अमरावतीविदर्भ

तिरंगे की दुकानों में छाया सन्नाटा

कोरोना का असर : स्कूल बंद

  • प्लास्टीक के तिरंगे झंडों पर पाबंदी

प्रतिनिधि/ दि.१४

अमरावती – इस बार १५ अगस्त के अवसर पर प्लाटीक पन्नियों के झंडों पर पाबंदी लगाई गई है. सडक किनारे छोटी दुकानों पर बच्चों के लिए कागज के तिरंगे झंडे उपलब्ध कराये गए है, मगर कोरोना का असर इस कदर हुआ है कि सभी स्कूल, महाविद्याल बंद रहने के कारण इन दुकानों पर सन्नाटा छाया हुआ है. प्लास्टीक पन्नी के बने हुए तिरंगे झंडे नष्ट न होने के कारण पैरों में आते है. जिससे देश का अभिमान रहने वाले तिरंगे का अपमान होता है. इस वजह से प्लास्टीक पन्नी के तिरंगे झंडे पर पाबंदी लगाई गई है. हर वर्ष १५ अगस्त व २६ जनवरी यह राष्ट्रीय पर्व के अवसर पर जगह जगह सडक किनारे तिरंगे झंडे की दुकाने लगाई जाती है. जहां से स्कूली बच्चे अपनी साइकिल व महाविद्यालयीन बच्चे अपनी मोटरसाइकिल पर तिरंगा झंडा लगाकर शान से शहर में घुमते है. मगर इस बार कोरोना वायरस की काली छाया इस कदर छाई हुई कि तिरंगा झंडा बेचने के लिए दुकाने तो सजी है मगर खरीदी करने के लिए ना ही वे स्कूल, महाविद्यालय के छोटे, बडे बच्चे आ रहे है और ना ही पालकगण अपने बच्चों के लिए तिरंगा खरीदने में कोई रुचि दिखा रहे है, इसके कारण सडक किनारे लगाई गई तिरंगे झंडे, बैच, बिल्ले आदि की दुकानों पर सन्नाटा छाया हुआ है.

Related Articles

Back to top button