* वे चुनाव चिन्ह छीन सकते हैं नाम नहीं
* अनेक प्रश्न टाल गए शिवसेना प्रमुख
अमरावती/दि.10 – शिवसेना उबाठा प्रमुख उद्धव ठाकरे ने आज कहा कि, अमरावती शिवसेना का दुर्ग रहा है. इसलिए यहां से लोकसभा चुनाव में पार्टी का ही प्रत्याशी होगा. प्रत्याशी के नाम की घोषणा उचित समय पर कर दी जाएगी. वे सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने विधायक रवि राणा और सांसद डॉ. अनिल बोंडे के मुद्दों पर पूछे गए सवाल टाल दिए. ऐसे ही पोस्टर वार पर भी कुछ नहीं कहा. इस समय उद्धव ठाकरे के साथ संपर्क प्रमुख सांसद अरविंद सावंत, सांसद विनायक राउत, करीबी मिलिंद नार्वेकर, प्रीति बंड और नेता पदाधिकारी मौजूद थे.
* किसान आत्महत्या गंभीर
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि, अमरावती संभाग में लगातार किसान आत्महत्या हो रही है. वे कल यवतमाल में थे. किसान आत्महत्या के मामले में यवतमाल और पश्चिम विदर्भ अभी भी स्थिति गंभीर है. उन्होंने मुख्यमंत्री रहते किसानों का 2 लाख का कर्ज माफ किया था. सातबारा कोरा किया था. जबकि शिंदे-भाजपा सरकार को किसानों की फिक्र नहीं है.
* कार्यकर्ताओं से मिलने आया
उद्धव ठाकरे ने कहा कि, वे अपने निष्ठावान कार्यकर्ताओं से भेंट हेतु आए हैं. राज्य में उनकी कुर्सी छीन ली गई. फिर भी लाखों पार्टी कार्यकर्ता उनके प्रति निष्ठावान है. इसीलिए वे अमरावती विदर्भ से अपना राज्यव्यापी दौरा आरंभ कर रहे हैं.
* स्वागत से अभिभूत
उद्धव ठाकरे ने कल यवतमाल और आज अमरावती में जगह-जगह हुए भावभीने स्वागत को अभूतपूर्व बताया. उन्होंने कहा कि, वे असल में अभिभूत है कि, लोग उन्हें इतना चाहते हैं उनके प्रति निष्ठावान है. यहीं तो उनकी शिवसेना की असली ताकत है. जिससे उनका आत्मविश्वास बढा है. वे अब प्रत्येक चुनाव का आत्मविश्वास से सामना करने तैयार है.
* नाम छीनने का हक नहीं
उद्धव ठाकरे ने दावा किया कि, सत्ता के प्रभाव में चुनाव आयोग भी आ गया. जिससे उनकी पार्टी का चिन्ह छीन लिया गया. किंतु शिवसेना नाम छीनने का अधिकार किसी को भी नहीं है. चुनाव आयोग को भी नहीं, क्योंकि शिवसेना नाम मेरे पिता और दादा ने दिया है. उन्होंने कहा कि, नई निशानी मशाल लेकर वे चुनाव में विजयी होकर बता देंगे. पूर्व मुख्यमंत्री ने सवालों के जवाब में कहा कि, उन्होंने कभी तोडफोड की राजनीति नहीं की. उनका पक्ष छीनने का प्रयास हुआ है. किंतु वे हजारों-लाखों शिवसैनिकों का विश्वास नहीं छीन सकते. वह मेरे साथ बरकरार है.
* प्रधानमंत्री बनने से क्या होगा
उद्धव ठाकरे ने अमरावती के पोस्टर्स में उन्हें भावी प्रधानमंत्री बताए जाने के विषय पर कहा कि, प्रधानमंत्री बनने से क्या फर्क पडेगा. दरअसल लोगों के दिल मेें जगह होनी चाहिए. पूरे महाराष्ट्र के दौरे में उन्हें साफ नजर आ रहा है कि, वे लोगों के दिल में है. अपने आप को प्रधानमंत्री पद की होड से शिवसेना उबाठा प्रमुख ने अलग ही बताया.