अमरावतीमहाराष्ट्र

शंकरबाबा ने प्रभाकरराव को समर्पित किया पद्मश्री सम्मान

हव्याप्रमं के ग्रीष्मकालीन शिविर के उद्घाटन अवसर पर आयोजित हुआ सम्मान समारोह

अमरावती/दि.16– हाल ही में देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों समाजसेवा के क्षेत्र में किये जाते अपने कार्यों के लिए पद्मश्री अलंकरण से सम्मानित होकर अमरावती लौटे अनाथों के नाथ शंकरबाबा पापलकर का सम्मान करने हेतु हव्याप्रमं मंडल के ग्रीष्मकालीन शिविर के उद्घाटन अवसर पर सम्मान समारोह का आयोजन किया गया था. जिसमें सत्कारमूर्ति पद्मश्री डॉ. शंकरबाबा पापलकर ने अपना पद्मश्री सम्मान अपने मार्गदर्शक व हव्याप्रमं के प्रधान सचिव पद्मश्री प्रभाकरराव वैद्य को समर्पित किया. साथ ही कहा कि, राष्ट्रपति के हाथों दिया गया पुरस्कार वे अपने गुरु व मार्गदर्शक पद्मश्री प्रभाकरराव वैद्य के हाथों स्वीकार करने के बाद ही खुद को धन्य मानेंगे.

बता दें कि, हव्याप्रमं द्वारा परतवाडा के निकट वझ्झर गांव में स्व. अंबादासपंत वैद्य दिव्यांग व अनाथ बालगृह का संचालन किया जाता है. जिसकी पूरी जिम्मेदारी विगत तीन दशकों से अनाथों का नाथ कहे जाते शंकरबाबा पापलकर द्वारा उठाई जा रही है तथा शंकरबाबा पापलकर ने इस बालगृह में रहने वाले 123 बच्चों के पितृत्व का जिम्मा संभाले रखा है. जिसमें से उन्होंने कई बच्चों को पढा-लिखाकर अपने पैरों पर खडा किया. साथ ही कई बच्चों के विवाह योग्य हो जाने पर उनका सुयोग्य रिश्ता भी करवाया. ऐसे में शंकरबाबा पापलकर द्वारा किये जाते इस सामाजिक कार्य को देखते हुए भारत सरकार ने उनके नाम की अनुशंसा पद्मश्री अलंकरण के लिए की थी और विगत दिनों राष्ट्रपति भवन में आयोजित अलंकरण समारोह में शंकरबाबा पापलकर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों पद्मश्री अलंकरण प्रदान किया गया. जिसके चलते वझ्झर आश्रम की मातृसंस्था रहने वाले हव्याप्र मंडल मेें भी हर्ष की लहर व्याप्त हो गई तथा शंकरबाबा पापलकर के दिल्ली से अमरावती वापिस लौटते ही हव्याप्र मंडल द्वारा अपने ग्रीष्मकालीन शिविर के उद्घाटन अवसर पर शंकरबाबा पापलकर का सत्कार करने हेतु सम्मान समारोह का आयोजन किया गया.

इस सम्मान समारोह में हव्याप्र मंडल के प्रधान सचिव पद्मश्री प्रभाकरराव वैद्य, कार्यकारी अध्यक्ष एड. प्रशांत देशपांडे, शहर पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी, मनपा आयुक्त देवीदास पवार, समाजसेवक वदनदास तलरेजा, हव्याप्रमं के उपाध्यक्ष डॉ. श्रीकांत चेंडके, सचिव डॉ. माधुरी चेंडके, कोषाध्यक्ष डॉ. श्रीनिवास देशपांडे, शिविर निदेशक राजेश महात्मे, डॉ. किशोर फुले, प्रा. रवींद्र खांडेकर, विदर्भ आयुर्वेदिक कॉलेज के संचालक डॉ. वाघमारे तथा पूर्व विदर्भ केसरी डॉ. संजय तिरथकर सहित कई गणमान्य उपस्थित थे. कार्यक्रम के प्रारंभ में सर्वप्रथम हव्याप्रमं के संस्थापक व अंबादासपंथ वैद्य की प्रतिमा का पूजन किया गया. जिसके उपरान्त सभी उपस्थित गणमान्यों ने अपने समयोचित विचार व्यक्त करते हुए शंकरबाबा पापलकर को पद्मश्री सम्मान मिलने पर हर्ष जताया.
कार्यक्रम में प्रास्ताविक डॉ. माधुरी चेंडके तथा संचालन व आभार प्रदर्शन प्रा. आशिष फाटेकर द्वारा किया गया. इस अवसर पर तुलसी सेतिया, हुजेमा गोरेवाला, प्रणव चेंडके, बबलू चेनेडी सहित मंडल के सभी पदाधिकारी, प्राध्यापक, प्रशिक्षक एवं शहर के गणमान्य नागरिक व ग्रीष्मकालीन शिविर के शिविरार्थी बडी संख्या में उपस्थित थे.

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