अमरावती/दि.2 – दीपाली चव्हाण की आत्महत्या के मामले में पुलिस दल की महिला आयपीएस अधिकारियों के मार्गदर्शन में एसआइटी की स्थापना कर मामले की जांच की जाए व यह मामला जलद गति न्यायालय में चलाया जाए. इसके अलावा सरकारी पार्टी की ओर से एड. उज्जवल निकम की नियुक्ति करने की मांग विधान परिषद के विरोधी पक्षनेता प्रवीण दरेकर ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से की है.
दरेकर ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में कहा कि मेलघाट जैसे दुर्गम इलाके में सेवा दे रही दीपाली चव्हाण ने गर्भवती होने के बावजूद भी अपनी ड्यूटी को प्राथमिकता दी. लेकिन इसी घड़ी में वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें मानसिक, शारीरिक तौर पर प्रताड़ित किया. दीपाली चव्हाण को कच्चे रास्तों पर से पैदल चलवाने, अवकाश नह ीं देने, वेतन रोकने की सजा दी जा रही थी. एक महिला अधिकारी को इस तरह से छल कर उसे आत्महत्या के लिये मजबूर करने वाली यह घटना संपूर्ण राज्य सहित वनविभाग और प्रशासकीय प्रणाली को कलंकित करने वाली है. इसलिए मामले की तत्काल दखल लेना बेहद जरुरी है. संबंधित उपवनसंरक्षक को गिरफ्तार किया गया है. फिर भी संबंधित प्रकल्प के क्षेत्र से व अपर प्रधान वनसंरक्षक श्रीनिवास रेड्डी के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई नहीं की गई. इस मामले में प्राथमिक दृष्टि से दोषी पाये जाने वाले अधिकारियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई नहीं की गई तो मामले के महत्वपूर्ण सबूतों को नष्ट करने की प्रबल संभावना है. यह शंका भी प्रवीण दरेकर ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र से जताई है. इस घटना से राज्य के सभी महिला अधिकारी व कर्मचारी मानसिक दबाव में है. उनका भी मानसिक रुप से मनोबल कमजोर हो गया है. इसलिए इस मामले में जल्द से जल्द आरोपियों को सजा दिलानी चाहिए. इसके बाद ही महिलाओं में सुरक्षा की भावना निर्माण होगी.