शिवसेना ने उठाया सांसद राणा की जन्मतारीख का मुद्दा
खराटे बोले-15 या 6 अप्रैल, स्पष्ट करें
* हनुमान चालीसा और जन्मदिन एक ड्रामा
अमरावती/दि.4- शिवसेना जिला प्रमुख सुनील खराटे ने जिले की सांसद नवनीत राणा की जन्मतिथि पर सवाल उठाया है. खराटे ने आज दोपहर श्रमिक पत्रकार भवन मेें प्रेसवार्ता आयोजित कर दावा किया कि, सांसद राणा के एक टीसी पर 6 अप्रैल जन्मतिथि व जातधर्म सिख होने का उल्लेख है और दूसरी टीसी पर 15 अप्रैल जन्मतिथि और जाति मोची अंकित है. उनका आरोप था कि, 6 अप्रैल को हनुमान जयंती होने से सांसद राणा ने इसी दिन हनुमान चालीसा पाठ का कार्यक्रम आयोजित किया है. यह राजनीति के लिए बनाया गया योगायोग तो नहीं? इस समय खराटे के साथ पूर्व विधायक ज्ञानेश्वर धाने, पूर्व जिला प्रमुख प्रदीप बाजड भी उपस्थित थे.
खराटे ने कहा कि, एससी प्रवर्ग हेतु आरक्षित अमरावती लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से नवनीत राणा का चुनाव लडना भी संशयास्पद है क्योंकि 6 अप्रैल वाली जन्मतारीख की टीसी में उनका जात/धर्म सिख बताया गया है. दूसरी जन्मतारीख 15 अप्रैल है तो उन्होंने हनुमान जयंती पर जन्मदिन के विविध कार्यक्रम क्यों आयोजित किए? खराटे ने आरोप लगाया कि यह सरासर सस्ती लोकप्रियता का प्रयत्न है. राणा का यह संयोग ड्रामा मात्र होने का आरोप भी उन्होंने किया.
खराटे ने कहा कि हनुमान जयंती पर चालीसा पाठ करना धार्मिक आस्था व श्रद्धा का विषय है. किंतु प्रकाशित पत्रिका और पोस्टर पर हनुमानजी की प्रतिमा लगाकर उसके माध्यम से राजकीय व्यक्ति पर टीका और कीचड उछालना कहां तक उचित है? देवताओं के सामने अपने विरोधियों पर टीका करना राजनीतिक बचपना होने का आरोप खराटे ने लगाया. शिवसेना जिला प्रमख ने सांसद राणा के प्रयास को संत, महंत और हिंदूत्व के लिए आयुष्य देने वाले नेताओं का सरासर अपमान बताया और इसे खेदजनक भी कहा. उन्होंने सांसद राणा के हिंदू शेरनी विशेषण पर भी सवाल उठाए. यह भी कहा कि खुद को हिंदू नेता बताने वाली राणा का कार्यकर्ता इरफान कोल्हे हत्याकांड में प्रमुख आरोपी है. मीडिया में यह सब सामने आया है. खराटे ने शपथ ग्रहण के समय श्रीराम का नाम लेने पर राणा व्दारा आक्षेप उठाए जाने का भी उल्लेख करते हुए सांसद राणा को ‘ड्रामा क्वीन कहा’