और हत्या की वजह के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पायी थी.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक बडनेरा से अकोला की ओर जानेवाले रास्ते पर पाला गांव के निकट मुख्य रास्ते से थोडा भीतरी परिसर में दडबडशाह बाबा की दरगाह स्थित है. जिसके आसपास कई लोगों के खेत-खलिहान स्थित है. ऐसे में आसपास कोई रिहायशी इलाका नहीं रहने के चलते यह पूरा परिसर सुनसान ही पडा रहता है और उर्स जैसे मौके को यदि छोड दिया जाये, तो इस दरगाह में इक्का-दुक्का लोगों का ही आना-जाना चलता है. साथ ही इसी बात का फायदा उठाते हुए कई अपराधिक प्रवृत्तिवाले लोग दडबडशाह बाबा दरगाह परिसर में आकर छिपते है. साथ ही इस परिसर में कई लोगोें ने गांजा व अफीम पीने का अड्डा भी बना रखा है. इसी दरगाह में अमरावती के लालखडी परिसर में रहनेवाला शेख अनवर उर्फ शाह नामक 60 वर्षीय व्यक्ति विगत करीब चार वर्षों से इस दरगाह में मुजावर यानी व्यवस्थापक के तौर पर काम किया करता था. जो पक्षाघात पीडित रहने के चलते एक हाथ व एक पांव से असमर्थ व असक्षम भी था. वही विगत करीब चार माह से कारंजा लाड के रंगारी गली परिसर में रहनेवाला अब्दुल तौफीक नामक 26 वर्षीय युवक भी इस दरगाह में आकर अनवर शाह के साथ रहा करता था, जो शायद अपने परिवार से लड-झगडकर घर छोडकर भाग आया था. पता चला है कि, जहां शेख अनवर पूरा दिन दरगाह परिसर में ही रहा करता था, वही अब्दुल तौफीक आसपास के खेतों में थोडा-बहुत काम करके अपने खर्चे-पानी के पैसे निकाला करता था. आज सुबह इन्हीं दोनों की रक्तरंजीत लाशें दरगाह के कयामगाह से बरामद हुई है. इन दोनों की गर्दन के पिछले हिस्से पर किसी तेज धारदार हथियार से भरपुर वार किये जाने के निशान पाये गये है. साथ ही दोनों की लाशों को देखकर साफ तौर पर अंदाजा हो रहा है कि, उन्हें शायद उस वक्त मौत के घाट उतारा गया, जब वे गहरी नींद में सो रहे थे. क्योंकि एक लाश गद्दे पर पडी पायी गई, वही दूसरी लाश भी गद्दे के पास नीचे जमीन पर पडी थी.
* सीपी आरती सिंह व एसपी बारगल भी मौके पर पहुंचे
डायल 112 के जरिये इस दोहरे हत्याकांड की जानकारी मिलते ही सबसे पहले बडनेरा पुलिस का दल मौके पर पहुंचा. जिसके बाद यह बात सामने आयी कि, संभवत: यह घटनास्थल ग्रामीण पुलिस अधीक्षक कार्यालय के तहत काम करनेवाले लोणी पुलिस थाने के अंतर्गत आता है. क्योंकि प्रति वर्ष उर्स के मौके पर यहां लोणी पुलिस द्वारा ही बंदोबस्त लगाया जाता है. वहीं लोणी पुलिस स्टेशन के अधिकारियों ने इससे इन्कार करते हुए घटनास्थल को बडनेरा पुलिस थाने के कार्यक्षेत्र अंतर्गत बताया. ऐसे में मामले की जांच किस पुलिस थाने द्वारा की जायेगी, इसे लेकर तकनीकी पेंच फंस गया. जिसकी जानकारी मिलते ही अमरावती की शहर पुलिस आयुक्त आरती सिंह तथा जिला ग्रामीण पुलिस अधीक्षक अविनाश बारगल व ग्रामीण पुलिस के अतिरिक्त अधीक्षक शशिकांत सातव भी अपने दल-बल सहित मौके पर पहुंच गये. इस समय तक बडनेरा व लोणी पुलिस के साथ ही अपराध शाखा पुलिस के अधिकारी और श्वान पथक भी मौके पर पहुंच चुके थे. पश्चात क्षेत्र के पटवारी एवं पुलिस पाटील को मौके पर बुलाकर विमर्श किया गया कि, आखिर यह परिसर किस पुलिस थाने के अंतर्गत आता है. जिसके अंत में यह तय किया गया कि, इस मामले की जांच ग्रामीण पुलिस का हिस्सा रहनेवाले लोणी पुलिस थाने द्वारा की जायेगी. जिसके बाद घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंची बडनेरा पुलिस से इस मामले के प्राथमिक पंचनामे सहित अन्य सभी जरूरी दस्तावेज हासिल करते हुए जांच के सुत्र लोणी पुलिस ने अपने पास लिये.
* घटनास्थल पर नहीं मिला कोई सुराग
– पुलिस खंगाल रही सीसीटीवी फुटेज
घटनास्थल पर पुलिस द्वारा की गई जांच-पडताल के दौरान पुलिस को वहां पर हत्या में प्रयुक्त हथियार या हत्यारों के बारे में जानकारी देनेवाला कोई भी सुराग प्राप्त नहीं हुआ. साथ ही पुलिस का श्वान पथक भी घटनास्थल से दरगाह के मुख्य दरवाजे तक ही जाकर रूक गया. ऐसे में अब पुलिस दरगाह परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाल रही है और दरगाह के डीवीआर यूनिट को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है. इसके अलावा पुलिस ने दरगाह कमेटी के अध्यक्ष लईक अहमद पटेल के साथ ही कमेटी के अन्य पदाधिकारियों एवं आसपास स्थित खेतों में काम करनेवाले लोगों से भी पूछताछ की. साथ ही पुलिस ने आसपास स्थित खेतों के चप्पे-चप्पे को किसी सुराग की तलाश में छान मारा.
* ऐसे उजागर हुआ मामला
पता चला है कि, इस दरगाह के पास ही गवलीपुरा परिसर स्थित एक व्यक्ति का खेत है. जहां पर वह आज सुबह अपने मजदूरों के साथ कीटनाशकों की फवारणी का काम करवा रहा था और पानी के लिए बोरिंग मशीन का बटन शुरू करने हेतु जब दरगाह में पहुंचा, तो वहां पर उसे दो लोग खून से लथपथ पडे दिखाई दिये. यह देखते उस व्यक्ति की चिट्टी-पिट्टी गुम हो गई और उसने तुरंत ही इसकी जानकारी आसपास मौजूद लोगों के साथ ही डायल-112 के जरिये पुलिस को दी. जिसके बाद पुरे मामले को लेकर अच्छा-खासा हडकंप मच गया.
* दरगाह से नहीं हुई किसी प्रकार की चोरी, छीना-झपटी के भी कोई सुराग नहीें
कहीं यह वारदात रात के समय चोरी या लूटमारी जैसी वजह के चलते तो नहीं हुई, इस बात को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने आज सुबह दरगाह में रखी दानपेटी की जांच की, तो दानपेटी पुरी तरह सही-सलामत पायी गई. साथ ही दानपेटी में एकत्रित रकम भी सुरक्षित थी. वही घटनास्थल पर मृतकों व उन्हें मौत के घाट उतारनेवाले व्यक्ति या व्यक्तियों के बीच किसी तरह की खींचतान व छीना-झपटी होने के भी कोई सबूत या निशान नहीं मिले है. ऐसे में पुलिस ने अनुमान लगाया है कि, संभवत: दोनों लोगों को नींद में गाफिल रहते समय ही धारदार हथियार से मौत के घाट उतार दिया गया, लेकिन यह सवाल अब भी अपनी जगह पर बना हुआ है कि, इन दोनों की हत्या आखिर किस वजह के चलते की गई.
आयजी मीणा ने भी दी घटनास्थल को भेंट
वहीं अमरावती पुलिस रेंज के विशेष पुलिस महानिरीक्षक चंद्रकिशोर मीणा ने भी इस मामले की जानकारी और शहर व ग्रामीण पुलिस के बीच कार्यक्षेत्र को लेकर फंसे पेंच का पता चलते ही दडबडशाह बाबा दरगाह परिसर को भेंट दी तथा घटनास्थल का मुआयना करते हुए अपने मातहत पुलिस अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किये. साथ ही उन्होंने इस मामले में जांच की दिशा तय करने को लेकर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक अविनाश बारगल व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शशीकांत सातव के साथ ही कुछ चर्चा की.