सडक निर्माण को लेकर शेवती जहांगीर ग्रामवासी आक्रामक
सुबह से मासोद-अमरावती मार्ग पर किया चक्काजाम
* ग्राम पंचायत के सरपंच व उपसरपंच के न आने तक आंदोलन जारी रखने की भूमिका
* मार्ग पर दोनों तरफ लगी जड वाहनों की लंबी कतारे
अमरावती/दि.27 – वर्षो से गांव की विविध समस्याओं सहित मुख्य मार्ग को दुरुस्त करने की मांग को लेकर दिए गए अनेक ज्ञापन के बावजूद समस्या का निवारण न होने से संतप्त होकर शेवती जहांगीर ग्रामवासियों ने आज सुबह 8.30 बजे से मासोद-अमरावती मार्ग पर ग्राम पंचायत प्रशासन के विरोध में चक्काजाम आंदोलन शुरु कर दिया है. अपरान्ह 4 बजे समाचार लिखे जाने तक यह आंदोलन जारी था. ग्रामवासियों ने मासोद ग्राम पंचायत के सरपंच व उपसरपंच आंदोलन स्थल पर आकर उनकी मांगो को पूरा करने का आश्वासन नहीं देते तब यह आंदोलन जारी रखने की भूमिका ग्रामवासियों द्वारा ली गई है. इस रास्ता रोको के कारण मार्ग पर वाहनों की लंबी कतारे लग गई है और यातायात ठप हो गया है.
जानकारी के मुताबिक अमरावती से मासोद मार्ग होते हुए शेवती जहांगीर ग्राम आता है. यह गांव मासोद से 13 किलोमीटर दूरी पर आता है. गांव की तरफ जानेवाले इस मुख्य मार्ग की वर्षो से भयंकर अवस्था है. मासोद सहित परिसर में खदान व क्रेशर अधिक मात्रा में रहने से जड वाहनों की आवाजाही पूरा दिन रहती है. मासोद ग्राम पंचायत प्रशासन द्वारा प्रत्येक वाहन से 100 रुपए वसूले जाते है. सडक की अवस्था दयनीय रहने से महामंडल की एसटी बस भी इस गांव में नहीं आती. इस कारण दो हजार की आबादीवाले इस शेवती जहांगीर ग्रामवासियों ने ग्राम पंचायत प्रशासन से सडक का निर्माण करने, गांव के पास से बहनेवाली नदी का गहराईकरण करने, गांव में स्मशानभूमि का निर्माण करने, नालियों की नियमित साफसफाई करने, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की सुविधा करने और कक्षा 5 वीं से आगे की शिक्षा की सुविधा करने की मांग प्रशासन से कर रखी है. ग्रामवासियों का कहना था कि, बारिश के दिनों में सडक की दयनीय अवस्था रहने से उनके पाल्यो को अमरावती शाला में जाने के लिए काफी परेशानी का सामना करना पडता है. शेवती जहांगीर ग्राम में केवल 5 वीं तक ही शिक्षा की सुविधा है. गांव में अस्पताल न रहने से छोटी-बडी बीमारी होने पर अमरावती जाना पडता है. साथ ही महिलाओं को प्रसूति के लिए ले जाते समय काफी परेशानी का सामना करना पडता है. एसटी महामंडल प्रशासन का भी कहना है कि, सडक की अवस्था काफी खराब रहने से वे महामंडल की बस गांव में नहीं भेज सकते. ग्राम पंचायत द्वारा पूर्ण वर्ष में केवल चार दफा नालियों की सफाई की जाती है. इस कारण बारिश के दिनों में ग्रामवासियों को काफी परेशानी का सामना करना पडता है. इन सभी समस्याओं को पूर्ण करने की मांग को लेकर संतप्त हुए शेवती जहांगीर ग्रामवासियों ने आज अपने सारे कामकाज छोडकर सुबह 8.30 बजे से अमरावती-मासोद मार्ग पर आकर रास्ता रोको आंदोलन शुरु कर दिया है. इस कारण यातायात ठप होने से दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारे लग गई है. मासोद ग्राम पंचायत की सरपंच उमाताई मुंदावने और उपसरपंच रंजना राजूरकर है. आंदोलन के दौरान ग्रामवासियों ने उनसे लगातार संपर्क किया. लेकिन अपरान्ह 4 बजे तक वे आंदोलन स्थल पर नहीं पहुंचे थे. इस कारण आक्रामक हुए ग्रामवासियों ने सरपंच व उपसरपंच सहित संबंधित अधिकारी के घटनास्थल पर आकर उनकी समस्या का समाधान न करने तक आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया है.