अमरावती

कोरोना काल में शिवभोजन थाली ने दिया जरुतमंदों को आधार

सात महिनों में 6 लाख 17 हजार 178 थालियों का वितरण

अमरावती/दि.20 – जरुतमंदों को अल्प दरों में भोजन उपलब्ध किए जाने के उद्देश्य से महाविकास आघाडी सरकार ने पिछले साल गणतंत्र दिवस से शिवभोजन थाली योजना की शुरुआत की गई थी. कोरोना काल में जरुरतमंद गरीबों को इस योजना ने बडा आधार दिया. कोरोना काल में शिवभोजन थाली नि:शुल्क उपलब्ध करवायी गई. 14 सितंबर तक शिवभोजन थाली नि:शुल्क उपलब्ध करवाए जाने के आदेश दिए गए थे किंतु कुछ दिनों के लिए और भी नि:शुल्क शिवभोजन थाली उपलब्ध करवायी जाएगी ऐसी जानकारी अधिकारियों व्दारा दी गई.
अप्रैल महीने से शिवभोजन थाली नि:शुल्क देने का निर्णय शासन व्दारा लिया गया था. जिले में 27 केंद्रों पर शिवभोजन थाली का वितरण किया जा रहा है. जनवरी महीने से जुलाई महीने के अंत तक 6 लाख 17 हजार 178 शिवभोजन थाली का वितरण किया गया है. इस योजना की शुरुआत में शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में 24 केंद्रों पर शिवभोजन थाली वितरीत की गई थी. उसके पश्चात अच्छा प्रतिसाद मिलने पर 3 केंद्र और बढा दिए गए. शहर में 8 तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 19 केंद्रो पर शिवभोजन थाली का वितरण किया जा रहा है.
कोरोना महामारी में लगाए गए प्रतिबंध के चलते अनेक लोगों का रोजगार छिन गया था. जिसमें रोजाना मजदूरी करने वाले जरुरतमंद गरीबों को अपने उदर निर्वाह का प्रश्न निर्माण हुआ. ऐसे में शिवभोजन थाली ने गरीब जरुरतमंदों को बडा आधार दिया. शहर की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्रों में शिवभोजन थाली केंद्रों की संख्या अधिक है. ग्रामीण क्षेत्रों में महाविकास आघाडी सरकार की यह महत्वकांक्षी योजना जरुरतमंदों के लिए वरदान साबित हुई है. जुलाई माह के अंत तक 7 महीने के कालावधी में 6 लाख 17 हजार 178 थालियां नि:शुल्क वितरीत की गई. जिससे गरीब जरुरतमंदों को बडा आधार मिला.

थाली में परोसा जाने वाला भोजन

* दो चपाती प्रत्येक चपाती 30 ग्राम.
* एक कटोरी सब्जी 100 ग्राम.
* एक कटोरी दाल 100 ग्राम.
* एक कटोरी चावल 150 ग्राम.

15 दिनों में की जाती है जांच

परिमंडल अधिकारी अथवा आपूर्ति निरीक्षक व्दारा हर 15 दिनों में शिवथाली केंद्रों की जांच कर प्रमाणपत्र लिया जाता है. जिसमें केंद्र चालकों व्दारा कुल वितरीत की गई थालियों की जांच कर थालियों का अनुदान वितरीत किया जाता है.

जरुरतमंदों को भोजन उपलब्ध करवाने का प्रयास

शिवभोजन थाली का लाभ जरुरतमंद गरीबों और मजदूरों तथा निराधारों को उपलब्ध करवाए जाने का प्रयास किया जा रहा है. जिसमें नियमित केंद्रों की जांच की जा रही है और जरुतमंदों को अच्छे दर्जे का भोजन उपलब्ध किए जाने का प्रयास किया जा रहा है.
– डी.के. वानखडे, जिला आपूर्ति अधिकारी

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