* सुरक्षित हैं किंतु कब निकलेंगे पता नहीं
अमरावती/दि.10 – उत्तराखंड के चार धाम की यात्रा पर अमरावती से गये सात लोग जोशी मठ में गत तीन दिनों से अटक जाने का समाचार हैं. उनसे संपर्क हालांकि बना हुआ है और वे सकुशल रहने की जानकारी संजय शर्मा ने अमरावती मंडल को फोन से दी. शर्मा ने बताया कि स्थानीय प्रशासन भरपूर सहयोग कर रहा है. किंतु और कितना समय लगेगा, यह कोई नहीं बता पा रहा. अर्धसैनिक बल के सैनिक मार्ग पर गिरी चट्टाने हटाने का भरी बारिश में प्रयास कर रहे हैं.
* बद्रीनाथ के दर्शन पश्चात अटके
संजय शर्मा ने बताया कि अमरावती से उनके साथ आशीष बथेरिया, सपना बथेरिया, संतोष जायस्वाल, राशि जायस्वाल, सरिता जायस्वाल आदि चार धाम यात्रा के लिए गत 28 जून को रवाना हुए थे. इन लोगों के यमुनोत्री, गंगोत्री और केदारनाथ के दर्शन हो गये. बद्रीनाथ जाने के लिए निकले तब हनुमान चट्टी के पास एक बडी चट्टान बीच रास्ते आ गिरी. जिससे 18 घंटे यातायात ठप रहा. यह लोग फंसे रहे. फिर आगे निकले. जोशी मठ से बद्रीनाथ का 40 किमी का अंतर तय करने में 18 से 20 घंटे का वक्त लगा. बद्रीनाथ दर्शन के बाद लौटते समय फिर मार्ग पर बडी चट्टान गिरने और पहाडी धस जाने से वह लोग जोशी मठ में अटके पडे हैंं. तीन दिन बीत गये हैं. यह चट्टान गिरने की घटना जोशी मठ से मात्र एक किमी के अंतर पर होने से सभी यात्री सुरक्षित होने की जानकारी संजय शर्मा ने अमरावती मंडल को दी.
* महाराष्ट्र के सैकडों यात्री, अच्छी व्यवस्था
संजय शर्मा ने बताया कि सांगली, साकारा, पुणे और अन्य भागों से लोग यहां फंसे पडे हैं. महाराष्ट्र के सैकडों तीर्थयात्री अटके हैं तथापि यहां का प्रशासन सभी की साज संभाल कर रहा है. सुरक्षा सुनिश्चित कर रहा है. उत्तराखंड पर्यटन निगम के विश्रामगृह में ठहराया गया है. उसी प्रकार खान पान का भी बराबर ध्यान रखा जा रहा है. संजय शर्मा ने यह भी बताया गया कि चट्टान हटाने का काम युध्द स्तर पर चल रहा है. अभी भी 15-20 घंटे लग सकते हैं. जोशी मठ परिसर में 10 हजार यात्री अटके होने का दावा उन्होंने किया. शर्मा ने स्वीकार किया कि उनका शेडयूल थोडा बिगडा है. उनके दिल्ली से नागपुर लौटने के टिकट रद्द कराने पडे हैं.