शिवाजी शिक्षा संस्था की सज रही राजनीतिक बिसात
प्रगति पैनल ने की अपने उम्मीदवारों की घोषणा
* हर्षवर्धन देशमुख, दिलीप इंगोले, डॉ. शेलके, एड. पुंडकर, हेमंत कालमेघ व केशव गावंडे सहित तीन नये उम्मीदवार मैदान में
अमरावती/दि.16– विदर्भ क्षेत्र की सबसे बडी शिक्षा संस्था रहनेवाली श्री शिवाजी शिक्षा संस्था के आगामी सितंबर माह में पंचवार्षिक चुनाव होनेवाले है. जिसके लिए शिवाजी शिक्षा संस्था में अब राजनीतिक बिसात सजनी शुरू हो गई. ‘शिवाजी’ के मौजूदा अध्यक्ष रहनेवाले हर्षवर्धन देशमुख ने एक बार फिर अध्यक्ष पद पर अपना दावा करते हुए अपने नेतृत्व में प्रगति पैनल के उम्मीदवारों की घोषणा की है. जिसमें मौजूदा कोषाध्यक्ष दिलीपबाबू इंगोले को एक बार फिर कोषाध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाया गया है. वहीं विद्यमान उपाध्यक्ष डॉ. रामचंद्र शेलके व एड. गजाननराव पुंडकर तथा कार्यकारिणी सदस्य हेमंत कालमेघ व केशवराव गावंडे भी एक बार फिर चुनावी मैदान में है. इसके अलावा उपाध्यक्ष पद के लिए एड. जयवंत उर्फ भैय्यासाहब पाटील (पुजदेकर) तथा कार्यकारिणी सदस्य पद के लिए सुदेश जनार्दनराव खोटरे, सुभाषराव श्रीधरपंत बनसोड के तौर पर तीन नये प्रत्याशी चुनावी आखाडे में उतारे गये है.
देशमुख गुट की ओर से दावा किया गया है कि, विगत पांच वर्षों के दौरान हर्षवर्धन देशमुख के अध्यक्षीय कार्यकाल में शिवाजी शिक्षा संस्था ने उल्लेखनीय प्रगती की. जिसे ध्यान में रखते हुए देशमुख गुट द्वारा मैदान में उतारे जानेवाले पैनल का नाम प्रगती पैनल रखा गया है और पैनल की ओर से अध्यक्ष पद के लिए सर्वसम्मति से हर्षवर्धन उर्फ भैय्यासाहब प्रतापसिंह देशमुख का नाम तय किया गया है.
* ‘शिवाजी’ के चुनाव में हुई खोडके की ‘एंट्री’
– राकांपा सांसद पटेल की कंपनी के प्रतिनिधी होंगे संजय खोडके
उल्लेखनीय है कि, सन 1932 में जब शिक्षा महर्षि डॉ. पंजाबराव उर्फ भाउसाहब देशमुख ने श्री शिवाजी शिक्षा संस्था की स्थापना की थी, उस समय संस्था के विस्तार व विकास हेतु राज्य के कई नामचीन उद्योगपतियों से भी आर्थिक सहयोग लिया गया था और उनकी कंपनियों को भागधारक के तौर पर शिवाजी शिक्षा संस्था की सदस्यता दी गई थी. इन कंपनियों की ओर से अपने एक प्रतिनिधि को शिवाजी संस्था की मतदाता सूची में मताधिकारी सदस्य के तौर पंजीकृत करवाया जाता है. इन्हीं कंपनियों में राकांपा सांसद प्रफुल्ल पटेल व परिवार की मिल्कीयत रहनेवाली गोंदिया स्थित छोटाभाई जेठाभाई पटेल एन्ड कंपनी का भी समावेश है. जिसने इस बार शिवाजी शिक्षा संस्था के चुनाव हेतु राकांपा के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खोडके का नाम अपने प्रतिनिधि के तौर पर भेजा है. ऐसे में अब ‘शिवाजी’ के चुनाव में संजय खोडके की भी एंट्री हो गई है.
उल्लेखनीय है कि, शिवाजी शिक्षा संस्था के आजीवन सदस्य व कंपनी के प्रतिनिधियों को चुनाव में मतदान करने के साथ-साथ चुनाव लडने का भी अधिकार होता है. ऐसे में राकांपा सांसद पटेल की कंपनी द्वारा प्रतिनिधि के तौर पर राकांपा के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खोडके का नाम आगे बढाये जाते ही यह चर्चा चल पडी कि, संभवत: संजय खोडके द्वारा शिवाजी शिक्षा संस्था का चुनाव लडा जा सकता है. किंतु खुद संजय खोडके ने ऐसी किसी भी संभावना से इन्कार करते हुए कहा कि, वे इस चुनाव में राकांपा सांसद पटेल की कंपनी के प्रतिनिधि के तौर पर केवल अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे और उनकी चुनाव लडने की कोई मंशा नहीं है.