सेवा, साधना और सत्संग शिवधारा के स्तंभ : डॉ.संतोष महाराज
शिवधारा आश्रम में शिवभजनजी महाराज का वर्सी महोत्सव
पूज्य साईं जशन लाल जी की विशेष उपस्थिति
अमरावती / दि.२४-सेवा, साधना और सत्संग यह शिवधारा के स्तंभ है. जिसे समर्पण भाव से करना है, इस आशय का विवेचन परम पूज्य संत डॉ. संतोष महाराज ने किया. स्थानीय सिंधु नगर स्थित पूज्य शिवधारा आश्रम में हर साल की भांति इस साल भी १००८ सतगुरु स्वामी शिवभजन जी महाराज का तीन दिवसीय महानिर्वाण दिवस वर्सी महोत्सव पाठ पूजा, सत्संग,दान धर्म, परोपकार के कार्य, संत दर्शन, संत आशीर्वचन, स्वास्थ्य शिविर, भारत सरकार की चलाई हुई योजनाएं, शिविर, अलग-अलग प्रांत के भक्त मंडली की भजन संध्या, महा आरती, महा प्रसाद आदि कार्योर्ं से संपन्न हुआ. हवन यज्ञ, श्री रामायण, श्रीमद् भागवत महापुराण का पाठ, श्री गुरु ग्रंथ साहिब,श्री शिवधारा अमृत ग्रंथ का पाठ साहिब जी का पठन आदि कार्यक्रमों का लाभ भक्तों ने लिया. महोत्सव के पहले दिन शनिवार की सुबह के सत्संग में विशेष तौर पर परम पूज्य साईं जशन लाल जी ने सत्संग प्रदान किया. इस अवसर पर परम पूज्य संत श्री डॉ.संतोष जी महाराज जी ने अपने सतगुरु देव भगवान १००८ सतगुरु स्वामी शिवभजन जी महाराज की महिमा गाते हुए दो विशेष उनके जीवन के प्रसंग बताएं. संध्याकालीन नागपुर से पधारे दादा माधव दास ममतानी वकील साहब ने प्रथम दिवस पर अपना विशेष सत्संग किया. तदोपरांत गंगानगर से पधारे लवी संधू एवं बरकत अली मंडली,शिवम भगत निंबाड़ा,स्वामी रामकृष्ण, स्वामी गौतम लाल, ने अपनी अपनी प्रस्तुतियां दीं एवं शिवधारा महिला मंडल ने भजन अंताक्षरी कार्यक्रम के माध्यम से शिवधारा के भजन प्रस्तुत किए. इस अवसर पर सदगुरुदेव भगवान जी ने अपने आशीर्वचन में कहा कि केवल मेहमान कलाकार न बनकर अपने घर,अपने पंचायतें, पड़ोस,गुरु दरबार, समाज समाज में न रहें एवं हो सके तो संभव जवाबदारीयां लेकर निभाने का गुण बढ़ाएं, इस से खुद की और दूसरों की प्रसन्नता बढ़ती है. महोत्सव के दूसरे दिन १९ मार्च को सुबह विशेष संतों का सत्संग रहा, इस्कॉन संस्था नासिक एवं नांदेड़ से पधारे, राजकोट,रायपुर एवं औरंगाबाद के महापुरुषों के सत्संग हुए. तत्पश्चात १४ नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर, ५ नि:शुल्क जांच शिविर एवं विविध योजना शिविर का उद्घाटन विधायक रवि राणा के हाथों हुआ. इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में सांसद एवं राज्यमंत्री डॉ.अनिल बोंडे, नारायण ढेमले,अशोक रामानी, समाज सेवक चंद्रकांत जाजोदिया, डॉ श्याम राठी,सुभाष तलड़ा, जबलपुर से पधारे महंत आसन दास जी, पूर्व नगरसेवक चेतन पवार, प्रशांत वानखेडे, बलदेव बजाज, ऋषि खत्री आदि उपस्थित थे. संस्था द्वारा महाराज श्री एवं संस्था के पदाधिकारियों के माध्यम से सभी का शॉल, श्रीफल व स्मृतिचिह्न देकर सत्कार किया गया.
संध्याकालीन विशेष नाटिका, सांस्कृतिक कार्यक्रम, भजन संध्या का आनंद उपस्थितों ने लिया. उल्हासनगर से पधारे परम पूजनीय साईं कालीराम साहब, राजकोट से पधारे सुखदेव लाल साहब जी का सत्संग एवं महाराज श्री ने भी अपने सदगुरुदेव भगवान के जीवन चरित्र पर उनकी मधुर मधुर यादों पर प्रकाश डाला, और कहा के शिवधारा संस्था के स्तंभ हैं, सेवा-साधना व सत्संग. जो समर्पण भाव से करने से ही विशेष लाभ मिलेगा, मोक्ष की राह खुलेगी, और जीवन शांति-आनंदमय बनकर उन्नति आध्यात्मिक एवं संसारीक कराने का माध्यम बनेगा.विविध कार्यक्रम के तहत २० मार्च को ग्रंथ पाठ की समाप्ति साईं ओमी राम साहेब, साईं जशन लाल साहिब, प्रेम प्रकाश आश्रम, एसएसडी धाम, पूज्य शदाणी दरबार,सखी बाबा असुदा राम सेवा समिति,पूज्य सेवा मंडल,पूज्य दरबार साहिब, शिव मंदिर आदि कई संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं पूज्य पंचायत कंवर नगर के पदाधिकारियों की उपस्थिति में हुई.
जरूरतमंदों का आवश्यक सामग्री का वितरण
हर महीने की २० तारीख के नियम अनुसार अनाज,किराना,दवाइयां,सब्जियां महापुरुषों के हाथों जरूरतमंदों में वितरित हुईं. पश्चात विविध योजना शिविर संपन्न हुआ. यह शिविर जनसेवक महेश मूलचंदानी के प्रयास से संपन्न हुआ.अकोला से पधारे डॉ.सुरभि कृपलानी सेवाएं प्रदान की दोपहर १ बजे शिवधारा नेत्रालय में निशुल्क मोतियाबिंद के ऑपरेशन हर महीने की भांति इस बार संत महापुरुषों ने दीप प्रज्वलित करके अपने आशीर्वचन और आशीर्वाद से प्रारंभ किया.
संध्याकालीन कायक्रम सर्वदेव आरती से प्रारंभ होकर विशेष तौर पर १००८ सतगुरु स्वामी शगवभजन जी महाराज की कृपा पर आधारित नाटिका प्रस्तुत हुई. कौंडिण्यपुर से पधारे इस्कॉन संस्था के प्रभु जी अक्रुरदास जी महाराज ने अपने आशीर्वचन एवं कीर्तन के माध्यम से सबको ठाकुर जी से जोड़ने का प्रयास किया, साथ साथ भगत मंडली ने भजन प्रस्तुति से मंत्रमुग्ध किया.
महानुभावों का सत्कार
इस अवसर पर पधारे कुछ महानभावों का शॉल व स्मृतिचिह्न देकर सम्मान किया गया, जिसमें अमरावती जिला भाजपा के अध्यक्ष किरण पातुरकर, जगदीश गुप्ता, नवनीत कौर, वैष्णोदेवी मंदिर के संस्थापक पंजाबी दंपत्ति, सनातन जन जागृति संस्था के महापुरुष पू.अशोक आदि का सत्कार किया गया. महा आरती, संत आशीर्वचन, पल्लव से उत्सव की समाप्ति हुई.