कल से जेद्दाह के लिए उडान भरेंगे जहाज
हजयात्रा पर जानेवाले जायरिनों के जत्थे होंगे रवाना
* नागपुर से 14 जून तक चलेगा रवानगी का सिलसिला
* जिले से 650 जायरिन जाएंगे हजयात्रा पर
* 610 की नागपुर से और 40 की मुंबई से होगी रवानगी
अमरावती/दि.6- प्रत्येक मुस्लिम व्यक्ति की दिली ख्वाहिश होती है कि, वह अपने जीवन में कम से कम एक बार हज की यात्रा पर जाए और अपने जीवन का पांचवां सबसे अहम फर्ज पूरा करें. प्रतिवर्ष बकरीद पर्व से एक माह पहले हजयात्रा शुरु होती है. जिसमें पूरी दुनिया से लाखों जायरिन हजयात्री के तौर पर शामिल होते है. जिसमें अमरावती शहर सहित जिले के मुस्लिम समाज बंधुओं का भी शुमार होता है. इसी के तहत इस वर्ष की हजयात्रा पर अमरावती से 650 मुस्लिम समाज बंधु हजयात्रा पर रवाना होने वाले हैं. जिनमें से हजयात्रियों के पहले जत्थे को लेकर कल 7 जून को नागपुर और मुंबई से पहली फ्लाइट सउदी अरब के जेद्दाह शहर के लिए रवाना होगी. नागपुर से आगामी 14 जून तक तथा मुंबई से आगामी 22 जून तक जेद्दाह जाने वाली फ्लाइट्स का सिलसिला चलेगा.
इस संदर्भ में अमरावती हज कमेटी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक अमरावती से हजयात्रा पर जाने वाले 650 जायरिनों में से 610 जायरिन नागपुर से ही जेद्दाह की फ्लाइट पकडनेवाले हैैं और अमरावती के केवल 40 जायरिनों की फ्लाइट मुंबई से है. आगामी 14 जून तक नागपुर से रोजाना दो फ्लाइट जेद्दाह के लिए उडान भरेगी. हर दिन नागपुर से रवाना होने वाली फ्लाइट में अमरावती के 25 से 30 जायरिनों का जत्था हजयात्रा के लिए रवाना होगा. वहीं सबसे ज्यादा फ्लाइट और यात्री संख्या 9 व 10 जून को रहेगी.
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष अमरावती से हजयात्रा पर जानेवाले जायरिनों के पंजीकरण की प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही विगत कुछ समय से उनके टीकाकरण और हजयात्रा के दौरान किए जाने वाले अराकान के संदर्भ में प्रशिक्षण व मार्गदर्शन का दौर चल रहा था. वहीं अब उनकी रवानगी का समय भी आ गया है. ऐसे में हजयात्रा पर जानेवाले जायरिनों के घरों पर उनके रिश्तेदारों व परिचितों व्दारा पहुंचकर उनकी गुलपोशी करते हुए उन्हें हजयात्रा के लिए मुबारकबाद दी जा रही है. साथ ही साथ हजयात्रा के दौरान पवित्र काबा में तवाफ (परिक्रमा) के समय अपने लिए दुआ की दरख्वास्त भी की जा रही है. वहीं हजयात्रा पर जानेवाले जायरिनों व्दारा सभी की मुबारकबाद और दरख्वास्त को स्वीकार करते हुए, अपनी यात्रा से संबंधित तैयारियां की जा रही है. ताकि यात्रा के दौरान अगले 40 दिनों तक उन्हें किसी भी दिक्कत का सामना न करना पडे.