शिवभोजन थाली केंद्रों को 4 महिनों से नहीं मिला अनुदान
विरोधी पक्ष नेता अजित पवार मानसून सत्र मेें उठाएंगे मुद्दा
अमरावती – दि.23 विरोधी पक्ष नेता अजित पवार ने रविवार को कहा कि, पिछले 4 महिनों से राज्य में शिवभोजन थाली के संबंधित केंद्रों को अनुदान नहीं मिला. वे रविवार को अमरावती जिले के दौरे पर थे. इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित पत्रकारों के समक्ष अजित पवार ने कहा कि, वे यह मुद्दा विधानसभा के मानसून सत्र में उठाएंगे और राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से चर्चा भी करेंगे. तत्कालीन महाविकास आघाडी सरकार ने केवल 10 रुपए में 2 रोटी, सब्जी, चावल वाली शिवभोजन थाली योजना की शुरुआत की थी.
राज्य के सभी जिलों में शिवभोजन थाली केंद्र शुरु किये गये. कोरोना काल में शिवभोजन थाली के केंद्र राज्य भर में बढाये गये. किंतु शिवभोजन थाली चला रहे केंद्र के संचालकों को पिछले मई माह से अनुदान नहीं दिया गया. महाराष्ट्र के सभी 44 जिलों के शिवभोजन थाली केंद्रों की यहीं स्थिति है. जिसके चलते अब शिवभोजन थाली केंद्र चला रहे संचालकों पर आर्थिक बोझ बढ गया है. जिसको लेकर विधानसभा के विरोधी पक्ष नेता रविवार को स्थानीय विश्रामगृह में उपस्थित पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि, वे इस मुद्दे को विधानसभा में उठाएंगे और पता करेंगे कि, शिवभोजन थाली केंद्रों को अनुदान क्यों नहीं मिला.
आदिवासियों का स्थानांतरण रोकने उन्हें रोजगार दें
मेलघाट के आदिवासियों का स्थानांतरण रोकने उन्हें स्थानीय स्तर पर रोजगार दें. आदिवासी बहुल क्षेत्र मेलघाट में कुपोषण व बालमृत्यु को लेकर भी जिलाधिकारी ध्यान दें, महाविकास आघाडी सरकार ने जिला नियोजन के लिए निधि उपलब्ध करवाई थी. इस निधि से उपाय योजना की जा सकती है. मेलघाट में आदिवासियों का स्थानांतरण रोकने के लिए योजना गारंटी योजना के तहत स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध करवाये जाने चाहिए और जिलाधिकारी ने इस ओर ध्यान देना चाहिए, ऐसा पूर्व उपमुख्यमंत्री तथा नेता प्रतिपक्ष अजित पवार ने जिले के दौरे के दरम्यान कहा.