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अपने पुराने परिचितों से मिलकर खिल उठे शेखावत दम्पत्ति

कृषि विज्ञान केंद्र में पुराने परिचितों हेतु आयोजीत किया स्नेहसम्मेलन

* कई पुरानी स्मृतियों व प्रसंगों को किया ताजा, सबके हालचाल भी जाने
अमरावती/दि.4– शहर के प्रथम महापौर डॉ. देविसिंह शेखावत विगत लंबे समय से पुणे में निवास कर रहे है और विगत दिनों उनका अमरावती आना हुआ. साथ ही गत रोज देश की प्रथम महिला राष्ट्रपति पूर्व महामहिम श्रीमती प्रतिभाताई पाटील भी अमरावती पहुंची. इस मौके का औचित्य साधते हुए कल डॉ. देविसिंह शेखावत ने बडनेरा के निकट दुर्गापूर सहित कृषि विज्ञान केंद्र में अमरावती के विभिन्न कार्यक्षेत्रों से वास्ता रखनेवाले अपने पुराने परिचितों के लिए स्नेह सम्मेलन का आयोजन किया. जिसमें पूर्व महामहिम प्रतिभाताई पाटील ने भी बडे उत्साह के साथ हिस्सा लिया.
इस स्नेह सम्मेलन में शहर के शिक्षा, विज्ञान, वैद्यकीय व चिकित्सा, सामाजिक, पत्रकारिता एवं व्यापार क्षेत्र के गणमान्य उपस्थित थे. जिनसे डॉ. देविसिंह शेखावत व श्रीमती प्रतिभाताई पाटील ने बडे स्नेहपूर्वक मुलाकात की और दोनों ने ही सभी उपस्थितों से व्यक्तिगत तौर पर मुलाकात करते हुए उनका हालचाल जाना.
इस समय अंबानगरी के प्रथम महापौर डॉ. देविसिंह शेखावत व पूर्व महामहिम श्रीमती प्रतिभाताई पाटील ने उपस्थितों को संबोधित किया. साथ ही उपस्थितों में से राजस्थानी हितकारक मंडल के अध्यक्ष व दैनिक अमरावती के संपादक अनिल अग्रवाल को ही संबोधन करने का अवसर मिला.
इस अवसर पर सर्वश्री डॉ. बबन बेलसरे, डॉ. रविंद्र चोरडिया, डॉ. अजय डफले, डॉ. शशी चौधरी, एड. प्रदीप महल्ले, मगनभाई भाटिया, नितीन चेंडूलकर (बिल्डर), डॉ. डी. जी. अडवानी, डॉ. राजेंद्र अरोरा, एड. श्रीकांत खोरगडे, सीए विजय जाधव, विजयराव कुबडे, रतन महाराज दीक्षित, हरिशंकर अग्रवाल, आनंदबाबू भामोरे, विधान परिषद के पूर्व उपसभापती शरद तसरे, पूर्व पार्षद वसंतराव साउरकर, मधुकरराव साउरकर, एड. बेग, कांग्रेस शहराध्यक्ष बबलू शेखावत, संजय वाघ, प्रतापसिंह शेखावत, अनिल माधोगडिया, भंवरभाउ शेखावत, डॉ. राठोड, डॉ. के. एन. पाटील, संजू पाटील, सतीश कडू, मनिंदर मोंगा, बालू चव्हाण, अशोक चव्हाण, राजस्थानी हितकारक मंडल के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल व सचिव रामेश्वर गग्गड, पं. देवदत्त शर्मा, संदीप भट्टड, देवकिसन लढ्ढा, डॉ. विजय बख्तार, पुरूषोत्तम मूूंधडा, वीरेंद्र पेठे (मोर्शी), प्रा. डॉ. अजय ठाकरे, जुगलकिशोर राठी, डॉ. लाहोटी, राजेंद्र भंसाली, विजय राठोड, विजय बोथरा, आर. आर. राजपूत, एड. प्रमोद बोथरा, गुड्डू शेखावत, विजयसिंह शेखावत, आर. एम. रोडे, डॉ. प्रफुल्ल कडू, डॉ. उल्हास संघई, एड. नितीन कोल्हटकर, आर. आय. राजपूत, डॉ. सुनील रघुवंशी, डॉ. कांता रघुवंशी तथा कृषि विज्ञान केंद्र के प्रमुख व वरिष्ठ कृषि विशेषज्ञ डॉ. के. ए. धापके आदि गणमान्य उपस्थित थे.

* सबसे मिलने की हमेशा रहती है चाहत
इस समय अपने संबोधन में अमरावती के प्रथम महापौर डॉ. देविसिंह शेखावत ने कहा कि, इन दिनों अमरावती आने का अवसर काफी कम मिलता है. ऐसे में पिछले लंबे समय से अमरावती आने और यहां पर अपने पुराने मित्रजनों व परिचितों से मिलने की इच्छा थी. चूंकि इतना समय नहीं था कि, हर एक से अलग-अलग जाकर मुलाकात हो पाती. अत: सभी पुराने मित्रों व परिचितों को एक ही स्थान पर एकत्रित करते हुए स्नेहसम्मेलन आयोजीत करने का विचार किया. उन्हें बेहद खुशी है कि, उनके सभी मित्रों व परिचितों ने उनके आग्रह को स्वीकार किया तथा यहां पर अपने सभी पुराने परिचितों को देखकर उन्हें काफी खुशी हो रही है. इस समय हर एक व्यक्ति का नामोल्लेख करते हुए डॉ. देविसिंह शेखावत ने संबंधितों द्वारा किये जा रहे अच्छे कामों का बखान भी किया. जिसमें उन्होंने राजस्थानी हितकारक मंडल के लगातार दूसरी बार अध्यक्ष निर्वाचित अनिल अग्रवाल द्वारा किये जा रहे कामों का विशेष रूप से उल्लेख किया. साथ ही कहा कि, भले ही इन दिनों स्मृतियां बेहतरीन तरीके से साथ नहीं दे रही, लेकिन सभी पुराने साथियों और अपने लोगों से मिलकर अपने आप ही एक नई उर्जा प्राप्त हो जाती है, जो अगले कई दिनों तक काम आती है.

* डॉक्टर साहब को अमरावती आने का बस बहाना और मौका चाहिए
इस स्नेहमिलन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व महामहिम श्रीमती प्रतिभाताई पाटील ने कहा कि, कई दिनों बाद अमरावती आकर और आज सभी पुराने लोगों से मिलकर काफी अच्छा लगा. ताईसाहब ने बताया कि, डॉ. शेखावत तो मानो अमरावती आने के मौके खोजते रहते है और पुणे में रहने के दौरान हर दिन अमरावती के कम से कम दो से चार पुराने परिचितों से फोन पर बात जरूर करते है. उन्होंने यह भी कहा कि, इस स्नेहमिलन में उपस्थित सभी लोगों में उनकी उम्र ही सबसे अधिक है, लेकिन सबसे प्रेम व स्नेह पहले की तरह कायम है. जबकि राजनीति के क्षेत्र में एक निश्चित उम्र के बाद लोगबाग अप्रासंगिक हो जाते है. अब जीवन में किसी भी तरह की कोई राजनीतिक इच्छा या महत्वाकांक्षा नहीं रहने की बात कहते हुए पूर्व महामहिम प्रतिभाताई पाटील ने यह भी कहा कि, आज काफी लंबे समय बाद कृषि विज्ञान केंद्र में आकर काफी अच्छा लग रहा है और कई पुरानी यादें ताजा हो गई है. जिले की सांसद रहने के दौरान उन्होंने तत्कालीन केंद्रीय कृषि मंत्री बलराम जाखड से काफी आग्रह करते हुए इस कृषि विज्ञान केंद्र को मंजुर करवाया था, जो आज जिले के किसानों हेतु वरदान साबित हो रहा है.

* शेखावत दम्पत्ति की हमेशा ऋणी रहेगी अमरावती
विशेष उल्लेखनीय है कि, शेखावत दम्पत्ति के अलावा इस समय केवल राजस्थानी हितकारक मंडल के अध्यक्ष व दैनिक अमरावती मंडल के संपादक अनिल अग्रवाल को ही संबोधन करने का सुअवसर व सम्मान प्राप्त हुआ. इस समय संपादक अनिल अग्रवाल ने डॉ. देविसिंह शेखावत व श्रीमती प्रतिभाताई पाटील द्वारा अलग-अलग पदों पर रहते हुए किये गये कामों का उल्लेख करते हुए कहा कि, इस दम्पत्ति ने अमरावती के लिए काफी कुछ किया है. इसके लिए हम सभी इन दोनों के हमेशा ऋणी रहेंगे. इस आयु में भी शेखावत दम्पत्ति की सक्रियता को सभी के लिए प्रेरणास्त्रोत बताते हुए संपादक अनिल अग्रवाल ने कहा कि, जिस कृषि विज्ञान केंद्र में यह आयोजन हो रहा है, वह कृषि विज्ञान केंद्र एवं इस केंद्र द्वारा चलाया जानेवाला कम्युनिटी रेडिओ क्षेत्र के किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. इन दोनों सुविधाओं के जरिये क्षेत्र के किसानों को प्रत्यक्ष लाभ प्राप्त होता है. इसके साथ ही इस केंद्र में रोजाना 1 क्विंटल मशरूम का उत्पादन होता है. जो यह दर्शाता है कि, यह केंद्र अपने आप में इतना परिपूर्ण है. साथ ही इसी केंद्र में डॉ. शेखावत द्वारा अपने परिचितों को आमंत्रित कर स्नेहमिलन का आयोजन करना यह दर्शाता है कि, डॉ. शेखावत की नजर में इस कृषि विज्ञान केंद्र के लिए कितना महत्व और लगाव है.

 

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