अमरावती/दि.9 – विधान परिषद चुनाव परिणाम मामले में शिक्षक महासंघ के शेखर भोयर राज्य के राज्यपाल भगतसिंग कोश्यारी से मुलाखात कर विधानपरिषद चुनाव परिणम को लेकर चर्चा करेगें. जिसमें उन्होंने राज्यपाल से मुलाखात करने का समय मांगा. अमरावती संभाग विधानपरिषद शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र का चुनाव 1 दिसंबर को संपन्न हुआ था. इस चुनाव में तकरीबन 10 हजार से अधिक बोगस मतदाताओं ने मतदान किया था ऐसा आरोप तत्कालीन उम्मीदवार तथा शिक्षक महासंघ के शेखर भोयर ने लगाया है. शेखर भोयर ने कहा कि, मतदान को लेकर भारतीय संंविधान तथा भारतीय चुनाव आयोग ने लोकप्रतिनिधि कानून बनाया है. जिसमें 27 (5) (ब) के अनुसार जिस मतदाता ने अथवा शिक्षक ने तीन वर्ष सतत सेवा दी उन्हें ही मतदान करने का अधिकार है. माध्यमिक शाला में कार्यकाल तीन साल से कम नहीं होना चाहिए ऐसा स्पष्ट कहा गया है. केवल शिक्षकों को ही मतदान करने का अधिकार है वे ही शिक्षक मतदान कर सकते है जिनका पंजीयन हो.
कितु अमरावती विभाग विधान परिषद शिक्षक चुनाव की मतदार सूची में प्राथमिक शिक्षक, कान्वहेंट शिक्षक, लिपिक प्रयोगशाला परिचर, सिपाही, आटो चालक, अस्पताल के कर्मचारी के भी नाम दर्ज है. ऐसा आरोप शेखर भोयर ने लगाया. इस संदर्भ में 12 अक्तूबर 2020 को चुनाव आयोग को शिकायत भी दी गई थी. जिसमें दुरुस्ती के आदेश दिए गए थे. किंतु अमरावती विभाग चुनाव अधिकारी की लापरवाही के चलते मतदाता सूची में 10 हजार से भी अधिक बोगस मतदाताओं के नाम दर्ज है. मतदान विभाग का मतदान प्रतिशत 89.733 रहा है. यह परिणाम धक्कादायक है, इसको लेकर शेखर भोयर ने अब राज्य के राज्यपाल भगतसिंग कोश्यारी से प्रतिनिधि मंडल के साथ मुलाकात करने का समय मांगा है.