बोर्ड परीक्षा में एक शाला के विद्यार्थियों को दिये जाएंगे अलग-अलग केंद्र
कक्षा 10 वीं व 12 वीं के बोर्ड परीक्षाओं में गडबडियों को रोकने हेतु लिया गया निर्णय
अमरावती/दि.20– राज्य माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा कक्षा 10 वीं व 12 वीं की बोर्ड परीक्षाओं में होने वाली गडबडियां को रोकने व नियंत्रित करने हेतु एक शाला के विद्यार्थियों को एक ही शहर में अलग-अलग परीक्षा केंद्र दिये जाएंगे. जिसके चलते किसी एक परीक्षा केंद्र पर किसी एक शाला के परीक्षार्थी नहीं रहेंगे. जिससे सामूहिक नकल जैसे प्रकार को रोका जा सके.
राज्य माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षा मंडल की कक्षा 12 वीं की प्रात्याक्षिक, श्रेणी, मौखिक व अंतर्गत मूल्यमापन परीक्षा फिलहाल चल रही है, जो 20 फरवरी तक चलेगी. वहीं लिखित परीक्षा 21 फरवरी से 11 मार्च के दौरान ली जाएगी. इसके अलावा कक्षा 10 वीं की प्रात्याक्षिक परीक्षा 29 फरवरी तक तथा लिखित परीक्षा 1 से 26 मार्च के दौरान ली जाएगी. इस हेतु परीक्षा केंद्रों की व्यवस्था की जा रही है. जिसके लिए सरकारी शालाओं के साथ ही अनुदानित व बिना अनुदानित शालाओं की कक्षाओं को इन परीक्षाओं हेतु उपलब्ध कराया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि, कक्षा 10 वीं व 12 वीं की परीक्षा में होने वाली गडबडियां को रोकने हेतु शिक्षा मंडल द्वारा प्रतिवर्ष नये-नये उपाय किये जाते है. इसी के तहत इस बार प्रत्येक शाला के विद्यार्थियों को अलग-अलग परीक्षा केंद्र देने का निर्णय लिया गया है. इससे पहले किसी एक शाला के विद्यार्थियों को शहर, ग्रामीण तथा तहसील मुख्यालय वाले स्थान पर स्थित कोई एक परीक्षा केंद्र दिया जाता था. ऐसे में एक ही शाला के सभी विद्यार्थी किसी एक परीक्षा केंद्र पर ही रहने के चलते परीक्षा के दौरान गडबडियां होने की घटनाएं बड जाया करती थी. इसके साथ ही एक ही परीक्षा केंद्र पर अपने सभी विद्यार्थी रहने के चलते निजी महाविद्यालयों के संस्था चालकों द्वारा भी ऐसे केंद्रों को प्रभावित करते हुए अपने सभी विद्यार्थियों को उत्तीर्ण करने हेतु प्रयास किये जाते थे. इन बातों को ध्यान में रखते हुए अब किसी भी एक शाला अथवा कनिष्ठ महाविद्यालय के विद्यार्थियों को एक परीक्षा केंद्र की बजाय अलग-अलग परीक्षा केंद्र पर परीक्षा देने हेतु भेजा जाएगा. जिसके तहत यदि किसी एक शाला में 100 विद्यार्थी रहने पर 25-25 विद्यार्थियों को 4 अलग-अलग परीक्षा केंद्र आवंटित किये जाएंगे. ऐसे में एकसाथ इतने परीक्षा केंद्रों को प्रभावित करना संबंधित संस्था चालकों के लिए भी मुश्किल रहेगा.
ज्ञात रहे कि, राज्य के 9 विभागों के तहत शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में परीक्षा केंद्र होते है. जिसमें से कुछ विभागों में इससे पहले भी यह प्रयोग चलाया गया है. वहीं इस बार राज्य के प्रत्येक विभाग में गडबडियों को रोकने हेतु सभी शालाओं के विद्यार्थियों को अलग-अलग परीक्षा केंद्र दिये जाएंगे और किसी भी एक शाला के विद्यार्थियों को एक ही परीक्षा केंद्र आवंटित नहीं किया जाएगा.
एक शाला के विद्यार्थियों को अलग-अलग परीक्षा केंद्रों में विभाजीत करने का निर्णय लिया गया है. जिसे इस बार और भी अधिक विस्तारित किया जाएगा. जिस शहर में एक से अधिक परीक्षा केंद्र रहेंगे. ऐसे स्थानों पर विद्यार्थियों को विभाजीत किया जाएगा. बडे शहरों में अमूमन एक से अधिक परीक्षा केंद्र होते है. जहां पर इस निर्णय पर अमल किया जाएगा. इस निर्णय के चलते परीक्षा के दौरान गडबडियों को रोकने में मदद मिलेगी.
– शरद गोसावी,
अध्यक्ष, राज्य माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षा मंडल.