अमरावती/दि.3- विधान परिषद के पांच स्थानों हेतु हुए चुनाव में महाविकास आघाडी ने भाजपा को जोरदार धक्का दिया है. कोकण छोडकर सभी स्थानों पर भाजपा को पराजय का मुंह देखना पडा. इसमें भी नागपुर शिक्षक और अमरावती स्नातक निर्वाचन क्षेत्र ने भाजपा चारों खाने चित हो गई. धीरज लिंगाडे जायंट किलर बने. जब उन्होंने गृह राज्य मंत्री रहे रणजीत पाटिल का पराभव किया.
उल्लेखनीय है कि लिंगाडे ने ऐन चुनाव से पूर्व कांगे्रस में प्रवेश लिया. वे बुलढाणा शिवसेना जिला प्रमुख रह चुके है. लिंगाडे उद्धव ठाकरे गट के लीडर हैं. बुलढाणा के सांसद प्रतापराव जाधव शिंदे गुट में जाने के बाद अनेक ने पार्टी छोडी. किंतु लिंगाडे ठाकरे के साथ रहे. वे डेढ साल पहले से ही स्नातक चुनाव की तैयारी कर रहे थे.
शिवसेना नेता अनिल देसाई ने स्नातक मतदाता का पंजीयन और बैठकों की जिम्मेदारी लिंगाडे को देकर उन्हेंं ही प्रत्याशी बनाए जाने के संकेत दिए थे. राज्य में सत्तातंर के बाद भी लिंगाडे ठाकरे गट के साथ कायम रहे. अमरावती की सीट कांग्रेस के पास रहने से महाविकास आघाडी में यहां पार्टी ने दावा कायम रखा. जिससे लिंगाडे ने ठाकरे की शिवसेना छोडकर कांगे्रस का हाथ थाम लिया.
* मैं कांग्रेस विचारधारा का
लिंगाडे ने कहा कि, वे कांग्रेस विचारों के हैं. उनके पिता रामभाउ लिंगाडे कांग्रेस के पदाधिकारी थे. उसी प्रकार वे भी कांग्रेस नगरसेवक चुने गए थे. जिससे कांग्रेस में प्रवेश कर उम्मीदवारी लेने की बात लिंगाडे ने कही.
* अपेक्षित मतदान नहीं हुआ
उपमुख्यमंत्री और अमरावती के पालकमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने चुनाव परिणाम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, अमरावती में अपेक्षित वोट नहीं मिल सके. यहां कुछ वोट हमें कम मिले है. इस पर पार्टी विचार करेगी, ऐसे ही रद्द हुए वोट की संख्या भी काफी है. उसमें हमारे प्रत्याशी के वोट अधिक मात्रा में है उस पर भी गौर किया जाएगा.