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शाहू प्रथम, नवीशा द्बितीय और स्वरांजलि तृतीय

तोमय के सभी 117 विद्यार्थी अच्छे नंबरों से पास, 36 ने पाया मेरिट सूची में स्थान

* आयसीएसई का कक्षा 10 वीं का रिजल्ट घोषित
अमरावती / दि. 6-आयसीएसई बोर्ड ने कक्षा 10 वीं की परीक्षा का परिणाम आज पूर्वान्ह 11 बजे घोषित कर दिया. इस बोर्ड से अमरावती की एकमात्र तोमय विद्यालय ने नया कीर्तिमान स्थापित किया. शाला के सभी 117 छात्र- छात्राएं एक्जाम में सफल रहे. शाहू प्रशांत धरपाल ने 98.33 प्रतिशत अंक लेकर प्रथम स्थान प्राप्त किया. डॉ. संदीप दानखडे की सुुपुत्री नवीशा ने 98.16 प्रतिशत अंक हासिल कर द्बितीय और स्वरांजलि दीपक भेलकर ने 98 प्रतिशत अंकों के साथ तृतीय स्थान प्राप्त किया. तोमय विद्यालय की अध्यक्षा श्रीमती आशा देशमुख ने विद्यार्थियों को बधाई व शुभकामनाएं दी. सचिव श्रीमती अरूंधती देशमुख ने मनपूर्वक शुभकामनाएं दी.
गुणवत्ता सूची में शाहू, नवीशा, स्वरांजलि के साथ यश नितिन दातीर, रेवा रवि देशमुख, साची प्रसन्न राठी, आयुश छगन गोल्हर, रघुवंश मनीष पालीकोंडावार, शंभवी महेश पुनसे, अंजली अजय थोरात, मयंक शैलेश हटवार, मोहित मनीश कालमेघ, सायुरी गौरव मेनसे, अर्जुन राहुल घोगंडे, आशी मनीष अग्रवाल, अनन्या राजीव मित्तल,आयुशी आशीष देशमुख, हार्दिक चंद्रेशखर भोयर, अभिनव अनंत वडतकर, सई मंगेश गुडधे, स्वयं विनय मामर्डे, संजना मनोज माधोगढिया, गौरल प्रशांंत राठी, हिमांशु संजय महल्ले, तनुश्री पंकज चौधरी, स्वरा रणजीत इंंगोले, ओजस्वी विजय जावलकर, आर्यमन विजय लेवटे, देवांश मिलिंद काले, दीपांकर रवींद्र तिखाडे, शैली नितिन हाडोले, प्रेम उपेंद्र पाटिल, धु्रव तुषार देशमुख, आचना आशीष राठी, अनवी अनूप नावंदर, आहना अनूप जुनघरे का समावेश है.
विद्यालय की प्राचार्य वैशाली आवले, उपप्राचार्य मेघना मिटकरी सभी अध्यापक और कार्यालयीन कर्मचारियों ने भी बच्चों की इस सफलता पर अपार हर्ष व्यक्त किया है. तोमय शहर का एकमात्र विद्यालय है. जो पहले से ही राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर कार्य कर रहा है. विद्यालय में अभ्यासपूरक और अभ्यासेत्तर हर क्षेत्र में कार्य होता है.


पिता ही मेरे आइडल
10 वीं में जिले में अव्वल शाहू को बनना है चिकित्सक
शाहू प्रशांत धरपाल ने 98. 33 प्रतिशत अंक लेकर प्रथम स्थान प्राप्त किया. उसे आरंभ से ही अपने अच्छे रिजल्ट की उम्मीद थी. अमरावती मंडल से बातचीत में शाहू ने कहा कि वह चिकित्सक बनने की तमन्ना रखते हैं. उसी प्रकार पिता प्रा. प्रशांत धरपाल के समान संशोधक भी बनना चाहते हैं. शाहू अपने माता-पिता प्रशांत साहेबराव धरपाल और अवंतिका धरपाल की इकलौती संतान हैं. शाहू ने नागपुर से नीट क्लासेस की तैयारी करने की सोची है. उन्होंने बताया कि नियमित रूप से 5-6 घंटे अभ्यास करते थे. उसी प्रकार फिजिक्स के लिए उन्होंने शीबा खान और गणित के लिए विवेक जोशी से कोचिंग प्राप्त की थी. शाहू के पिता प्रा. प्रशांत शिवाजी कॉलेज मेंं प्राध्यापक है. उसी प्रकार कृषि अर्थशास्त्र में संशोधक हैं. कृषिरत्न अवार्ड प्राप्त कर चुके प्रशांत धरपाल के विभिन्न मंचों पर स्वागत सत्कार हो चुके हैं. ऐसे अपने पिता को आदर्श माननेवाले शाहू धरपाल ने कोरोना दौरान कोडिंग के एप विकसित किए हैं. शाहू को बैडमिंटन खेलना अच्छा लगता है. ड्राइंग, पेंटींग में रूचि है. उनकी माताजी अवंतिका धरपाल शिवाजी साइंस में गणित की प्राध्यापिका है.


स्वरांजलि का लक्ष्य आयआयटी इंजीनियर
यशो मंगल कॉलोनी वीएमवी रोड की रहनेवाली स्वरांजलि दीपक भेलकर ने 98 % अंकों के साथ कक्षा 10 वीं की एक्जाम उत्तीर्ण की है. स्वरांजलि को आयआयटी से निष्णांत इंजीनियर बनना है. उसके पिता दीपक भेलकर का कुछ समय पहले निधन हो गया. भेलकर संयुक्त परिवार है. स्वरांजलि के चाचा अरविंद निर्माण ठेकेदारी का काम करते हैं. स्वरांजलि की मां का नाम शुंभांगी दीपक भेलकर है. वह नियमित अभ्यास को सफलता की कुंजी बताती है.

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