अमरावती

शमशेर सिकलगर 12 पिस्तौल के साथ धरा गया

पचोरी की हथियार फैक्टरी पर बुर्हानपुर पुलिस ने मारा छापा

धारणी/दि.5 – धारणी तथा बुलढाणा जिले की सरहद पर सातपुडा की वादियों में बसे मध्य प्रदेश के पचोरी गांव में बंदुक बनाने की फैक्टरी पर बुर्हानपुरा पुलिस ने छापा मारा. यहां से 12 पिस्तौल के साथ कुख्यात आरोपी शमशेर सिकलगर को गिरफ्तार किया गया. देशी पिस्तौल बनाने की विभिन्न सामग्री भी बरामद करने में पुलिस को सफलता मिली है. जबकि शेरसिंह नामक एक अन्य आरोपी फरार होने में कामयाब रहा.
धारणी से सिर्फ 7 किमी दूरी पर पचोरी गांव बसा है. यह गांव अवैध तरीके से हथियार और पिस्तौल बनाने और बेचने के लिए पहचाना जाता है. पुलिस कई बार पचोरी गांव के घरेलू फैक्टरियों पर छापा मार चुकी है. फिर भी यहां गैर तरीके से हथियार बनाने का काम थम नहीं रहा है. जो कि, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश के अलावा पूरे देशभर के लिए खतनाक साबित हो रहा है. बुर्हानपुर पुलिस ने पचोरी गांव में एक मकान पर छापा मारा. बुर्हानपुर के पुलिस अधीक्षक राहुलकुमार लोढा के अनुसार 75 पुलिस कर्मचारियों का दल खकनार पुलिस थाना क्षेत्र के पचोरी गांव में पहुंचा. बडे ही चालाकी से घेराव डालते हुए शमशेर के घर पर चल रहे अवैध हथियार बनाने के कारखाने पर छापा मारा. शमशेर सिंह के घरेलू कारखाने से जापानी बनावट की 12 पिस्तौल और पिस्तौल बनाने की सामग्री के साथ ही अन्य हथियार बनाने के लिए उपयोग में लायी जाने वाली सामग्री बरामद की. शमशेर सिंह सिकलगर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. जबकि उसका ही भाई शेरसिंह फरार होने में सफल रहा. पचोरी गांव बुलढाणा जिले की सरहद पर बसा है. धारणी के बारातांडा गांव से केवल 20 किमी दूरी पर है. छापा मारते समय जंगल में फरार हुए शेरसिंह को मध्य प्रदेश पुलिस सरगर्मी से ढूंढ रही है. मध्य प्रदेश सरकार ने सिकली गिरोह का पुनर्वसन कर उनके इस अवैध धंधे पर पाबंदी लगाने का प्रयास किया था. लेकिन 8-10 माह में ही पचोरी गांव में फिर वहीं गोरख धंधा शुरु हो गया, जो देश के लिए खतरनाक साबित हो रहा है.

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