अमरावती/दि.30 – महाराष्ट्र की दूसरे नंबर की शिक्षा संस्था के रुप में परिचित श्री शिवाजी शिक्षण संस्था की 143वीं आमसभा रविवार को पहली बार ऑनलाइन पध्दति से ली गई. कोरोना का विदर्भ में बढता प्रादुर्भाव और संस्था के आजीवन सदस्यों की उम्र को ध्यान में रखकर सभी सदस्यों को अपने अथवा गांव के समीप की जगह से आमसभा में सहभागी होते आना चाहिए, इस कारण संस्था ने ‘झुम’ अॅप पर ऑनलाइन पध्दति से ली गई. यह पहली ही आमसभा काफी सफलतापूर्वक निपटाई गई. संस्था की मातोश्री विमलाबाई देशमुख सभागृह में श्री शिवाजी शिक्षण संस्था के अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख की अध्यक्षता में संस्था के संस्थापक अध्यक्ष शिक्षा महर्षि डॉ.पंजाबराव देशमुख की प्रतिमा को पुष्पाजंलि अर्पित कर आमसभा शुरु हुई.
संस्था के उपाध्यक्ष नरेशचंद्र ठाकरे, डॉ.रामचंद्र शेलके, एड.गजानन पुंडकर, दिलीपबाबू इंगोले, कार्यकारिणी सदस्य हेमंत कालमेघ, प्राचार्य केशवराव गावंडे, केशवराव मेटकर, पूर्व न्यायाधीश अशोकराव ठुसे, सचिव शेषराव खाडे, स्वीकृत सदस्य डॉ.वि.गो.ठाकरे, नरेशचंद्र पाटिल, डॉ.पी.एस.वायाल, डॉ.अमोल महल्ले इस समय प्रमुखता से उपस्थित थे. भाऊसाहब की प्रतिमा को पुष्पाजंलि अर्पित की गई और सभा से कामकाज की शुरुआत हुई. आमसभा का प्रास्ताविक व आभार प्रदर्शन सचिव शेषराव खाडे ने किया. इस ऑनलाइन सभा के लिए विदर्भ के 22 केंद्र पर आजीव सदस्यों को सभा में सहभागी कर लने की व्यवस्था की गई थी. जिससे विविध केंद्रों पर लगभग 250 से ज्यादा सदस्य आमसभा में सहभागी हुए तथा तकरीबन 50 सदस्यों ने मोबाइल व घर के संगणक व्दारा सभा में सहभाग दर्ज कराया. संस्था के संगणक समिति के मार्गदर्शन में आजीव सदस्य अशोकराव देशमुख के नातु शिवेंदु अभिजित देशमुख ने इस आमसभा की तकनीकी यंत्रणा संभाली. ऑनलाइन आमसभा के लिए संस्था के सभी शाला महाविद्यालय के प्राचार्य, मुख्याध्यापक, प्राध्यापक, शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारी और संस्था के सभी अधिकारी व कर्मचारियों का सहयोग मिला. श्री शिवाजी शिक्षण संस्था ने पहली बार आयोजित की हुई इस ऑनलाइन आमसभा को सफल बनाने के लिए आजीव सदस्यों ने संस्था के अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख व सभी कार्यकारिणी का अभिनंदन किया.