* बांध में केेवल 69 प्रतिशत जलसंग्रह
* औरंगाबाद में केवल 36 प्रतिशत पर
* अकाल की स्थिति का सामना करना पड सकता है
मुंबई/दि.22– राज्य में नवंबर माह के अंत में जल किल्लत की गंभीर समस्या खडी हो गई है. एक ओर टैंकर से होनेवाली जलापूर्ति का प्रमाण बढने पर राज्य के लगभग 2 हजार 994 बांध में सोमवार तक केवल 69.19 प्रतिशत जलसंग्रह बकाया रहने की जानकारी सामने आयी है. बांध में जलसंग्रह का यह प्रमाण विगत वर्ष में इसी समय 89. 70% था. जिसके कारण विगत वर्ष की तुलना में इस बार 20 % से जलसंग्रह कम होने से राज्य को अकाल के संकट का सामना करना पडेगा, ऐसा दिखाई दे रहा है.
मुख्य बात यह है कि औरंगाबाद परिसर में यह समस्या अधिक है औरंगाबाद में सोमवार तक केवल 36.26 % जलसंग्रह दर्ज किया गया है.
* तीन वर्गवारीनुसार आकडेवारी
जलापूर्ति विभाग ने तीन वर्गवारीनुसार बांध में जलसंग्रह और अन्य जानकारी घोषित की है. उसमें मुख्य, मध्यम और सूक्ष्म बांध का समावेश है. राज्य के 138 मुख्य बांध में हाल ही में 74. 51 प्रतिशत (विगत वर्ष यह प्रमाण 94. 29 % था) जलसंग्रह बकाया है. इस 138 बांध की क्षमता 28098, 56 एमसीएम है. फिलहाल 21659.23 एमसीएम इतना जलसंग्रह उपलब्ध है.
* औरंगाबाद की स्थिति चिंताजनक
औरंगाबाद में कुल 36. 26 प्रतिशत ही जलसंग्रह बकाया है. अन्य जिले की तुलना में यह प्रमाण सबसे कम है. बांध के विभागवार के पंजीयननुसार औरंगाबाद में 44 मुख्य बांध में केवल 41. 85 तथा मध्यम आकार के 81 बांध में केवल 29.58 प्रतिशत और सूक्ष्म आकार के 795 बांध में लगभग 25. 68 प्रतिशत पानी होने की जानकारी रिपोर्ट में दी गई है.
* मंंत्रिमंडल की बैठक
राज्य मंत्रिमंडल की हाल ही में हुई बैठक में राज्य की पानी की किल्लत संबंध में चर्चा होने की जानकारी मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी. इस समय विशेष रूप से मराठवाडा में पानी की किल्लत बाबत चर्चा हुई. उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस प्रश्न पर विस्तृत चर्चा की, ऐसा कहा जाता है. जायकवाडी प्रकल्प के लिए उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्बारा फिर से एक बार कडी भूमिका लिए जाने की जानकारी भी सामने आयी है.
* अधिकार के पानी के लिए संघर्ष
दरम्यान, नगर- नाशिक जिले के बांध समूह से जायकवाडी बांध में 8.60 टीएमसी पानी छोडने की मांग के लिए हुआ रास्ता रोको आंदोलन के कारण पानी की समस्या खडी हो गई है.लगभग 4 घंटे के आंदोलन के कारण जालना रोड ठप्प हो गया था. पुलिस ने अपने बल का उपयोग कर विधायक राजेश टोपे और पूर्व विधायक अमरसिंह पंडित सहित कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया. पानी के आंदोलन के कारण भाजपा के नेता और पदाधिकारियों ने मुंह मोड लिया है. इस कारण भाजपा छोडकर सभी दलों की एकजुटता की विजय हो, ऐसी नारेबाजी आंदोलन के दौरान की गई.
बांध में कुल पानी संग्रह (प्रतिशत)
जिला कुल बांध वर्तमान संग्रह विगत वर्ष का संग्रह
नागपुर 383 72.88 83.17
अमरावती 261 78.45 96.12
औरंगाबाद 920 36.26 89.99
नाशिक 537 75.39 89. 65
पुणे 720 74.91 90.77
कोकण 173 86.27 86.35
कुल 2,994 69.19 89.70