पथ्रोट/दि.13- सरकार द्वारा भेड़ों की दंगल पर प्रतिबंध लगाने पर भी गुप्त रुप से भेड़ों की दंगल आयोजित की गई थी. सि समय हार-जीत पर लाखों रुपए खर्च किये जाने की चर्चा है. अकोट व अचलपुर के लोग यहां बड़ी संख्या में जमा हुए थे.
भेड़ों की आपस में टक्कर करवाकर उन पर लाखों रुपए का जुआं खेलने की पुरानी परंपरा है. मात्र वह एक प्रकार का गैरकानूनी जुआं साबित होने के कारण शासन ने ऐसे मवेशियों की टक्कर पर प्रतिबंध लगाया है. ऐसा रहते हुए भी 12 जनवरी की दोपहर 12 से 2 बजेके दरमियान अकोट व अचलपुर के कुछ मंडलों द्वारा भेड़ों की टक्कर का आयोजन भुलेश्वरी मंदिर परिसर में किया गया था. जिसमें दोनों गांवों के असंख्य नागरिकों ने उपस्थित होकर इस लड़ाई पर लाखों रुपए का जुआं खेलने की जानकारी है. पथ्रोट से 6 कि.मी. दूरी पर संबंधित जगह पर जाने के लिए पथ्रोट व कासमपुर ऐसे दो अलग-अलग स्थानों के रास्तों का इसके लिए इस्तेमाल किया गया था. जिसके चलते स्थानीय लोगों को इस दंगल बाबत जानकारी आखिर तक नहीं मिल सकी. यह दंगल शुरु रहते समय आयोजकों ने फोटो या वीडियो निकालने में उपस्थितो को मनाही की थी. स्थानीय पुलिस व मंदिर संस्थान को इस बाबत कोई जानकारी नहीं मिली.
भेड़ों की टक्कर के आयोजन बाबत हमें आखिर तक कोई जानकारी नहीं. लेकिन गांव से लोगों की भीड़ जाते दिखाई दी थी.
– अनू काले, अध्यक्ष, भुलेश्वरी मंदिर संस्थान, कासमपुर