अमरावतीमुख्य समाचार

काचीकुडा एक्सप्रेस का रुट बदलने पर भडके शिवसेना पदाधिकारी

दिनेश बूब व सुधीर सुर्यवंशी ने किया जनजागृति आंदोलन का ऐलान

* जिले के दोनों सांसदों से महत्वाकांक्षी प्रकल्पों पर ध्यान देने की अपेक्षा
* भारत डायनामिक कारखाने का गुजरात शिफ्टींग रोकने की मांग
* शकुंतला एक्सप्रेस, स्कायवॉक, गाविलगढ का रिडेवलपमेंट का मुद्दा उठाया
* प्रधानमंत्री व गृहमंत्री के घर हनुमान चालिसा पढने की सुचना
अमरावती/दि.18- मेलघाट क्षेत्रवासियों की लाईफ-लाईन रहने वाले काचीकुडा एक्सप्रेस का मार्ग बदला गया गया है. काचीकुडा एक्सपे्रस के ब्रॉडगेज का काम मध्यप्रदेश में खंडवा तक व महाराष्ट्र में अकोट तक पूर्ण हो गया है. वहीं मेलघाट क्षेत्र में इस ब्रॉडगेज मार्ग के लिए सारी तैयारियां रहने के बावजूद भी अब इस ट्रेन का रुट बदलकर काचीकुडा एक्सप्रेस मेलघाट में बंद की जा रही है. यह मेलघाट के आदिवासियों पर अन्याय है. लेकिन इसके खिलाफ जिले के सांसद किसी भी प्रकार आवाज नहीं उठा रहे है. जिस पर शिवसेना के जिला प्रमुख दिनेश बूब व शिवसेना पदाधिकारी सुधीर सुर्यवंशी ने जिले के सांसद पर अकार्यक्षमता का आरोप कर काचीकुडा एक्सप्रेस का पुराना मार्ग कायम रखने की मांग उठाई है. इसके लिए कल रविवार से दिनेश बूब के नेतृत्व में जनजागृति अभियान शुरु किया जाएंगा. जिसके तहत आदिवासियों में उन पर हो रहे अन्याय को लेकर जनजागृति की जाएगी, ऐसी जानकारी दिनेश बूब व सुधीर सुर्यवंशी ने आज एक पत्रवार्ता को संबोधित कर दी.
दिनेश बूब ने बताया कि, पहले जिले में केवल एक ही सांसद था, लेकिन अब डॉ. बोंडे के रुप में जिले को और एक सांसद मिला है. जिससे इन दोनों सांसदों से जिलावासियों की कई अपेक्षाएं है. जिन्हें पूर्ण करने की जिम्मेदारी दोनों सांसदों को निभानी पडेंगी. जिले की सांसद इन दिनों हनुमान चालिसा विवाद ने ही व्यस्त है. जिससे जिले के महत्वाकांक्षी प्रकल्पों पर अनदेखी हो रही है. जिले में तत्कालीन सांसद अनंत गुढे व प्रथम महिला राष्ट्रपति प्रतिभाताई पाटील के प्रयासों से पंचतारांकित एमआईडीसी में भारत डायनामिक कारखाना शुरु करने का भूमिपूजन किया गया. लेकिन विगत 10 वर्ष में भारत डायनामिक कारखाने को शुरु करने को लेकर किसी भी तरह के प्रयास नहीं हुए. जानकारी है कि, अब यह कारखाना गुजरात में शिफ्ट करने की हलचलें शुरु है. उसी प्रकार पंचतारांकित एमआईडीसी में मुंबई की बंद मिलों को स्थानांतरीत करने की अनुमति तत्कालीन फडणवीस सरकार ने दी थी. सांसद अडसूल के कार्यकाल में जिले में फिनले मिल शुरु हुई. लेकिन आज मिनले मिल भी बंद है और हजारों लोग बेरोजगार हुए है. जिले से दौडने वाली ऐतिहासिक शकुंतला ट्रेन जो किसानों की लाईफ-लाईन है, वह भी बंद हो गई है. चिखलदरा के गाविलगढ रिडेवलपमेंट का काम शुरु नहीं हुआ. चिखलदरा के स्कायवॉक के लिए भी एनओसी तक नहीं मिल पायी है. मेलघाट में पुनर्वसन के लिए 110 करोड रुपए का निधि नहीं मिलने से पुनर्वसन की प्रक्रिया ठप पडी है. इन सभी विषयों पर ध्यान देने की जिम्मेदारी जिस सांसद पर है, वह बेवजह के मुद्दों को तुल देने में ही धन्यता मान रहे है. इसलिए सांसद अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर जिले के सभी महत्वाकांक्षी प्रकल्पों को गति देने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाए, यह अपेक्षा व्यक्त कर संबंधित विषयों को लेकर नवनियुक्त सांसद डॉ. अनिल बोेंडे से भी निवेदन देकर आवाज उठाने की मांग की जाएंगी. ऐसा दिनेश बूब ने बताया. जिले के सांसदों द्बारा जिले की महत्वपूर्ण समस्याओं पर अनदेखी करने का आरोप भी लगाया गया है.

Related Articles

Back to top button