अमरावती/ दि.13 – देशभर के विविध राज्यों सहित महाराष्ट्र में भी हररोज महिलाओं पर होने वाले अत्याचार के प्रमाण में इजाफा हो रहा है. देशभर की महिलाएं अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रही है. उनकी सुरक्षा के लिए केंद्र व राज्य सरकार ने ठोस कदम उठाने चाहिए, महिलाओं की सुरक्षा के लिए देश सहित संपूर्ण राज्य में शक्ति कानून को अमल में लाया जाए. इस आशय की मांग को लेकर प्रहार जनशक्ति पार्टी की ओर से जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को निवेदन भेजा गया.
निवेदन में बताया गया है कि राज्य में शक्ति कानून को जल्द से जल्द अमल में लाया जाए ताकि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर ठोस कदम उठाए जा सके. यहीं नहीं तो दिल्ली में महिला पुलिस कर्मचारी के साथ हुए सामुहिक दुराचार, पुणे में एक युवती पर ऑटो चालकों व्दारा किया गया सामुहिक अत्याचार, मुंबई के साकीनाका में महिला पर हुए अत्याचार व अमरावती जिले में बीते कुछ दिनों से बालिकाओं पर अत्याचार की घटनाएं सामने आ रही है. अत्याचारियों पर शक्ति कानून के तहत कार्रवाई की जाए, वहीं देशभर की महिलाओं पर होने वाले अत्याचार के मामले में फास्ट ट्रैक न्यायालय में चलाकर 30 दिनों के भीतर चार्जशीट दखिल कर दुराचारियों को फांसी की सजा देने की मांग की गई. निवेदन सौंपते समय शहर प्रमुख बंटी रामटेके, जिला महासचिव शेख अकबर भाई, शहर उपप्रमुख श्याम इंगले, शहर संपर्क प्रमुख गोलू पाटील, योगेश कावरे, अभिजित गोंढाणे, विक्रव जाधव, रावसाहेब गोंडाणे, पंकज सुरलकर, शेख अरशद भाई, अजय तायडे, नंदू वानखडे, अजय पवार, सचिन डहाके, जुबेर पठाण, विशाल ठाकुर, हिमांशू मिसे, विक्की खत्री, पराग गनथले, कुणाल खंडारे मौजूद थे.