अमरावती/दि.17- जरुड तहसील के केवल 1600 की आबादी वाले घोराड में माता-पिता की मृत्यु से अनाथ हुई दीक्षा (12) और खुशबू (8) को निवारा ग्रुप ने घर का नजराना दिया है. अभी भी मदद का सिलसिला शुरु है. 700 वर्गफीट जगह में मकान बनाने 4 लाख 10 हजार रुपए का खर्च आया.
तहसील के वरिष्ठ लिपिक नरेंद्र कर्णासे ने आवाहन किया था. उनके अपील को प्रतिसाद देते हुए निवारा ग्रुप तैयार कर उसके सभासदों ने लडकियों को रहने के लिए घर बनाकर दिया. घर बनाने में अनेक समाजसेवी, मिस्त्री, मजदूरों ने भी सहायता की. अमरावती के विलास बमनोटे और उनकी पत्नी प्रतिमाह दीक्षा व खुशबू को उदर निर्वाह हेतु 5 हजार रुपए भेज रहे हैं. इस बीच दोनों बहनों को वरुड की न्यू इंग्लिश स्कूल में कक्षा 8वीं और कक्षा 6वीं में प्रवेश दिया गया है.
विधायक देवेंद्र भुयार ने प्रत्यक्ष मुलाकात कर लडकियों की शिक्षा व विवाह होने तक खर्च का भार उठाने का आश्वासन दिया था. सांसद रामदास तडस ने भी अपने कार्यकर्ताओं को भेजकर आश्वासन दिया था. लगता है कि अपना आश्वासन वे भूल गए हैं.