कर्तव्य में कोताही करनेवाले 4 अभियंताओं की सेवा समाप्त
जिप स्वास्थ्य समिती की बैठक में सभापति ने जारी किये आदेश
अमरावती/दि.9 – वरिष्ठाधिकारियों द्वारा बार-बार ताकीद दिये जाने के बाद भी राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान के चार अभियंताओं द्वारा अपने कर्तव्य में कोताही किये जाने के चलते उनकी सेवा को समाप्त करने का प्रस्ताव जिप स्वास्थ्य समिती की बैठक में पेश किया गया. जिसे सभा के अध्यक्ष व समिती सभापति बालासाहब हिंगणीकर द्वारा मंजूरी प्रदान की गई. इस प्रस्ताव के पारित होते ही जिला परिषद में जबर्दस्त खलबली मच गई है.
गत रोज जिप के स्वास्थ्य सभापति बालासाहब हिंगणीकर की अध्यक्षता में जिप स्वास्थ्य समिती की बैठक आयोजीत की गई थी. इस बैठक में सदस्य प्रकाश साबले, सुखदेव पवार, अलका देशमुख, सीमा घाडगे, गणेश सोलंके व जिप स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिलीप रणमले आदि उपस्थित थे. इस बैठक के दौरान सभापति बालासाहब हिंगणीकर ने वेणी गणेशपुर में दो माह से काम प्रलंबित रहने का मुद्दा उपस्थित किया. जिस पर प्रशासन की ओर से सकारात्मक जवाब नहीं मिलने पर उन्होंने स्वास्थ्य महकमे को जमकर आडे हाथ लिया. साथ ही दो माह से काम लटकाये बैठे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश डीएचओ को दिये. सभापति हिंगणीकर के मुताबिक कई स्थानों पर एनएचएम के काम करते समय पेविंग ब्लॉक खराब हो गये है. इसके संदर्भ में उन्होंने प्रशासन से 15 दिन के भीतर जानकारी मांगी थी. किंतु इसमें भी टालमटोल की गई है. जिसके चलते सभापति बालासाहब हिंगणीकर ने एनएचएम के कुछ अभियंताओं की सेवा समाप्त करने का निर्देश जारी करते हुए इसे लेकर प्रस्ताव पारित किया. जिससे जिला परिषद के स्वास्थ्य महकमे में जबर्दस्त हडकंप व्याप्त है.
एक वेतन वृध्दि रोकी जायेगी
यद्यपि स्वास्थ्य सभापति द्वारा आदेश दिया गया है, किंतु इस तरह अचानक सेवा समाप्त नहीं की जा सकती, बल्कि ऐसे अधिकारियों की एक वेतनवृध्दि को स्थायी तौर पर रोके जाने की कार्रवाई की जायेगी.
– डॉ. दिलीप रणमले
जिला स्वास्थ्य अधिकारी