अमरावती/दि.17- गांधी स्मारक निधि, गांधी शांति प्रतिष्ठान, सर्वसेवा संघ, सेवाग्राम प्रतिष्ठान, सर्वोदय समाज, राष्ट्रीय गांधी संग्रहालय, नई तालीम समिति, राष्ट्रीय युवा संगठन, महाराष्ट्र सर्वोदय मंडल तथा गुजरात की सर्वोदय संस्था के संयुक्त तत्वावधान में सेवाग्राम साबरमती संदेश यात्रा का प्रारंभ किया गया है. यह यात्रा अकोला, खामगांव,भुसावल, जलगांव, अमलनेर, धुलिया, नंदूरबार, बारडोली, सूरत होते हुए 23 अक्तूबर को अहमदाबाद पहुंचेगी. वहीं 24 अक्तूबर को साबरमती आश्रम में संदेश यात्रा का समापन होगा.
बता दें कि महात्मा गांधी व्दारा स्थापित आश्रम तथा संस्थाएं सत्य और अहिंसा की प्रयोगशालाएं रही है. जीवन और समाज आदर्श का रुप कैसा हो? इसकी साधना उन्होंने आश्रम में ही की है. अपने साथ-साथ सैकड़ों मनुष्यों को प्रेरित व प्रशिक्षित किया. साबरमती आश्रम गांधीजी का महत्वपूर्ण स्थान है. केंद्र सरकार साबरमती आश्रम के स्वरुप में तब्दील कर सादगी में सौंदर्य की विचारधारा और विरासत की पवित्रता पर सीधा आघात करने की कोशिश कर रही है. केंद्र सरकार साबरमती आश्रम को आधुनिक पर्यटन स्थल बनाने की तैयारी में होने की गोपनीय जानकारी है. यहीं वजह है कि यात्रा के माध्यम से राष्ट्रीय धरोहर में छेड़छाड़ न की जाए, इसके लिए यह संदेश यात्रा निकाली जा रही है.
संदेश यात्रा में जलपुरुष राजेन्द्र सिंह, एकता परिषद के राजगोपाल, सर्वोदय प्रवक्ता आशा बोथरा, साम्ययोग संपादक रमेश दाणे, राष्ट्रीय गांधी संग्रहालय दिल्ली के संचालक अन्ना मलाई, नई तालिम समिति के डॉ. ठाकुर आदि सहित 45 लोग शामिल हुए हैं.