अमरावती

जिले के 100 गांव में भीषण जलसंकट

 मेलघाट सहित अन्य तहसील के 15 गांवो में टैंकर से जलापूर्ति

अमरावती/प्रतिनिधि दि.4 – जिलेभर में तापमान बढने के वजह से पानी की भीषण किल्लत महसूस हो रही है. मेलघाट सहित अन्य तहसील के जिले के 15 गांव में टैंकर से जलापूर्ति की जा रही है लगभग 100 गांवों में पानी की समस्या निर्माण हो रही है. जिसमें मेलघाट के 40 से 50 गांवों का समावेश है. जिला प्रशासन द्बारा पानी की गंभीर समस्या का निराकरण किया जाए ऐसी मांग ग्रामीण क्षेत्रों के नागरिकों द्बारा की जा रही है.
जिले की धारणी, चिखलदरा, मोर्शी, वरुड, चांदूर रेल्वे, धामणगांव रेल्वे, अचलपुर, दर्यापुर, भातकुली, नांदगांव खंडेश्वर व अमरावती तहसील के गांव में पानी की समस्या निर्माण हुई है. मेलघाट की चिखलदरा तहसील के 15 गांवों में टैंकर द्बारा जलापूर्ति की जा रही है तथा 25 गांव की जलापूर्ति के लिए प्रस्ताव भी जिला प्रशासन व जिला परिषद को भिजवाया गया है.
धारणी तहसील के राणीगांव, कडाव, बारु, गोंद, जांभू, नारदू, भवर, मोगर्दा, कोठा इन गांवों में भी भीषण जलकिल्लत है. चिखलदरा तहसील के एकवीरा, लवादा, आकी, मोथा, अलकापुर, सोमवारखेडा, धरमडोह, बाहद्दरपुर, तोलावाडी, बगदरी, आलाडोह आदि गांवों में भी पानी की समस्या निर्माण हुई है. मेलघाट के आदिवासी लोगों को दो से तीन किमी तक पानी के लिए जाना पड रहा है. कुछ गांवो में विद्युत आपूर्ति खंडित होने की वजह से जलापूर्ति नहीं हो पा रही तो कुछ गांवो में ग्रामपंचायत द्बारा बिजली का बिल न अदा किए जाने की वजह से पानी की समस्या निर्माण हुई है. मेलघाट के कुछ गांवो में कुंओं का अधिग्रहण किया गया था. जिसमें ढाणा, हतरु, शाहपुर, पांचडोगरी, कोयलारी, ढाकणा, बोरीखेडा गांव का समावेश है.

  • प्रशासन की रिपोर्ट कागजों पर

जिला परिषद जलापूर्ति के बाद भी प्रत्येक गांव में जलापूर्ति किए जाने की जवाबदारी है. गर्मियों के दिेनों में हर साल पानी की समस्या निर्माण होती है. जलकिल्लत के लिए शासन की ओर से अलग से निधि भी दी जाती है. किंतु जिप प्रशासन की ओर से नियोजन सही तरीके से नहीं किया जाता सिर्फ कागजों पर ही पानी की समस्या दिखाई जाती है और तत्काल उपाय योजना भी नहीं की जाती. जिसकी वजह से हर साल पानी की समस्या निर्माण होती है.

  • मेलघाट के अधिकांश गांवों में पानी की किल्लत

मेलघाट की चिखलदरा व धारणी तहसील के लगभग 40 से 50 गांवों में पानी की समस्या निर्माण हुई है. आदिवासियों को एक से दो किमी तक पानी के लिए जाना पडता है. शासन द्बारा तत्काल उपाय योजना कर नागरिकों की पानी की समस्या का निराकरण किया जाए जहां पर पानी की समस्या निर्माण हुई तत्काल टैंकर से जलापूर्ति की जाए.
– दयाराम काले,
समाजकल्याण विभाग सभापति जिप अमरावती

Back to top button